न्यूज डेस्क, अमर उजाला, तिरुवनंतपुरम
Published by: अभिषेक दीक्षित
Updated Sun, 06 Mar 2022 03:46 PM IST
सार
पनक्कड़ थंगल 74 साल के थे और बीते कई दिनों से बीमार थे। उन्होंने एर्नाकुलम में अंगमाली के एक हॉस्पिटल में आखिरी सांसें लीं।
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विस्तार
थंगल कांग्रेस के यूनाइटेड डेमोक्रेटिक फ्रंट (यूडीएफ) में भी प्रमुख नेता थे। वे केरल में मुस्लिम विद्वानों के प्रभावशाली निकाय समस्त केरल जमीयतुल उलेमा के उपाध्यक्ष के रूप में भी कार्यरत थे। वह मलप्पुरम स्थित पनक्कड़ थंगल परिवार के सबसे वरिष्ठ सदस्य थे।
आईयूएमएल के एक वरिष्ठ पदाधिकारी ने बताया कि उनका रविवार दोपहर 12 बजे के आसपास इंतकाल हो गया। प्रदेश के मंत्री वी शिनकुट्टी और एस चेरियन ने आईयूएमएल नेता के निधन पर दुख जताया।
चेरियन ने अपने संदेश में कहा कि राज्य की राजनीति की एक वरिष्ठ शख्सियत के तौर पर उनके हर किसी से करीबी रिश्ते थे और वह सभी का सम्मान करते थे। थंगल का निधन केरल की सामाजिक-सांस्कृतिक जीवन के लिए बड़ा नुकसान है।
वहीं, राहुल गांधी ने भी थंगल के निधन पर शोक जताया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने उन्हें यूडीएफ की मजबूत धर्मनिरपेक्ष आवाज बताया। राहुल ने ट्विटर पर कहा कि आईयूएमएल की केरल इकाई के अध्यक्ष और प्रिय आध्यात्मिक नेता सैय्यद हैदर अली शिहाब थंगल का निधन हो गया। उनके परिवार और समर्थकों को मेरी संवेदनाएं।
केरल के वायनाड से कांग्रेस सांसद ने कहा कि थंगल भाईचारे, सभी के लिए सम्मान और प्रगति का समर्थन करते थे। उनकी कमी खलेगी। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा में विपक्ष के पूर्व नेता गुलाम नबी आजाद ने भी थंगल के इंतकाल पर गहरा दुख जताया है। पूर्व केंद्रीय मंत्री ने ट्विटर पर कहा कि वह बेहद विनम्र व्यक्ति थे। पिछले कुछ सालों में मेरा उनके साथ करीब से संवाद रहा। यह मेरे लिए निजी क्षति है।
