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जमाल खशोगी मामला: खालिद अलोताइबी फ्रांस से गिरफ्तार, सऊदी अरब ने कहा- गलत इंसान पकड़ा गया

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, पेरिस
Published by: मुकेश कुमार झा
Updated Wed, 08 Dec 2021 09:39 AM IST

सार

Jamal Khashoggi Murder Case: सऊदी अरब ने कहा कि पत्रकार और वाशिंगटन पोस्ट के स्तंभकार जमाल खशोगी की हत्या के मामले में फ्रांस ने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है।

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सऊदी अरब ने कहा है कि जमाल खशोगी की हत्या के मामले में फ्रांस ने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पेरिस में सऊदी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि फ्रांस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है उसका इस मामले से इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि सऊदी अरब ने उसकी तत्काल रिहाई की मांग की है। वहीं, सऊदी अरब में सुरक्षा से जुड़े सूत्र ने कहा कि ‘खालिद अलोताइबी’ देश में रहने वाले लोगों में एक बहुत ही सामान्य नाम है और जिस अलोताइबी को फ्रांस ने गिरफ्तार किया है, वह वास्तव में सऊदी अरब की जेल में अन्य अभियुक्तों से साथ समय बिता चुका है। 

गौरतलब है कि जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी शाही गार्ड के एक पूर्व सदस्य को फ्रांस से गिरफ्तार किया गया है। खालिद को मंगलवार को फ्रांस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर के न्यायिक हिरासत में रखा गया है। सऊदी सरकार के मुखर आलोचक 59 साल के खशोगी की अक्तूबर 2018 में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी गई थी। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद तुर्की ने कुल 26 वांटेड लोगों की एक सूची जारी की थी। 33 साल का खालिद भी इन्हीं में से एक है। 

बता दें कि जमाल खशोगी की हत्या के बाद पूरी दुनिया में सऊदी सरकार के खिलाफ विरोध हुआ था। इससे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की छवि काफी खराब हुई थी। हालांकि, उन्होंने इस हत्या में अपना कोई भी हाथ होने से साफ तौर पर इंकार किया था। खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी की अदालत ने आठ लोगों को सजा सुनाई थी। 

विस्तार

सऊदी अरब ने कहा है कि जमाल खशोगी की हत्या के मामले में फ्रांस ने गलत व्यक्ति को गिरफ्तार किया है। पेरिस में सऊदी दूतावास ने बयान जारी कर कहा कि फ्रांस ने जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है उसका इस मामले से इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। बता दें कि सऊदी अरब ने उसकी तत्काल रिहाई की मांग की है। वहीं, सऊदी अरब में सुरक्षा से जुड़े सूत्र ने कहा कि ‘खालिद अलोताइबी’ देश में रहने वाले लोगों में एक बहुत ही सामान्य नाम है और जिस अलोताइबी को फ्रांस ने गिरफ्तार किया है, वह वास्तव में सऊदी अरब की जेल में अन्य अभियुक्तों से साथ समय बिता चुका है। 

गौरतलब है कि जमाल खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी शाही गार्ड के एक पूर्व सदस्य को फ्रांस से गिरफ्तार किया गया है। खालिद को मंगलवार को फ्रांस के चार्ल्स डी गॉल हवाई अड्डे से गिरफ्तार कर के न्यायिक हिरासत में रखा गया है। सऊदी सरकार के मुखर आलोचक 59 साल के खशोगी की अक्तूबर 2018 में तुर्की की राजधानी इस्तांबुल स्थित सऊदी वाणिज्य दूतावास में हत्या कर दी गई थी। पत्रकार जमाल खशोगी की हत्या के बाद तुर्की ने कुल 26 वांटेड लोगों की एक सूची जारी की थी। 33 साल का खालिद भी इन्हीं में से एक है। 

बता दें कि जमाल खशोगी की हत्या के बाद पूरी दुनिया में सऊदी सरकार के खिलाफ विरोध हुआ था। इससे सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान की छवि काफी खराब हुई थी। हालांकि, उन्होंने इस हत्या में अपना कोई भी हाथ होने से साफ तौर पर इंकार किया था। खशोगी की हत्या के मामले में सऊदी की अदालत ने आठ लोगों को सजा सुनाई थी। 

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