न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: देव कश्यप
Updated Wed, 05 Jan 2022 11:55 PM IST
सार
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करने के पक्ष में है। इससे चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों की ओर से हो रही बड़ी रैलियों और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर जल्द अंकुश लग सकेगा।
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। चुनाव आयोग में भी तारीखों की घोषणा को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है। इसे देखते हुए लग रहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। सभी चुनावी राज्यों में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो गया है।
हालांकि चुनाव आयोग ने विकल्प खुला रखा है कि यदि किसी मतदाता का नाम सूची में छूट गया है, तो वह नामांकन की अंतिम तारीख से पहले अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकता है।
आयोग चाहता है जल्द हो चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करने के पक्ष में है। इससे चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों की ओर से हो रही बड़ी रैलियों और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर जल्द अंकुश लग सकेगा। यदि चुनाव की घोषणा में कुछ देरी होती है, तब भी आयोग कोरोना से जुड़े दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू कराने और भीड़ पर लगाम लगाने का काम कर सकता है।
यह इसलिए भी जरूरी है यदि जल्द सख्त न बरती गई तो इन सभी राज्यों में कोरोना का संक्रमण और तेज हो सकता है। वैसे भी सभी चुनावी राज्यों में कोरोना के संक्रमितों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। ऐसे में रैलियों और भीड़ भरे आयोजनों पर रोक नहीं लगी तो स्थिति गंभीर होगी।
चुनाव आयोग में दिन भर बैठकों का दौर
इस बीच चुनाव आयोग में बुधवार को दिन भर बैठकों का दौर चला। वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रियता से साफ है कि चुनाव की घोषणा में अब और देरी नहीं होगी। इस बीच चुनाव आयोग ने मणिपुर की चुनाव तैयारियों की भी समीक्षा की। सूत्रों की मानें तो आयोग इस हफ्ते कभी भी चुनावों की घोषणा कर सकता है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश सहित इन पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा चार जनवरी को हुई थी।
विस्तार
उत्तर प्रदेश सहित पांच राज्यों में इस साल होने वाले विधानसभा चुनावों की तारीखों की घोषणा पर सबकी नजरें टिकी हुई हैं। चुनाव आयोग में भी तारीखों की घोषणा को लेकर बैठकों का दौर चल रहा है। इसे देखते हुए लग रहा है कि पांच राज्यों के विधानसभा चुनावों की घोषणा अब कभी भी हो सकती है। सभी चुनावी राज्यों में मतदाता सूची का अंतिम प्रकाशन हो गया है।
हालांकि चुनाव आयोग ने विकल्प खुला रखा है कि यदि किसी मतदाता का नाम सूची में छूट गया है, तो वह नामांकन की अंतिम तारीख से पहले अपना नाम मतदाता सूची में जुड़वा सकता है।
आयोग चाहता है जल्द हो चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा
कोरोना के बढ़ते मामले को देखते हुए चुनाव आयोग जल्द से जल्द चुनाव कार्यक्रमों की घोषणा करने के पक्ष में है। इससे चुनावी राज्यों में राजनीतिक दलों की ओर से हो रही बड़ी रैलियों और भीड़भाड़ वाले आयोजनों पर जल्द अंकुश लग सकेगा। यदि चुनाव की घोषणा में कुछ देरी होती है, तब भी आयोग कोरोना से जुड़े दिशा-निर्देशों को सख्ती से लागू कराने और भीड़ पर लगाम लगाने का काम कर सकता है।
यह इसलिए भी जरूरी है यदि जल्द सख्त न बरती गई तो इन सभी राज्यों में कोरोना का संक्रमण और तेज हो सकता है। वैसे भी सभी चुनावी राज्यों में कोरोना के संक्रमितों की संख्या अचानक से बढ़ गई है। ऐसे में रैलियों और भीड़ भरे आयोजनों पर रोक नहीं लगी तो स्थिति गंभीर होगी।
चुनाव आयोग में दिन भर बैठकों का दौर
इस बीच चुनाव आयोग में बुधवार को दिन भर बैठकों का दौर चला। वरिष्ठ अधिकारियों की सक्रियता से साफ है कि चुनाव की घोषणा में अब और देरी नहीं होगी। इस बीच चुनाव आयोग ने मणिपुर की चुनाव तैयारियों की भी समीक्षा की। सूत्रों की मानें तो आयोग इस हफ्ते कभी भी चुनावों की घोषणा कर सकता है। वर्ष 2017 में उत्तर प्रदेश सहित इन पांचों राज्यों के विधानसभा चुनाव की घोषणा चार जनवरी को हुई थी।
Source link
Share this:
-
Click to share on Facebook (Opens in new window)
-
Like this:
Like Loading...
assembly elections, assembly elections 2022, election commission, election commission of india, Elections, goa, goa assembly election, goa assembly elections 2022, India News in Hindi, Latest India News Updates, manipur, manipur assembly election, manipur assembly elections 2022, punjab, punjab assembly election, punjab assembly elections 2022, Up assembly elections 2022, Uttar Pradesh, uttar pradesh assembly election, uttarakhand, uttarakhand assembly election, uttarakhand assembly elections 2022, उत्तर प्रदेश, उत्तराखंड, गोवा, पंजाब, मणिपुर, विधानसभा चुनाव, विधानसभा चुनाव 2022