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सीपीसीबी: वायु प्रदूषण पर अंकुश लगाने को लेकर तकनीकी समाधान लाने के लिए स्टार्टअप को आमंत्रण

एजेंसी, नई दिल्ली
Published by: देव कश्यप
Updated Sun, 09 Jan 2022 12:50 AM IST

सार

सीपीसीबी ने एक अधिसूचना में वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप या फर्मों से ऑनलाइन विचार आमंत्रित किए हैं।

दिल्ली में वायु प्रदूषण
– फोटो : अमर उजाला

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने देश में वायु प्रदूषण को कम करने को लेकर तकनीकी समाधानों के प्रस्तावों के साथ आने के लिए स्टार्टअप को आमंत्रित किया है, जो कि वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगा।

सीपीसीबी ने एक अधिसूचना में वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप या फर्मों से ऑनलाइन विचार आमंत्रित किए हैं। इन्हें 10 जनवरी तक सौंपना होगा। इसमें कहा गया, सीपीसीबी देश के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के लिए विश्वसनीय प्रौद्योगिकी के विकास के क्षेत्र में स्टार्टअप या फर्मों की भागीदारी चाहता है।

इन तकनीकों का उपयोग हॉटस्पॉट की पहचान करने, वायु गुणवत्ता खाका, स्थानीय स्रोतों को एक करीबी नेटवर्क में तैनात करके और जनता के बीच वायु गुणवत्ता जागरूकता के लिए किया जा सकता है। निगरानी और डाटा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं के उपयोग पर चर्चा और विश्लेषण के लिए वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप या फर्मों के साथ बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

विस्तार

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) ने देश में वायु प्रदूषण को कम करने को लेकर तकनीकी समाधानों के प्रस्तावों के साथ आने के लिए स्टार्टअप को आमंत्रित किया है, जो कि वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क को मजबूत करने में मदद करेगा।

सीपीसीबी ने एक अधिसूचना में वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप या फर्मों से ऑनलाइन विचार आमंत्रित किए हैं। इन्हें 10 जनवरी तक सौंपना होगा। इसमें कहा गया, सीपीसीबी देश के विभिन्न हिस्सों में वायु गुणवत्ता निगरानी नेटवर्क को मजबूत करने के लिए वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के लिए विश्वसनीय प्रौद्योगिकी के विकास के क्षेत्र में स्टार्टअप या फर्मों की भागीदारी चाहता है।

इन तकनीकों का उपयोग हॉटस्पॉट की पहचान करने, वायु गुणवत्ता खाका, स्थानीय स्रोतों को एक करीबी नेटवर्क में तैनात करके और जनता के बीच वायु गुणवत्ता जागरूकता के लिए किया जा सकता है। निगरानी और डाटा प्रबंधन के विभिन्न पहलुओं के उपयोग पर चर्चा और विश्लेषण के लिए वायु गुणवत्ता निगरानी और डाटा प्रबंधन के क्षेत्र में काम कर रहे स्टार्टअप या फर्मों के साथ बैठकें आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।

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