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रक्षा तैयारियों की समीक्षा: सेनाध्यक्ष जनरल नरवणे दक्षिण-पश्चिम कमान मुख्यालय जयपुर के दौरे पर

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Mon, 31 Jan 2022 10:58 AM IST

सार

जनरल नरवणे को कमांडरों द्वारा सेना की सुरक्षा तैयारियों की जानकारी दी जाएगी। 

सेनाध्यक्ष मनोज मुकुंद नरवणे
– फोटो : PTI

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देश की रक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सोमवार को जयपुर यात्रा पर जाएंगे। वे जयपुर स्थित सेना की दक्षिण-पश्चिम कमान मुख्यालय में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करेंगे। 

जनरल नरवणे को कमांडरों द्वारा सेना की सुरक्षा तैयारियों की जानकारी दी जाएगी। जनरल नरवणे ने 15 जनवरी को सेना दिवस के मौके पर कहा था कि यदि चीन ने युद्ध थोपने की कोशिश की तो भारत की जीत होगी। थलसेना प्रमुख ने कहा है कि भले ही चीन के साथ वार्ता चल रही है और कई जगहों पर विवाद खत्म हो गया है, लेकिन एलएसी पर खतरा बरकरार है। जनरल नरवण ने अपनी सालाना प्रेस कॉफ्रेंस में यह बात कही थी।

वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद की जड़ चीनी सेना का बड़ा जमावड़ा है। चीन की सेना के जमावड़े के बाद भारत ने भी 25 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती पूर्वी लद्दाख में कर दी है। भारत पिछले डेढ़ साल के मुकाबले आज चीनी सेना से निपटने में अच्छी स्थिति में है।

विस्तार

देश की रक्षा तैयारियों का जायजा लेने के लिए सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे सोमवार को जयपुर यात्रा पर जाएंगे। वे जयपुर स्थित सेना की दक्षिण-पश्चिम कमान मुख्यालय में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों के साथ विचार विमर्श करेंगे। 

जनरल नरवणे को कमांडरों द्वारा सेना की सुरक्षा तैयारियों की जानकारी दी जाएगी। जनरल नरवणे ने 15 जनवरी को सेना दिवस के मौके पर कहा था कि यदि चीन ने युद्ध थोपने की कोशिश की तो भारत की जीत होगी। थलसेना प्रमुख ने कहा है कि भले ही चीन के साथ वार्ता चल रही है और कई जगहों पर विवाद खत्म हो गया है, लेकिन एलएसी पर खतरा बरकरार है। जनरल नरवण ने अपनी सालाना प्रेस कॉफ्रेंस में यह बात कही थी।

वर्चुअल प्रेस कॉन्फ्रेंस में सेना प्रमुख ने कहा था कि पूर्वी लद्दाख से सटी वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर विवाद की जड़ चीनी सेना का बड़ा जमावड़ा है। चीन की सेना के जमावड़े के बाद भारत ने भी 25 हजार अतिरिक्त सैनिकों की तैनाती पूर्वी लद्दाख में कर दी है। भारत पिछले डेढ़ साल के मुकाबले आज चीनी सेना से निपटने में अच्छी स्थिति में है।

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