देवोलीना भट्टाचार्जी और अभिजीत बिचुकले
– फोटो : सोशल मीडिया
टेलीविजन के मशहूर रिएलिटी शो बिग बॉस 15 में दर्शकों को हर दिन नए मोड़ देखने को मिल रहे हैं। शो में रोजाना हो रही लड़ाई दर्शकों का भरपूर मनोरंजन कर रहे हैं। ऐसे में अब शो जल्द ही अपने फिनाले की ओर बढ़ रहा है। जैसे- जैसे शो आगे बढ़ रहा है, वैसे- वैसे शो में अब सभी सदस्यों के बीच कांटे की टक्कर देखने को मिल रही है। इसी क्रम में शो में अब नॉन वीआईपी सदस्यों और वीआईपी सदस्यों के बीच लगातार घमासान जारी है।
शो में हुई वाइल्ड कार्ड एंट्री के बाद से ही बिग बॉस का घर दो हिस्सों में बंटा नजर आ रहा है। इसके तहत घर में वीआईपी और नॉन वीआईपी सदस्यों के बीच आए दिन झगड़े होते नजर आ रहे हैं। घर में वाइल्ड कार्ड्स के रूप में वीआईपी सदस्यों की एंट्री के बाद से ही नॉन वीआईपी सदस्यों पर खतरा मंडराता हुआ नजर आ रहा है। शो अब हर बीतते हफ्ते के साथ अपने अंतिम पड़ाव की तरफ बढ़ रहा है।
देवोलीना भट्टाचार्जी और अभिजीत बिचुकले
– फोटो : ट्विटर (कलर्स टीवी)
इसी क्रम में अब बिग बॉस ने आज के एपिसोड में सभी घर वालों को फिनाले वीक में सीधे एंट्री का मौका दिया। इसके तहत बिग बॉस ने घर वालों को टिकट टू फिनाले वीक में एंट्री के लिए एक टास्क दिया। इस टास्क के लिए बिग बॉस ने वीआईपी सदस्यों को संचालन का भार सौंपा। वहीं, नॉन वीआईपी सदस्य टास्ट करते नजर आए।
बिग बॉस 15
– फोटो : ट्विटर (कलर्स टीवी)
बिग बॉस के दिए टास्क के मुताबिक नॉन वीआईपी सदस्यों को एक- दूसरे के नाम की भूसे से भरी बोरी लेकर सीढ़ी पर लाइन में खड़े होकर पैडल चलाना। इस दौरान एक- दूसरे के पीछे खड़े सदस्य अपने आगे वाले सदस्य के बैग से भूसा बोरी से नीचे गिराएगा।
बिग बॉस 15
– फोटो : सोशल मीडिया
अंत में जिस नॉन वीआईपी सदस्य के बोरे में सबसे ज्यादा भूसा बचा रह जाएगा, वह टास्क के उस राउंड का विजेता कहलाएगा। जीतने वाले नॉन वीआईपी सदस्य को यह अधिकार दिया गया कि वह वीआईपी सदस्य में से किसी एक सदस्य को टिकट टू फिनाले वीक की दौड़ से बाहर कर सकता है।
बिग बॉस 15
– फोटो : सोशल मीडिया
हालांकि, टास्क में संचालन कर रहे वीआईपी सदस्यों ने पहले राउंड में किसी भी सदस्य को विजेता ना घोषित करने का फैसला किया। हालांकि, वीआईपी सदस्यों को इसकी सजा भी भुगतनी पड़ी। इसके तहत बिग बॉस ने वीआईपी सदस्यों के खाते में से 10 लाख काट लिए। साथ ही उन्हें निर्देश दिया कि वह बहुमत या आपसी सहमति से पांचों में से किसी एक सदस्य को इस दौड़ से बाहर कर दें।