राजीव अदातिया की बिग बॉस 15 के घर में चौथे हफ्ते में वाइल्ड कार्ड एंट्री के रूप में हुई थी। राजीव ने सलमान खान के सामने भले ही कहा हो वो इस गेम में शमिता का सपोर्ट सिस्टम बनकर आए हैं, लेकिन पहले दिन आते ही उनके निशाने पर रहे उनके खास दोस्त विशाल कोटियन और मायशा अय्यर। राजीव ईशान से घर के बाहर की बातें करते हुए नजर आए साथ ही उन्होंने अपनी हर बात को ईशान के सामने इस तरह रखा कि ईशान को लगा की बात उनके कैरेक्टर पर आ रही हैं। हालांकि बाद में इन दोनों ने अपनी बातों को सुलझा लिया।
प्रतीक ने कसा राजीव पर तंज
कुछ दिनों पहले ही प्रतीक सहजपाल और राजीव अदातिया की घर में खूब बहसबाजी हुई थी। लेकिन सब चीजों को भुलाकर राजीव हाल ही में शमिता शेट्टी, नेहा भसीन के साथ मस्ती करते हुए नजर आए। राजीव सबके बीच बोलते हुए दिखाई दिए कि मुझे वो लोग बहुत पसंद हैं जो शेप में हो और आकर्षित करने वाले हो। लेकिन राजीव ने जैसे ही ये कहा प्रतीक ने उन्हें तुरंत ईशान को लेकर ताना दे दिया।
कहा अपने पर्सनल बिस्किट बॉय को तूने निकाला
प्रतीक सहजपाल ने राजीव पर निशाना साधते हुए कहा कि अपने बिस्किट बॉय को तूने ही इस घर से निकाला है। प्रतीक की इस बात को सुनने के बाद राजीव काफी गुस्सा हुए और उन्होंने कहा कि अब तुम पर्सनल हो रहे हो। जहां प्रतीक ने भी जवाब में कहा कि हां मैं पर्सनल जा रहा हूं।
राजीव ने कहा आप दायरे में रहो
राजीव ने प्रतीक पर गुस्सा करते हुए कहा कि आप अपनी सीमा मत लांघो और दायरे में रहकर बात करो। राजीव ने पूछा पर्सनल बिस्किट बॉय का मतलब क्या होता है, जिसका जवाब देते हुए प्रतीक ने कहा जो आपका पर्सनल दोस्त था। राजीव ने प्रतीक को समझाते हुए कहा कि तुम थोड़ा सोच समझ कर बात करो यहां पर पागलों वाली बातें मत करो।
राजीव ने कहा मैंने घर से किसी को नहीं निकाला
राजीव ने प्रतीक के सामने अपनी बात रखते हुए कहा कि मैंने किसी को भी यहां से नहीं निकाला, ये जनता का फैसला था और मेरे साथ ये बदतमीजी मत करो। राजीव ने कहा मेरे को घर में ये राइट्स नहीं है कि मैं किसी को भी घर से बाहर निकाल सकूं। आप सब यही बोलते हो मुझे। मैं यहां पर कोई नहीं हूं जो लोगों को निकालूंगा ये जनता करती है। जहां प्रतीक ने कहा आपके षडंयत्र से निकला है वो।
दोनों के बीच हुई जमकर बहसबाजी
ईशान सहगल का टॉपिक निकलने के बाद दोनों के बीच जमकर बहसबाजी हुई। जहां राजीव ने प्रतीक को कहा मैं तुम्हारे बारे में कुछ बोलूं। जब सभी ने राजीव को ये समझाने की कोशिश की कि प्रतीक का वो मतलब नहीं था तो राजीव ने कहा उनका वही मतलब था बोलने का। राजीव ने कहा वो यहां नहीं है उसके बारे में यहां पर बात मत करो