न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रशांत कुमार झा
Updated Sat, 01 Jan 2022 09:45 AM IST
सार
अगस्त 2022 में पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत भारतीय नौसेना को मिल जाएगा। घातक हथियारों से लैस इस युद्धपोत के आते ही हिंद महासागर में भारत की ताकत में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी
राफेल लड़ाकू विमान
– फोटो : S Rande
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भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत का समुद्री ट्रायल जारी है। युद्धपोत अरब सागर और हिंद महासागर में गहन समुद्री परीक्षणों से गुजर रहा है। अगस्त 2022 में भारतीय नौसेना को मिल जाएगा। इससे पहले राफेल-एम जेट का परीक्षण करेगी। भारतीय नौसेना 6 जनवरी को गोवा में राफेल-समुद्री लड़ाकू विमान के उड़ान परीक्षण का संचालन करेगी। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने कहा है कि वह इसे अप्रैल 2022 में भारतीय नौसेना को हैंडओवर कर देगा। घातक हथियारों से लैस इस युद्धपोत के आते ही हिंद महासागर में भारत की ताकत में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी
विस्तार
भारत के पहले स्वदेशी विमानवाहक युद्धपोत विक्रांत का समुद्री ट्रायल जारी है। युद्धपोत अरब सागर और हिंद महासागर में गहन समुद्री परीक्षणों से गुजर रहा है। अगस्त 2022 में भारतीय नौसेना को मिल जाएगा। इससे पहले राफेल-एम जेट का परीक्षण करेगी। भारतीय नौसेना 6 जनवरी को गोवा में राफेल-समुद्री लड़ाकू विमान के उड़ान परीक्षण का संचालन करेगी। कोचीन शिपयार्ड लिमिटेड ने कहा है कि वह इसे अप्रैल 2022 में भारतीय नौसेना को हैंडओवर कर देगा। घातक हथियारों से लैस इस युद्धपोत के आते ही हिंद महासागर में भारत की ताकत में कई गुना बढ़ोतरी हो जाएगी