videsh

शिकंजा: कजाखस्तान में आतंक निरोधक एजेंसी का पूर्व प्रमुख गिरफ्तार, सरकार गिराने की साजिश रचने के आरोप

एजेंसी, मॉस्को।
Published by: Jeet Kumar
Updated Sun, 09 Jan 2022 06:11 AM IST

सार

स्थानीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि मासिमोव की साजिश की वजह से 18 रक्षाकर्मियों सहित कुल 50 लोगों की मौत हो चुकी है और 4,400 से ज्यादा लोग हिरासत में हैं।

ख़बर सुनें

कजाखस्तान में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान सरकार को गिराने की साजिश रचने के आरोप में देश की आतंकवाद रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख करीम मासिमोव को गिरफ्तार किया गया है।

राष्ट्रपति कासिम जोमार्त तोकायेव ने इसी सप्ताह मासिमोव को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के प्रमुख के पद से भी हटाया था। करीम मासिमोव सोवियत संघ के दौर में रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी का हिस्सा रह चुका है।

राष्ट्रपति ने इन प्रदर्शनों के लिए विदेश से समर्थित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि मासिमोव की साजिश की वजह से 18 रक्षाकर्मियों सहित कुल 50 लोगों की मौत हो चुकी है और 4,400 से ज्यादा लोग हिरासत में हैं।

कजाखस्तान में पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन सरकार विरोधी आंदोलन बन गया था और बाद में हिंसक हो गया था, जिसके बाद कजाखस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में हालात को काबू करने के लिए रूस को सैन्य सहायता भेजनी पड़ी थी। इसके बाद राष्ट्रपति ताकायेव ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए थे। 

विस्तार

कजाखस्तान में हुए हिंसक प्रदर्शनों के दौरान सरकार को गिराने की साजिश रचने के आरोप में देश की आतंकवाद रोधी एजेंसी के पूर्व प्रमुख करीम मासिमोव को गिरफ्तार किया गया है।

राष्ट्रपति कासिम जोमार्त तोकायेव ने इसी सप्ताह मासिमोव को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति के प्रमुख के पद से भी हटाया था। करीम मासिमोव सोवियत संघ के दौर में रूस की खुफिया एजेंसी केजीबी का हिस्सा रह चुका है।

राष्ट्रपति ने इन प्रदर्शनों के लिए विदेश से समर्थित आतंकवादियों को जिम्मेदार ठहराया है। स्थानीय अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि मासिमोव की साजिश की वजह से 18 रक्षाकर्मियों सहित कुल 50 लोगों की मौत हो चुकी है और 4,400 से ज्यादा लोग हिरासत में हैं।

कजाखस्तान में पेट्रोल-डीजल और गैस की बढ़ती कीमतों के खिलाफ शुरू हुआ प्रदर्शन सरकार विरोधी आंदोलन बन गया था और बाद में हिंसक हो गया था, जिसके बाद कजाखस्तान के सबसे बड़े शहर अल्माटी में हालात को काबू करने के लिए रूस को सैन्य सहायता भेजनी पड़ी थी। इसके बाद राष्ट्रपति ताकायेव ने शुक्रवार को प्रदर्शनकारियों को देखते ही गोली मारने के आदेश दे दिए थे। 

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: