न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Sun, 09 Jan 2022 12:18 PM IST
सार
december 26 to be observed as veer baal diwas: साहिबजादे गुरु गोविंदसिंह के बेटे थे। गुरु गोविंदसिंह ने देश व धर्म की रक्षा की खातिर अपने पंज प्यारों की शहादत दे दी थी। पीएम ने कहा, माता गुजरी, श्री गुरु गोविंद सिंह जी और साहिबजादों की वीरता और आदर्श लाखों लोगों को शक्ति देते हैं। वे अन्याय के आगे कभी नहीं झुके।
गुरु गोविंद सिंह जयंती
– फोटो : facebook
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विस्तार
पीएम मोदी ने ट्वीट कर वीर बाल दिवस मनाए जाने का एलान किया। पीएम ने कहा, ‘आज, श्री गुरु गोविंद सिंह जी के प्रकाश पर्व के पावन अवसर पर, मुझे यह बताते हुए गर्व हो रहा है कि इस साल से 26 दिसंबर को ‘वीर बाल दिवस’ के रूप में मनाया जाएगा। यह साहिबजादों के साहस के लिए एक उपयुक्त श्रद्धांजलि होगी।’
माता गुजरी, गुरु गोविंद सिंह व साहिबजादे वीरता के आदर्श
पीएम ने कहा, ‘माता गुजरी, श्री गुरु गोविंद सिंह जी और साहिबजादों की वीरता और आदर्श लाखों लोगों को शक्ति देते हैं। वे अन्याय के आगे कभी नहीं झुके। उन्होंने एक ऐसी दुनिया की कल्पना की जो समावेशी और सामंजस्यपूर्ण हो। अधिक से अधिक लोगों को उनके बारे में बताना समय की मांग है।’
दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था
पीएम ने कहा कि ‘वीर बाल दिवस’ उसी दिन मनाया जाएगा, जिस दिन साहिबजादा जोरावर सिंह जी और साहिबजादा फतेह सिंह जी को एक दीवार में जिंदा चुनवा दिया गया था। इन दोनों महानुभावों ने धर्म के महान सिद्धांतों से डिगने की बजाय मौत को चुना था।