एजेंसी, इस्लामाबाद।
Published by: Jeet Kumar
Updated Fri, 11 Mar 2022 01:40 AM IST
सार
घटना के बाद पाकिस्तान में विपक्ष ने आरोप लगाया कि इमरान सरकार जानबूझकर यह कार्रवाई कर रही है।
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विस्तार
इस बीच, जेयूआई-एफ एमएनए के सलाहुद्दीन अयूबी समेत 10 लोगों की गिरफ्तारी की गई। घटना के बाद पाकिस्तान में विपक्ष ने आरोप लगाया कि इमरान सरकार जानबूझकर यह कार्रवाई कर रही है। जानकारी के मुताबिक इस्लामाबाद पुलिस महानिरीक्षक मोहम्मद अहसान यूनुस ने घटना पर ध्यान देते हुए संबंधित अधिकारियों को निलंबित कर दिया।
एक्सप्रेस ट्रिब्यून के अनुसार, पुलिस ने जेयूआई-एफ की सहायक कंपनी अंसारुल इस्लाम के स्वयंसेवकों की मौजूदगी की सूचना पर लॉज में कार्रवाई की थी और पार्टी के लगभग 10 से 12 कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया। एमएनए की गिरफ्तारी का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। ट्विटर पर #PTIAttacksParliament ट्रेंड कर रहा था।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, पाकिस्तान की कानून प्रवर्तन एजेंसी ने गिरफ्तारी करने के लिए एमएनए के कमरे का दरवाजा तोड़ दिया। ट्विटर पर वीडियो में पुलिस अधिकारियों को लॉज के अंदर तलाशी लेते हुए और पुलिस की तलाश करते हुए दिखाया गया है। अलग-अलग वीडियो में, पुलिस अधिकारी गिरफ्तार करते हुए और जेयूआई-एफ कार्यकर्ताओं को लॉज से बाहर निकालते हुए देखे गए।
एक स्थानीय मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस बीच विपक्षी पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) गठबंधन के प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान ने लॉज में पहुंचने के बाद अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं को इस्लामाबाद में इकट्ठा होने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हमारे स्वयंसेवक यहां शांति से पहुंचें। उन्होंने कहा कि पुलिस हमारे लॉज में घुस आई और हमारे एमएनए पर हमला कर दिया।
उन्होंने कहा कि मैं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं से कहना चाहता हूं कि या तो इस्लामाबाद पहुंचें या अपने शहरों में सड़कें बंद कर दें और इस अक्षम सरकार का विरोध करें। वहीं पुलिस कार्रवाई को सही ठहराते हुए, संघीय आंतरिक मंत्री शेख राशिद ने कहा कि जिन लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है वे एक निजी मिलिशिया के सदस्य थे।