टेक डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रदीप पाण्डेय
Updated Wed, 15 Dec 2021 10:02 AM IST
सार
गूगल ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है या भविष्य में भी वैक्सीन लेने की नहीं सोच रहे हैं, ऐसे लोगों को पेमेंट नहीं दिया जाएगा और यहां तक कि नौकरी से भी निकाला जा सकता है।
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कुछ दिन पहले ही अमेरिका में एक सैनिक को वैक्सीन ना लेने की वजह से नौकरी से निकाला गया था और अब खबर है कि गूगल भी अपने ऐसे कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाएगा जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है या वैक्सीन ना लेने की बात कह रहे हैं।
सीएनबीसी की एक रिपोर्ट के मुताबिक गूगल ने अपने कर्मचारियों से कहा है कि जिन लोगों ने वैक्सीन नहीं लगवाई है या भविष्य में भी वैक्सीन लेने की नहीं सोच रहे हैं, ऐसे लोगों को पेमेंट नहीं दिया जाएगा और यहां तक कि नौकरी से भी निकाला जा सकता है।
एक लीक डॉक्यूमेंट के मुताबिक सभी कर्मचारियों को एक लेटर भेजा गया था जिसमें कर्मचारियों के पास टीकाकरण की स्थिति घोषित करने और सर्टिफिकेट अपलोड करने के लिए 3 दिसंबर तक का समय दिया गया था।
अब गूगल ने कर्मचारियों से सीधा संपर्क करना शुरू किया है। गूगल के मुताबिक यदि कोई कर्मचारी 18 जनवरी 2022 तक वैक्सीन लेने की जानकारी नहीं देता है तो उसे 30 दिनों के ‘पेड एडमिनिस्ट्रेटिव लीव’ पर रखा जाएगा। इसके बाद छह महीने तक ‘अनपेड पर्सनल लीव’ मिलेगी और फिर सेवा समाप्त कर दी जाएगी।
गूगल ने कहा था कि वह जनवरी में ऑफिस शुरू करेगा। 10 जनवरी से हफ्ते में कम-से-कम तीन दिन कर्मचारियों को ऑफिस बुलाया जाएगा और फिर धीरे-धीरे वर्क फ्रॉम होम पॉलिसी खत्म कर दी जाएगी, लेकिन ओमिक्रॉन के दस्तक के बाद गूगल ने कहा है कि वह फिलहाल रिटर्न टू ऑफिस प्लान पर अमल नहीं करेगा।