रूस-यूक्रेन के बीच इस जंग में 40वें दिन सामने आई तस्वीरों में बूका की ऐसी तस्वीर भी दिखी है जिसमें नागरिकों के हाथ बांधकर सिर में गोली मारी गई। ये शव बूका की सड़कों पर पड़े हैं और इमारतों के पीछे फेंके गए हैं। अधिकांश के सिर में गोली लगने के घाव हैं। कुछ के हाथ पीठ के पीछे बंधे हुए हैं।
यूक्रेनी विदेश मंत्री ने नरसंहार बताते हुए रूस की तुलना आतंकी संगठनों से की
कीव के सरकारी अभियोजक इरिना वेनेदिकोत्वा ने बताया कि अब तक 410 शव मिले हैं और ये संख्या तेजी से बढ़ रही है। यूक्रेनी विदेश मंत्री दिमित्री कुलेबा ने इसे नरसंहार बताते हुए रूस की तुलना आतंकी संगठनों से की है। उन्होंने रूसी सेना को आईएस से भी बुरा बताते हुए कहा कि बूका से पीछे हटते वक्त रूसी सैनिक गुस्से और कुंठा में बेवजह आम लोगों की हत्या कर रहे थे, जबकि यूक्रेनी उनका विरोध भी नहीं कर रहे थे।
21वीं सदी की सबसे भयानक तबाही
कीव के सरकारी अभियोजक वेनेदिकोत्वा ने जहां बुका नरसंहार को सोची समझी रणनीति बताया वहीं यूक्रेनी राष्ट्रपति के सलाहकार मिखाइलो पोदलियाक ने इसे कीव क्षेत्र में 21वीं सदी की सबसे भयानक तबाही बताया है। उन्होंने कहा नाजियों का सबसे घृणित अपराध अब यूरोप में लौट आया है।
3400 से ज्यादा लोग मारे गए
संयुक्त राष्ट्र की मानवाधिकार एजेंसी (यूएनएचआरसी) के मुताबिक, यूक्रेन में 1,417 नागरिक मारे गए व 2,038 घायल हुए हैं। इनमें मैरियूपोल और इरपिन शहर के लोग शामिल नहीं हैं। रूस के चौतरफा युद्ध शुरू होने के बाद से कुल 3,455 नागरिक हताहत हुए हैं। हालांकि यह भी माना जा रहा है कि मैरियूपोल, इरपिन, इजियम और वोल्नोवाखा जैसे शहरों को जोड़ें तो आंकड़े काफी अधिक हैं।
मेयर और परिवार की हत्या
कीव से 50 किमी दूर मोतजिन के मेयर को उनके पति और बेटे के साथ मार डालने की खबरें हैं। ओल्गा सुखेंको और उनके परिवार को कथित तौर पर गोली मारकर जंगल में एक गड्ढे में फेंक दिया गया था। 23 मार्च को सुखेंको और उनके परिवार का रूसियों द्वारा अपहरण कर लिया गया था।
सन्नाटे को संगीत से भर दीजिए : जेलेंस्की
ग्रैमी अवार्ड समारोह के मंच पर यू्क्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने एक वीडियो संदेश के जरिये मदद की अपील की और दुनिया से समर्थन मांगा। उन्होंने कहा, आप यूक्रेन की मदद कीजिए। जैसे भी आप कर सकते हैं। उन्होंने कहा- संगीत का विरोधी पक्ष क्या है? बर्बाद हुए शहरों का शोर और मरे हुए लोग। इस सन्नाटे को संगीत से भर दीजिए, आज ही भर दीजिए। जिस तरह से भी हो सकता है, हमें समर्थन दीजिए।
यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद रूस में दवाओं की कमी
यूक्रेन युद्ध के चलते पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों से रूस में आपूर्ति बाधित होने से पूर्व अहम दवाओं का भंडार करने के संदेश सोशल मीडिया पर देखे जा रहे हैं। मॉस्को और अन्य शहरों में कुछ दवाएं मिलना वास्तव में मुश्किल हो गया है। कजान के एक निवासी ने बताया, शहर के एक भी दवाघर में कई दवाएं नहीं हैं। जबकि रूसी स्वास्थ्य प्राधिकारियों ने बताया कि दवाओं की कमी अस्थायी है और यह संकट घबराकर दवाएं खरीदकर रखने के कारण हुआ है। मॉस्को की पिरोगोव मेडिकल यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर डॉ. एलेक्सी एरलिख ने कहा, मैं नहीं जानता कि यह कितना विनाशकारी होगा।