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बीरभूम हिंसा : भाजपा सांसद रूपा गांगुली ने रोते हुए कहा- बंगाल में पैदा होना गुनाह नहीं हो सकता, राष्ट्रपति शासन लगाकर राज्य को बचाएं

सार

घटना के अगले ही दिन रूपा गांगुली सहित बंगाल भाजपा के नौ सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह से दखल देने और गुनहगारों को सजा दिलाने की मांग की थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने बताया कि इस मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

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राज्यसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में बीरभूम हिंसा पर भाजपा सांसद रूपा गांगुली हृदय विदारक तस्वीर पेश करते हुए कहा, जिस विषय पर चर्चा की जा रही है, उसके बारे में सोचकर भी सिर शर्म से झुक रहा है। रुंधे गले और बहते आंसूओं के साथ उन्होंने कहा, दक्षिणेश्वर काली मां की भूमि बंगाल भी भारत का अंग है। वहां पैदा होना गुनाह नहीं हो सकता, लेकिन हालात जीने लायक नहीं हैं। पुलिस पर भरोसा नहीं, राष्ट्रपति शासन ही अब एक मात्र उपाय है, जिससे बंगाल को बचाया जा सकता है।

टीएमसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, वे (टीएमसी) संख्या की बात कर रहे हैं। इस एक घटना में मृतकों की संख्या आठ है, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा सात दिन के भीतर बंगाल में 26 राजनीतिक हत्याएं हुई हैं। शर्म की बात यह है कि संख्या की बात की जा रही है, लेकिन जिस बर्बरता के साथ पहले लोगों को बुरी तरह मारा गया और फिर घर में बंद कर उन्हें जिंदा जलाया गया उससे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा। इसके बाद टीएमसी सांसदों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया और सभापति के आसान के सामने जमा हो गए, जिसकी वजह से उपसभापति हरिवंश को सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।

सदन से बाहर निकलकर रूपा गांगुली ने कहा, वर्षों से बंगाल में अवैध हथियारों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। कोलकाता में उनके घर के पास आए दिन गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती हैं। लेकिन, ममता बनर्जी को यह सब नहीं दिख रहा है। अवैध हथियारों और राजनीतिक द्वेष की वजह से लोग संवेदनहीन और खून के प्यासे होते जा रहें है।

सीबीआई ने संभाला जांच का जिम्मा
सीबीआई ने बीरभूम हिंसा की जांच का जिम्मा संभाल लिया। इस केस की निगरानी संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी करेंगे। वहीं, डीआईजी/एसपी स्तर के अधिकारी की देखरेख में जांच होगी। एक टीम ने केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञों के साथ घटना स्थल का दौरा किया।

गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट
घटना के अगले दिन रूपा गांगुली सहित बंगाल भाजपा के नौ सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह से दखल देने और गुनहगारों को सजा दिलाने की मांग की थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने बताया कि इस मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

घटना स्थल का दौरा करेगा अल्पसंख्यक आयोग का दल
राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष सैयद शहजादी ने शुक्रवार को कहा कि आयोग का एक दल जल्द ही पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में उस स्थान का दौरा करेगा, जहां पिछले दिनों हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि आयोग की ओर से राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर घटना की जानकारी मांगी गई है। शहजादी ने कहा, जल्द ही आयोग की एक टीम रामपुरहाट के बोगतुई गांव का दौरा करेगी।

ममता के खिलाफ प्रदर्शन  सदन में बयान देने की मांग
पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में भाजपा विधायकों ने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनसे घटना पर बयान की मांग की। भाजपा विधायकों ने कहा, राज्य सरकार की ओर से घटना की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) सच को छिपाने की कोशिश है। सीबीआई जांच के आदेश के बाद हमे विश्वास है कि अब निष्पक्ष जांच होगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। कहा, हम मुख्यमंत्री से सदन को पूरी घटना के बारे में बताने की मांग करते हैं।

तृणमूल ने कहा, जांच में सीबीआई का सहयोग करेंगे
विपक्षी दलों का आरोप है कि राज्य पुलिस तृणमूल के इशारे पर काम कर रही है और वह मुद्दे को दबाने का प्रयास कर रही है।

  • वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह जांच में सीबीआई का सहयोग करेगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा, हम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं। सीबीआई की जांच से पुलिस की सच्चाई सामने आएगी, जो सत्तारूढ़ दल के इशारे में काम करती है।
  • माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा, उनका दल उम्मीद करता है कि सीबीआई निष्पक्ष जांच करेगी। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, राज्य सरकार सच्चाई को सामने लाने के लिए घटना की जांच करा रही थी।

राहुल, प्रियंका व अखिलेश की चुप्पी पर उठाए सवाल 
बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुप्पी पर कहा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार गुनहगारों की सरकार है और ये नेता उनका साथ दे रहे हैं।

विस्तार

राज्यसभा में शुक्रवार को शून्यकाल में बीरभूम हिंसा पर भाजपा सांसद रूपा गांगुली हृदय विदारक तस्वीर पेश करते हुए कहा, जिस विषय पर चर्चा की जा रही है, उसके बारे में सोचकर भी सिर शर्म से झुक रहा है। रुंधे गले और बहते आंसूओं के साथ उन्होंने कहा, दक्षिणेश्वर काली मां की भूमि बंगाल भी भारत का अंग है। वहां पैदा होना गुनाह नहीं हो सकता, लेकिन हालात जीने लायक नहीं हैं। पुलिस पर भरोसा नहीं, राष्ट्रपति शासन ही अब एक मात्र उपाय है, जिससे बंगाल को बचाया जा सकता है।

टीएमसी का नाम लिए बिना उन्होंने कहा, वे (टीएमसी) संख्या की बात कर रहे हैं। इस एक घटना में मृतकों की संख्या आठ है, जिनमें दो मासूम बच्चे भी शामिल हैं। इसके अलावा सात दिन के भीतर बंगाल में 26 राजनीतिक हत्याएं हुई हैं। शर्म की बात यह है कि संख्या की बात की जा रही है, लेकिन जिस बर्बरता के साथ पहले लोगों को बुरी तरह मारा गया और फिर घर में बंद कर उन्हें जिंदा जलाया गया उससे कोई फर्क ही नहीं पड़ रहा। इसके बाद टीएमसी सांसदों ने सदन में हंगामा शुरू कर दिया और सभापति के आसान के सामने जमा हो गए, जिसकी वजह से उपसभापति हरिवंश को सदन की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ी।

सदन से बाहर निकलकर रूपा गांगुली ने कहा, वर्षों से बंगाल में अवैध हथियारों के खिलाफ आवाज उठा रही हैं। कोलकाता में उनके घर के पास आए दिन गोलीबारी की आवाजें सुनाई देती हैं। लेकिन, ममता बनर्जी को यह सब नहीं दिख रहा है। अवैध हथियारों और राजनीतिक द्वेष की वजह से लोग संवेदनहीन और खून के प्यासे होते जा रहें है।

सीबीआई ने संभाला जांच का जिम्मा

सीबीआई ने बीरभूम हिंसा की जांच का जिम्मा संभाल लिया। इस केस की निगरानी संयुक्त निदेशक स्तर के अधिकारी करेंगे। वहीं, डीआईजी/एसपी स्तर के अधिकारी की देखरेख में जांच होगी। एक टीम ने केंद्रीय फॉरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला के विशेषज्ञों के साथ घटना स्थल का दौरा किया।

गृह मंत्रालय ने मांगी रिपोर्ट

घटना के अगले दिन रूपा गांगुली सहित बंगाल भाजपा के नौ सांसदों ने गृहमंत्री अमित शाह से दखल देने और गुनहगारों को सजा दिलाने की मांग की थी, जिसके बाद गृह मंत्रालय ने पश्चिम बंगाल से विस्तृत रिपोर्ट मांगी है।बंगाल के पुलिस महानिदेशक मनोज मालवीय ने बताया कि इस मामले में अब तक 11 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं।

घटना स्थल का दौरा करेगा अल्पसंख्यक आयोग का दल

राष्ट्रीय अल्पसंख्यक आयोग की कार्यवाहक अध्यक्ष सैयद शहजादी ने शुक्रवार को कहा कि आयोग का एक दल जल्द ही पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में उस स्थान का दौरा करेगा, जहां पिछले दिनों हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत हो गई थी। उन्होंने बताया कि आयोग की ओर से राज्य के मुख्य सचिव को पत्र लिखकर घटना की जानकारी मांगी गई है। शहजादी ने कहा, जल्द ही आयोग की एक टीम रामपुरहाट के बोगतुई गांव का दौरा करेगी।

ममता के खिलाफ प्रदर्शन  सदन में बयान देने की मांग

पश्चिम बंगाल विधानसभा परिसर में भाजपा विधायकों ने सीएम ममता बनर्जी के खिलाफ प्रदर्शन किया और उनसे घटना पर बयान की मांग की। भाजपा विधायकों ने कहा, राज्य सरकार की ओर से घटना की जांच के लिए गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) सच को छिपाने की कोशिश है। सीबीआई जांच के आदेश के बाद हमे विश्वास है कि अब निष्पक्ष जांच होगी और पीड़ितों को न्याय मिलेगा। कहा, हम मुख्यमंत्री से सदन को पूरी घटना के बारे में बताने की मांग करते हैं।

तृणमूल ने कहा, जांच में सीबीआई का सहयोग करेंगे

विपक्षी दलों का आरोप है कि राज्य पुलिस तृणमूल के इशारे पर काम कर रही है और वह मुद्दे को दबाने का प्रयास कर रही है।

  • वहीं, तृणमूल कांग्रेस ने कहा है कि वह जांच में सीबीआई का सहयोग करेगी। भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष सुकांत मजुमदार ने कहा, हम कोर्ट के आदेश का स्वागत करते हैं। सीबीआई की जांच से पुलिस की सच्चाई सामने आएगी, जो सत्तारूढ़ दल के इशारे में काम करती है।
  • माकपा नेता सुजन चक्रवर्ती ने कहा, उनका दल उम्मीद करता है कि सीबीआई निष्पक्ष जांच करेगी। तृणमूल कांग्रेस के प्रदेश महासचिव कुणाल घोष ने कहा, राज्य सरकार सच्चाई को सामने लाने के लिए घटना की जांच करा रही थी।

राहुल, प्रियंका व अखिलेश की चुप्पी पर उठाए सवाल 

बलिया के सांसद वीरेंद्र सिंह मस्त ने कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा, राहुल गांधी और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव की चुप्पी पर कहा, मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की सरकार गुनहगारों की सरकार है और ये नेता उनका साथ दे रहे हैं।

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