पीटीआई, पुणे
Published by: देव कश्यप
Updated Tue, 05 Apr 2022 01:04 AM IST
सार
दिलीप वालसे पाटिल ने ‘अजान’ पर ठाकरे के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि मुसलमानों को अपने धर्म में आस्था है, जबकि हिंदुओं को अपने धर्म में आस्था है। वालसे पाटिल ने कहा, ‘‘कल्याण, शिक्षा और विकास के बारे में सोचने के बजाय, दो समुदायों के बीच संघर्ष पैदा करने और देश की राजनीति को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है।
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विस्तार
मुंबई में मस्जिदों पर से लाउडस्पीकर हटाने और अजान का मुकाबला हनुमान चालीसा से करने की महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे के विवादित बयान के बीच महाराष्ट्र के गृह मंत्री दिलीप वालसे पाटिल ने पुणे के शिरूर इलाके में अपना भाषण उस समय रोक दिया जब पास की मस्जिद से अजान की आवाज सुनाई दी।
घटना का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ है। पाटिल के कैबिनेट सहयोगी अजित पवार ने भी कुछ समय पहले पुणे में बोलते हुए कुछ ऐसा ही किया था।
जिले में एक अन्य कार्यक्रम में बोलते हुए वालसे पाटिल ने कहा कि पेट्रोल की कीमतों में वृद्धि, मुद्रास्फीति, बेरोजगारी और देश की खराब आर्थिक स्थिति जैसे कई वास्तविक मुद्दे हैं, लेकिन समुदायों के बीच तनाव पैदा करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
उन्होंने ‘अजान’ पर ठाकरे के बयान की आलोचना करते हुए कहा कि मुसलमानों को अपने धर्म में आस्था है, जबकि हिंदुओं को अपने धर्म में आस्था है। वालसे पाटिल ने कहा, ‘‘कल्याण, शिक्षा और विकास के बारे में सोचने के बजाय, दो समुदायों के बीच संघर्ष पैदा करने और देश की राजनीति को अस्थिर करने का प्रयास किया जा रहा है। इससे देश कमजोर हो सकता है, जिसके बाद हम सद्भाव में नहीं रह पाएंगे।’’ उन्होंने कहा कि पुलिस ऐसे बयानों की जांच करेगी। उन्होंने कहा, ‘‘कुछ लोगों ने अदालत जाने का फैसला किया है। अदालत के आदेश के बाद हम उचित कदम उठाएंगे।’’
बता दें कि शनिवार को मनसे अध्यक्ष राज ठाकरे ने गुड़ी पड़वा के अवसर पर कहा था कि अब मस्जिदों से लाउडस्पीकर हटाना होगा। शिवाजी पार्क में मनसे कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए राज ठाकरे ने कहा था कि “मैं नमाज के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन सरकार को मस्जिद के लाउडस्पीकर हटाने पर फैसला लेना चाहिए। मैं अभी चेतावनी दे रहा हूं। लाउडस्पीकर हटाओ वरना मस्जिद के सामने लाउडस्पीकर लगाएंगे और हनुमान चालीसा बजाएंगे।”