स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: स्वप्निल शशांक
Updated Wed, 26 Jan 2022 05:35 PM IST
सार
बीजिंग विंटर ओलंपिक की शुरुआत चार फरवरी से हो रही है। इसमें लगभग 5000 से ज्यादा एथलीट, सपोर्ट स्टाफ और मीडिया के लोग शामिल हो सकते हैं। बीजिंग पहुंचने से लेकर वहां से निकलने तक सभी लोग इसी सख्त बायो बबल में रहेंगे।
बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
बीजिंग में 2022 में होने वाले शीतकालीन (विंटर) ओलंपिक के लिए चीन ने बड़ी तैयारी की है। चीन ओलंपिक में शामिल होने वाले हजारों खिलाड़ियों और स्टाफ को विशालकाय बायो बबल के अंदर सील करने की तैयारी कर रहा है। कोरोना से लड़ने के लिए चीन ने 200 किलोमीटर (120 मील) का विशाल बायो बबल तैयार किया है।
वैक्सीन नहीं लगाई तो 21 दिनों का क्वारैंटाइन
यह बायो बबल एथलीट्स, सपोर्ट स्टाफ, वालंटियर और मीडिया के लोगों के लिए तैयार किया गया है। जो भी लोग इस बबल में एंट्री करेंगे, उन्हें वैक्सीन लगवाना अनिवार्य होगा। जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है, उन्हें बबल में एंट्री से पहले 21 दिनों के लिए क्वारैंटाइन होना पड़ेगा। वहां उनका रोजाना कोरोना टेस्ट होगा।
कचरे को लेकर भी बनाया गया खास प्लान
इसके अलावा कोरोना से बचाव के लिए कचरे को लेकर भी खास प्लान बनाया गया है। ओलंपिक समिति के मुताबिक खिलाड़ी जिन सामानों का इस्तेमाल करेंगे, उन्हें भी बाहर नहीं ले जाया जाएगा। खिलाड़ियों द्वारा प्रयोग किए गए कचरे को बायो बबल में ही रखा जाएगा। ऐसा इसलिए क्योंकि बबल के भीतर कोरोना संक्रमण की स्थिति न बने। आयोजक बाहरी दुनिया से कोई संपर्क नहीं रखना चाहते।
चार फरवरी से हो रही ओलंपिक की शुरुआत
आयोजकों ने कहा है कि कचरे को लेकर एक विशेष कर्मचारियों की टीम बनाई गई है। टीम बबल के भीतर ही कचरा इकट्ठा करेगी और उसे ट्रांसफर करेगी। इससे कोरोना का बाहर के लोगों से आने का खतरा कम हो जाएगा। बीजिंग विंटर ओलंपिक की शुरुआत चार फरवरी से हो रही है। इसमें लगभग 5000 से ज्यादा एथलीट, सपोर्ट स्टाफ और मीडिया के लोग शामिल हो सकते हैं। बीजिंग पहुंचने से लेकर वहां से निकलने तक सभी लोग इसी सख्त बायो बबल में रहेंगे।
हजारों गाड़ियों की व्यवस्था भी की गई है
हालांकि, विभिन्न देशों के फैन्स इस बायो बबल का हिस्सा नहीं होंगे। आयोजक इन फैंस को एथलीट और बाकी लोगों से दूर रखने का प्लान भी बना रहे हैं। इसके अलावा खिलाड़ियों को लाने और ले जाने के लिए इसी 200 किलोमीटर के अंदर साधन की व्यवस्था भी की गई है। तेज गति से चलने वाली ट्रेनों को भी इस दायरे में रखा गया है। इसके अलावा 4000 और गाड़ियों की व्यवस्था की गई है। लोगों के रहने के लिए बायो बबल में करीब 70 होटल की व्यवस्था की गई है।
दो हजार से ज्यादा प्रतिभागी बीजिंग पहुंच चुके
फिलहाल शीतकालीन ओलंपिक में हिस्सा लेने के लिए दो हजार से ज्यादा प्रतिभागी बीजिंग पहुंच चुके हैं। अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति ने बुधवार को अपने बयान में कहा था कि आने वाले लोगों में से 1.53 फीसदी लोगों की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। वहीं, बायो बबल के अंदर होने वाली रेगुलर स्क्रीनिंग टेस्ट में करीब 0.02 फीसद लोग संक्रमित पाए गए। हालांकि, इन दोनों मामलों में कितने लोगों पर जांच की गई है, ये नहीं बताया गया है।
सिक्योरिटी चेक प्वाइंट
प्रवेशद्वार कुछ इस प्रकार है
ओलंपिक के दौरान संक्रमित होने पर ये होगा परिणाम
अब यह देखने वाली बात होगी कि चीन द्वारा बनाया गया विशाल बायो बबल कितना सुरक्षित रहता है। इसके साथ ही ओलंपिक के दौरान संक्रमित पाए जाने वाले खिलाड़ियों को तुरंत बाहर कर दिया जाएगा। जिनमें लक्षण दिखेंगे, उन्हें एक तय अस्पताल में इलाज के लिए भेजा जाएगा। वहीं, जिनमें लक्षण नहीं हैं, उन्हें आइसोलेशन फैसिलिटी में भेजा जाएगा। वे तभी बायो बबल में वापसी कर पाएंगे, जब उनकी कोरोना रिपोर्ट दो बार निगेटिव न आ जाए। बायो बबल में आने वाले लोगों की हर रोज कोरोना जांच होगी और उन्हें हमेशा फेस मास्क लगाना अनिवार्य होगा।
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चार देशों ने शीतकालीन ओलंपिक का बहिष्कार किया
इससे पहले बीजिंग शीतकालीन ओलंपिक का चार देशों ने बहिष्कार करने का एलान किया था। इनमें अमेरिका, ग्रेट ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया और कनाडा भी शामिल हैं। इन देशों ने चीन में लगातार हो रहे मानवाधिकार के उल्लंघन के खिलाफ ओलंपिक का बहिष्कार करने का फैसला लिया था। ये देश किसी भी राजनयिक प्रतिनिधि को अपने खिलाड़ियों के साथ ओलंपिक में नहीं भेजेंगे।