Desh

मनी लॉन्ड्रिंग मामला: अनिल देशमुख से आज होंगे सवाल-जवाब, सचिन वाजे और वकील गिरीश कुलकर्णी होंगे सामने

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, मुंबई
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Tue, 18 Jan 2022 12:00 PM IST

सार

रिश्वत और मनी लॉन्ड्रिंग मामला उस समय सुर्खियों में आया जब मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ जबरन वसूली के सनसनीखेज आरोप लगाए थे।  

ख़बर सुनें

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाजे आज यानी मंगलवार को चांदीवाल आयोग के सामने पेश हुए। पेशी के दौरान दोनों से कड़ी पूछताछ भी की गई। वहीं पेशी के बाद अनिल देशमुख से जिरह भी की जाएगी। जिसके तहत वाजे और वकील गिरीश कुलकर्णी उनसे सवाल-जवाब करेंगे।

भ्रष्टाचार के आरोप की जांच के लिए चांदीवाल आयोग का गठन 
मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसकी जांच के लिए राज्य सरकार ने चांदीवाल आयोग का गठन किया है। पिछले साल 29 नवंबर को सिंह और वाझे दोनों चांदीवाल आयोग के सामने बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। चार पुलिसवाले वाझे को पेशी के लिए ले गए थे। लेकिन वहां एक कमरे में सिंह और वाझे के बीच लंबी बातचीत हुई जिसको लेकर विवाद हो गया। 

विस्तार

मनी लॉन्ड्रिंग मामले में महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख और मुंबई पुलिस के बर्खास्त अधिकारी सचिन वाजे आज यानी मंगलवार को चांदीवाल आयोग के सामने पेश हुए। पेशी के दौरान दोनों से कड़ी पूछताछ भी की गई। वहीं पेशी के बाद अनिल देशमुख से जिरह भी की जाएगी। जिसके तहत वाजे और वकील गिरीश कुलकर्णी उनसे सवाल-जवाब करेंगे।

भ्रष्टाचार के आरोप की जांच के लिए चांदीवाल आयोग का गठन 

मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह ने राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ भ्रष्टाचार के आरोप लगाए थे जिसकी जांच के लिए राज्य सरकार ने चांदीवाल आयोग का गठन किया है। पिछले साल 29 नवंबर को सिंह और वाझे दोनों चांदीवाल आयोग के सामने बयान दर्ज कराने पहुंचे थे। चार पुलिसवाले वाझे को पेशी के लिए ले गए थे। लेकिन वहां एक कमरे में सिंह और वाझे के बीच लंबी बातचीत हुई जिसको लेकर विवाद हो गया। 

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

बजट से उम्मीदें: जीवन बीमा के लिए 80सी के तहत अलग श्रेणी बनाने की मांग बजट से उम्मीदें: जीवन बीमा के लिए 80सी के तहत अलग श्रेणी बनाने की मांग
9
Business

बजट से उम्मीदें: जीवन बीमा के लिए 80सी के तहत अलग श्रेणी बनाने की मांग

To Top
%d bloggers like this: