दोनों देशों के युद्ध में भारत और चीन जैसे देश तटस्थ बने हुए हैं, वहीं अमेरिका, ब्रिटेन, फ्रांस और जर्मनी जैसे पश्चिमी और यूरोपीय देश रूस के खिलाफ खुलकर सामने आ गए हैं। इन देशों ने यूक्रेन की मदद करने का ऐलान किया है। नाटो चीफ ने सोमवार को यूक्रेन को ऐंटी-टैंक हथियार और मिसाइलें देने का ऐलान किया था। इस रिपोर्ट में हम आपको बताएंगे कि विश्व के किन-किन देश ने यूक्रेन को हथियार या हथियारों को खरीदने के लिए आर्थिक सहायता प्रदान की है।
अमेरिका कर रहा खुलकर मदद
यूक्रेन की मदद करने वाले देशों में हम सबसे पहले बात अमेरिका की करेंगे। अमेरिका ने रूस के खिलाफ जंग के लिए यूक्रेन को 600 मिलियन डॉलर देने का ऐलान किया है ताकि यूक्रेन रूस के खिलाफ युद्ध के लिए हथियार खरीद सके। यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की ने एक वीडियो कांफ्रेंस के दौरान अमेरिकी सांसदों से रूसी आक्रमण के खिलाफ देश की रक्षा के लिए विमान उपलब्ध कराने में मदद करने का आग्रह भी किया है। इसके अलावा भी अमेरिका अन्य तरह से यूक्रेन की मदद कर रहा है।
फ्रांस भेज रहा सैन्य उपकरण
फ्रांस ने यूक्रेन को हथियार देने का ऐलान किया है। उसने यूक्रेन को 300 मिलियन यूरो की सहायता देने और सैन्य उपकरण भेजने की बात कही है।
मदद के लिए सबसे पहले आगे आया स्वीडन
रूस के यूक्रेन पर हमले के बाद सबसे पहले मदद के लिए सबसे पहले आगे आने वाला देश स्वीडन ही है। स्वीडन यूक्रेन को सैन्य, तकनीकी और मानवीय सहायता प्रदान कर रहा है। स्वीडन ने पांच हजार ऐंटी टैंक रॉकेट्स यूक्रेन को देने का ऐलान किया है। साथ ही 1.35 लाख फील्ड राशन, 5 हजार हेलमेट और 5 हजार बॉडी आर्मर भी यूक्रेन भेजे जाएंगे। इससे पहले 1939 में स्वीडन ने किसी देश को हथियारों की मदद की है। उसने ऐसा तब किया था, जब रूसी तानाशाह स्टालिन ने फिनलैंड पर हमला कर दिया था।
कनाडा ने दी हथियार खरीदने के लिए मदद
इस युद्ध में कनाडा भी यूक्रेन की मदद कर रहा है। कनाडा ने यूक्रेन को पचास करोड़ कनाडाई डॉलर की मदद दिए जाने का ऐलान किया है। कनाडा ने यह मदद रूस के खिलाफ लड़ाई में हथियार खरीदने के लिए की है।
नीदरलैंड भी मदद के लिए आया आगे
रूस और यूक्रेन की लड़ाई में नीदरलैंड रूस के खिलाफ खुलकर सामने आ गया है। उसने यूक्रेन को 200 एंटी-एयरक्राफ्ट मिसाइलें भेजने का ऐलान किया है।
लिथुआनिया के उप रक्षा मंत्री ने दिया ये बयान
लिथुआनिया ने भी यूक्रेन की मदद का ऐलान किया है। देश के उप रक्षा मंत्री के एक बयान के मुताबिक, यूरोपीय संघ के छह देश साइबर खतरों से निपटने में मदद के लिए साइबर सुरक्षा विशेषज्ञों की एक टीम यूक्रेन भेज रहे हैं।
जर्मनी ने की ये मदद
रूस और यूक्रेन के युद्ध में यूक्रेन की मदद के लिए जर्मनी भी खुलकर सामने आ गया है। जर्मनी ने यूक्रेन को 1,000 ऐंटी टैंक हथियार, 500 मिसाइल और 9 होवित्जर तोपों को भेजने का ऐलान किया गया है। इतना ही नहीं जर्मनी ने 14 सैन्य वाहन भी भेजने की बात कही है।
फिनलैंड यूक्रेन के पक्ष में
फिनलैंड की प्रधानमंत्री सना मारीन भी यूक्रेन की मदद कर रही हैं। उन्होंने फिनलैंड की तरफ से यूक्रेन को हथियार भेजे जाने का एलान किया था। फिनलैंड 2,500 असॉल्ट राइफल्स, 1.50 लाख बुलेट्स, 1,500 एंटी-टैंक हथियार और 70 हजार फूड पैकेट्स की यूक्रेन में सप्लाई करेगा।
ब्रिटेन के पीएम ने किया मदद का ऐलान
ब्रिटेन ने भी यूक्रेन की मदद करने का ऐलान किया है। ब्रिटेन के पीएम बोरिस जॉनसन ने यूक्रेन की खुलकर मदद करने की बात कही थी। हाल ही में पीएम बोरिस जॉनसन ने बताया था कि शरण लेने वालों के लिए बुनियादी जरूरतों की आपूर्ति और दवाओं, सीरिंज, ड्रेसिंग जैसी अन्य चिकित्सा आपूर्ति के लिए 40 मिलियन पाउंड का पैकेज भी जारी किया गया है।
रूस के खिलाफ खुलकर सामने आया पोलैंड
रूस के साथ लड़ाई में पोलैंड यूक्रेन की खुलकर मदद कर रहा है। पोलैंड यूक्रेन को हथियार और समर्थन दे रहा है। वहीं यह जानकारी भी सामने आई है कि अगर पोलैंड अपने इस्तेमाल किए हुए मिग-29 और सुखोई-25 जैसे फाइटर प्लेन को यूक्रेन को मुहैया कराता है तो अमेरिका इसके बदले उसे एफ-16 लड़ाकू विमान दे सकता है।
इन देशों के अलावा यूक्रेन की मदद करने वालों में बेल्जियम, नीदरलैंड, चेक रिपब्लिक, पुर्तगाल, ग्रीस, रोमानिया, इटली, तुर्की, स्विटजरलैंड आदि देश भी शामिल हैं।