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यूक्रेन संकट: भारतीय नागरिक ने कहा- मेरी पत्नी यूक्रेन की नागरिक, इसलिए उसे साथ नहीं ले जाने दिया जा रहा

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, कीव
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Sun, 06 Mar 2022 08:21 PM IST

सार

भारत ने यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण का अभियान शुरू किया है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने सभी विद्यार्थियों को रविवार रात 12 बजे तक बुडापेस्ट पहुंचने को कहा है।

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यूक्रेन में जारी जंग के बीच भारत सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। ऐसे में कुछ भारतीयों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। वहां फंसे एक नागरिक गगन ने बताया कि मैं एक भारतीय नागरिक हूं, भारत जा सकता हूं, लेकिन मेरी पत्नी नहीं। वह एक यूक्रेन की नागरिक है। हमसे कहा जा रहा है कि केवल भारतीय ही निकाले जाएंगे। गगन ने कहा कि हम अपने परिवार को यहां नहीं छोड़ सकते। मेरी पत्नी 8 महीने की गर्भवती है। इसलिए हम पोलैंड जा रहे हैं। हम वर्तमान में ल्वीव में एक दोस्त के घर पर हैं।

भारत ने शेष छात्रों से बुडापेस्ट पहुंचने को कहा
भारत ने यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण का अभियान शुरू किया है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने सभी विद्यार्थियों को रविवार को सुबह 10 बजे से रात 12 बजे तक बुडापेस्ट पहुंचने को कहा है।

भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, ऐसे सभी छात्र जो दूतावास द्वारा की गई व्यवस्था के इतर खुद के आवास पर रह रहे हों, वे निर्धारित समय के दौरान हंगरी सिटी सेंटर रकोजी यूटी 90 पहुंच जाएं। उधर, यूक्रेन में कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि जो अब भी यूक्रेन में हैं, वे ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लौटने के लिए अपना पंजीकरण कराएं। दूतावास ने उनसे ट्वीट के साथ संबद्ध गूगल फॉर्म में तुरंत अपना ब्योरा भरकर देने को कहा है। 

यूक्रेन में सैकड़ों युवक सेना में शामिल होने के लिए कतार में

  • यूक्रेन की राजधानी कीव में सैकड़ों पुरुष देश की सेना में शामिल होने के लिए कतार में खड़े हैं। यूक्रेन की सरकार ने एक आदेश जारी कर 18 से 60 साल के उम्र के पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है, ताकि सैन्य कार्यों के लिए उनकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
  • हालांकि, वेलोदिमिर ओंनिस्को जैसे कुछ युवा हैं जो स्वयं युद्ध के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि किस वजह से यहां मौजूद हैं। हम जानते हैं कि क्यों हम अपने देश की रक्षा कर रहे हैं। हमारे आदमी वास्तव में वहां खड़े हैं और रूसी सैनिकों से लड़ रहे हैं।

यूक्रेन के खिलाफ उठाए गए कदम में साथ नहीं देगा चीन
चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा है कि चीन ऐसे किसी भी कदम का विरोध करेगा जो यूक्रेन में आग में घी डालने का काम करता हो। ब्लिंकन ने कहा कि दुनिया देख रही है कि कौन से देश स्वतंत्रता और संप्रभुता के सिद्धांत के साथ खड़े हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं ने शनिवार को फोन पर बातचीत की। वांग ने मौजूदा संकट के समाधान के लिए वार्ता की अपील की और इसके साथ ही यूरोपीय सुरक्षा प्रणाली में संतुलन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप को पूर्वी यूरोप में नाटो के विस्तार से रूस की सुरक्षा पर पड़ने वाले नकारात्मक असर पर भी गौर करना चाहिए।

विस्तार

यूक्रेन में जारी जंग के बीच भारत सरकार वहां फंसे भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए हरसंभव कोशिश कर रही है। ऐसे में कुछ भारतीयों को दिक्कतों का भी सामना करना पड़ रहा है। वहां फंसे एक नागरिक गगन ने बताया कि मैं एक भारतीय नागरिक हूं, भारत जा सकता हूं, लेकिन मेरी पत्नी नहीं। वह एक यूक्रेन की नागरिक है। हमसे कहा जा रहा है कि केवल भारतीय ही निकाले जाएंगे। गगन ने कहा कि हम अपने परिवार को यहां नहीं छोड़ सकते। मेरी पत्नी 8 महीने की गर्भवती है। इसलिए हम पोलैंड जा रहे हैं। हम वर्तमान में ल्वीव में एक दोस्त के घर पर हैं।

भारत ने शेष छात्रों से बुडापेस्ट पहुंचने को कहा

भारत ने यूक्रेन में फंसे शेष भारतीय विद्यार्थियों को लाने के लिए ऑपरेशन गंगा के तहत अंतिम चरण का अभियान शुरू किया है। हंगरी स्थित भारतीय दूतावास ने सभी विद्यार्थियों को रविवार को सुबह 10 बजे से रात 12 बजे तक बुडापेस्ट पहुंचने को कहा है।

भारतीय दूतावास ने ट्वीट कर कहा, ऐसे सभी छात्र जो दूतावास द्वारा की गई व्यवस्था के इतर खुद के आवास पर रह रहे हों, वे निर्धारित समय के दौरान हंगरी सिटी सेंटर रकोजी यूटी 90 पहुंच जाएं। उधर, यूक्रेन में कीव स्थित भारतीय दूतावास ने भी भारतीय नागरिकों से अपील की है कि जो अब भी यूक्रेन में हैं, वे ऑपरेशन गंगा के तहत भारत लौटने के लिए अपना पंजीकरण कराएं। दूतावास ने उनसे ट्वीट के साथ संबद्ध गूगल फॉर्म में तुरंत अपना ब्योरा भरकर देने को कहा है। 

यूक्रेन में सैकड़ों युवक सेना में शामिल होने के लिए कतार में

  • यूक्रेन की राजधानी कीव में सैकड़ों पुरुष देश की सेना में शामिल होने के लिए कतार में खड़े हैं। यूक्रेन की सरकार ने एक आदेश जारी कर 18 से 60 साल के उम्र के पुरुषों के देश छोड़ने पर रोक लगा दी है, ताकि सैन्य कार्यों के लिए उनकी उपलब्धता सुनिश्चित हो सके।
  • हालांकि, वेलोदिमिर ओंनिस्को जैसे कुछ युवा हैं जो स्वयं युद्ध के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा, हम जानते हैं कि किस वजह से यहां मौजूद हैं। हम जानते हैं कि क्यों हम अपने देश की रक्षा कर रहे हैं। हमारे आदमी वास्तव में वहां खड़े हैं और रूसी सैनिकों से लड़ रहे हैं।


यूक्रेन के खिलाफ उठाए गए कदम में साथ नहीं देगा चीन

चीन के विदेश मंत्री वांग यी ने अमेरिका के विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन से कहा है कि चीन ऐसे किसी भी कदम का विरोध करेगा जो यूक्रेन में आग में घी डालने का काम करता हो। ब्लिंकन ने कहा कि दुनिया देख रही है कि कौन से देश स्वतंत्रता और संप्रभुता के सिद्धांत के साथ खड़े हैं। चीन के विदेश मंत्रालय के मुताबिक, दोनों नेताओं ने शनिवार को फोन पर बातचीत की। वांग ने मौजूदा संकट के समाधान के लिए वार्ता की अपील की और इसके साथ ही यूरोपीय सुरक्षा प्रणाली में संतुलन का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि अमेरिका और यूरोप को पूर्वी यूरोप में नाटो के विस्तार से रूस की सुरक्षा पर पड़ने वाले नकारात्मक असर पर भी गौर करना चाहिए।

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