Desh

कोरोना: नए वैरिएंट का फिलहाल असर नहीं, संक्रमित मरीजों के साथ मृतकों की संख्या भी घटी

न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: संजीव कुमार झा
Updated Thu, 07 Apr 2022 10:40 AM IST

सार

स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गुरुवार के आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटों में कोरोना के केवल 1033 मामले सामने आए हैं जो कि कल की तुलना में 53 कम है।

ख़बर सुनें

कोरोना के नए वैरिएंट XE के भारत में दस्तक देने के बावजूद फिलहाल इसका असर अभी दिख नहीं रहा है। ऐसे इसलिए क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए कोरोना के मामले कल की तुलना में कम आए हैं।  स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गुरुवार के आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटों में कोरोना के केवल 1033 मामले सामने आए हैं जो कि कल की तुलना में 53 कम है। वहीं इस दौरान 43 लोगों की मौत भी हुई जो कि कल की तुलना में 28 कम है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 1,876 लोग डिस्चार्ज भी हुए। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि देश में अब केवल 14 हजार 704 सक्रिय मामले ही बचे हैं। सक्रिय मामलों में भारी कमी का मतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। वहीं महामारी की शुरुआत से अब तक स्वस्थ होने वाले कुल मरीजों की संख्या 4.24 करोड़ से अधिक ( 4,24,98,729) हो गई है।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने दिया नए वैरिएंट को लेकर जवाब
महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ‘XE’ मिलने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जवाब देते हुए कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि अभी तक NIB की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि XE वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में 10 फीसदी अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है। हम रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे; केंद्र या एनआईबी से कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता।

क्या है नया ओमिक्रॉन XE स्ट्रेन
मंत्रालय के अनुसार, कोरोना का नया एक्सई स्ट्रेन ओमिक्रॉन वैरियंट से निकले बीए.1 और बीए.2 से रीकॉम्बिनेंट है। यह एक्सई स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में 10 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है लेकिन बीए.1 की तुलना में यह 40 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। बीते वर्ष दिसंबर माह में ओमिक्रॉन के जब भारत में मामले मिलना शुरू हुए थे तब मरीजों में बीए.1 वैरियंट ही सबसे अधिक था लेकिन इस साल जनवरी में बीए.2 वैरियंट अधिक मिलने लगे थे। एक्सई वैरियंट सबसे पहले इसी साल जनवरी महीने में यूके में सबसे पहले मिला था लेकिन तब से लेकर अब तक यह थाईलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका में मिला है।

विस्तार

कोरोना के नए वैरिएंट XE के भारत में दस्तक देने के बावजूद फिलहाल इसका असर अभी दिख नहीं रहा है। ऐसे इसलिए क्योंकि स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी किए गए कोरोना के मामले कल की तुलना में कम आए हैं।  स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा जारी गुरुवार के आंकड़े के अनुसार बीते 24 घंटों में कोरोना के केवल 1033 मामले सामने आए हैं जो कि कल की तुलना में 53 कम है। वहीं इस दौरान 43 लोगों की मौत भी हुई जो कि कल की तुलना में 28 कम है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार 1,876 लोग डिस्चार्ज भी हुए। सबसे बड़ी राहत की बात यह है कि देश में अब केवल 14 हजार 704 सक्रिय मामले ही बचे हैं। सक्रिय मामलों में भारी कमी का मतलब है कि कोरोना संक्रमित मरीज तेजी से स्वस्थ हो रहे हैं। वहीं महामारी की शुरुआत से अब तक स्वस्थ होने वाले कुल मरीजों की संख्या 4.24 करोड़ से अधिक ( 4,24,98,729) हो गई है।

महाराष्ट्र के स्वास्थ्य मंत्री ने दिया नए वैरिएंट को लेकर जवाब

महाराष्ट्र में कोरोना के नए वैरिएंट ‘XE’ मिलने को लेकर राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने जवाब देते हुए कहा कि चिंता करने की कोई बात नहीं है क्योंकि अभी तक NIB की रिपोर्ट में इसकी पुष्टि नहीं हुई है। उन्होंने आगे कहा कि XE वैरिएंट ओमिक्रॉन वैरिएंट की तुलना में 10 फीसदी अधिक संक्रामक है जो फ्लू की तरह है। हम रिपोर्ट प्राप्त करने के बाद इसके बारे में विस्तार से बात करेंगे; केंद्र या एनआईबी से कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। इसलिए महाराष्ट्र का स्वास्थ्य विभाग इसकी पुष्टि नहीं करता।

क्या है नया ओमिक्रॉन XE स्ट्रेन

मंत्रालय के अनुसार, कोरोना का नया एक्सई स्ट्रेन ओमिक्रॉन वैरियंट से निकले बीए.1 और बीए.2 से रीकॉम्बिनेंट है। यह एक्सई स्ट्रेन बीए.2 की तुलना में 10 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है लेकिन बीए.1 की तुलना में यह 40 फीसदी अधिक तेजी से फैलता है। बीते वर्ष दिसंबर माह में ओमिक्रॉन के जब भारत में मामले मिलना शुरू हुए थे तब मरीजों में बीए.1 वैरियंट ही सबसे अधिक था लेकिन इस साल जनवरी में बीए.2 वैरियंट अधिक मिलने लगे थे। एक्सई वैरियंट सबसे पहले इसी साल जनवरी महीने में यूके में सबसे पहले मिला था लेकिन तब से लेकर अब तक यह थाईलैंड, न्यूजीलैंड, दक्षिण अफ्रीका में मिला है।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: