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पाकिस्तान: सत्ता के सुपर ओवर में हारे इमरान, खान सरकार ने खोया विश्वास मत, आज शहबाज शरीफ चुने जा सकते हैं नए प्रधानमंत्री

पाकिस्तान नेशनल असेंबली में प्रधानमंत्री इमरान खान के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पर शनिवार मध्यरात्रि के बाद हुए मतदान में उन्हें हार का सामना करना पड़ा। इसी के साथ खान देश के इतिहास में ऐसे पहले प्रधानमंत्री बन गए है जिन्हें अविश्वास प्रस्ताव के जरिये हटाया गया है।

मतदान के समय 69 वर्षीय खान निचले सदन में उपस्थित नहीं थे और उनकी पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) के सांसदों ने भी बर्हिगमन किया। हालांकि, पीटीआई के बागी सदस्य सदन में उपस्थित रहे। खान को हटाए जाने के बाद सदन के नए नेता के चुनाव की प्रक्रिया का रास्ता साफ हो गया है।

आज नए प्रधानमंत्री चुने जा सकते हैं शहबाज शरीफ
हालांकि, संयुक्त विपक्ष ने पहले ही एलान कर दिया था कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के अध्यक्ष शहबाज शरीफ उनके संयुक्त उम्मीदवार होंगे। ऐसे में शहबाज शरीफ रविवार को देश के नए प्रधानमंत्री चुने जा सकते हैं।

नई सरकार प्रतिशोध की राजनीति नहीं करेगी: शहबाज
शहबाज ने संकल्प जताया कि नई सरकार प्रतिशोध की राजनीति में शामिल नहीं होगी। विश्वास मत की घोषणा के बाद शहबाज ने कहा, ‘मैं अतीत की कड़वाहट में वापस नहीं जाना चाहता। हमें इसे भूलकर आगे बढ़ना होगा। हम कोई बदले की कार्रवाई या अन्याय नहीं करेंगे। हम बिना वजह किसी को जेल नहीं भेजेंगे।’

विश्वास मत के नतीजे के बाद पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो जरदारी ने देश के इतिहास में पहली बार किसी प्रधानमंत्री के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव पारित होने पर सदन को बधाई दी। उन्होंने कहा, “तीन साल से बोझ उठा रहा था मुल्क। जुर्म है, बढ़ता है, मिट जाता है। तीन-चार साल में सब सीख लिया जो पूरी जिंदगी में नहीं सीखा।”

इमरान खान ने छोड़ा प्रधानमंत्री आवास
इस बीच, पीटीआई के सांसद फैसल जावेद ने कहा कि अविश्वास प्रस्ताव पर मतदान से पहले ही इमरान खान ने प्रधानमंत्री का आधिकारिक आवास छोड़ दिया। फैसल ने ट्वीट किया, ‘अभी-अभी प्रधानमंत्री इमरान खान प्रधानमंत्री आवास से विदा हुए। वह शालीनता से विदा हुए और झुके नहीं।’

शनिवार को पल-पल बदलते घटनाक्रम के बीच देर रात को शुरू हुए मतदान के नतीजे में संयुक्त विपक्ष को 342-सदस्यीय नेशनल असेंबली में 174 सदस्यों का समर्थन मिला, जो प्रधानमंत्री को अपदस्थ करने के लिए आवश्यक बहुमत 172 से अधिक रहा। 

मतदान से पहले स्पीकर और डिप्टी स्पीकर ने दिया इस्तीफा
मतदान से पहले नेशनल असेंबली के अध्यक्ष असद कैसर और उपाध्यक्ष कासिम सूरी ने भी इस्तीफा दे दिया। कैसर ने कहा कि वह प्रधानमंत्री को हटाने की विदेशी साजिश में शामिल नहीं हो सकते। अपने इस्तीफे की घोषणा के बाद, अध्यक्ष ने पीएमएल-एन के सांसद अयाज सादिक को कार्यवाही की अध्यक्षता करने के लिए कहा।

बता दें कि इमरान खान 2018 में एक नया पाकिस्तान बनाने के वादे के साथ सत्ता में आए थे, लेकिन आर्थिक कुप्रबंधन के दावों से परेशान थे क्योंकि उनकी सरकार विदेशी मुद्रा भंडार और दोहरे अंकों की मुद्रास्फीति को कम करने से जूझ रही थी। पिछले साल आईएसआई एजेंसी के प्रमुख की नियुक्ति का समर्थन करने से इनकार करने के बाद उन्होंने स्पष्ट रूप से शक्तिशाली सेना का समर्थन भी खो दिया था। अंत में वह नदीम अहमद अंजुम को आईएसआई प्रमुख बनाने में कामयाब रहे, लेकिन शक्तिशाली सेना के साथ अपने संबंधों को खराब कर लिया। गौरतलब है कि अबतक किसी भी पाकिस्तानी प्रधानमंत्री ने अपना पांच साल का कार्यकाल पूरा नहीं किया है।

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