न्यूज डेस्क, अमर उजाला, बेंगलुरु
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Sat, 09 Apr 2022 10:54 AM IST
सार
मुख्यमंत्री बोम्मई की यह टिप्पणी तब आई है, जब हिजाब, हलाल मीट और अजान विवाद के बीच कई बड़े उद्योगपतियों ने कर्नाटक में बिगड़ रहे सांप्रदायिक माहौल पर चिंता व्यक्त की है।
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विस्तार
दरअसल, मुख्यमंत्री की यह टिप्पणी तब आई है, जब हिजाब, हलाल मीट और अजान विवाद के बीच कई बड़े उद्योगपतियों ने कर्नाटक में बिगड़ रहे सांप्रदायिक माहौल पर चिंता व्यक्त की है। इसके बाद कर्नाटक के निवेशकों को तेलंगाना और तमिलनाडु के मंत्रियों की ओर से उनके राज्यों में निवेश का आमंत्रण मिला है।
तेलंगाना और तमिलानाडु से मिला आमंत्रण
हाल ही में, तेलंगाना के आईटी मंत्री केटीआर ने निवेशकों को लेकर एक ट्वीट किया और उनसे हैदराबाद आने का आग्रह किया। उन्होंने कहा था कि, उन्हें यहां बेंगलुरु की अपेक्षा बेहतर इन्फ्रास्ट्रक्चर, सामाजिक और भौतिक परिवेश मिलेगा। इसी तरह तमिलनाडु के वित्त मंत्री ने भी कहा था कि, उनकी सरकार उन कंपनियों का स्वागत करने के लिए तैयार है, जो वहां बढ़ते तनाव के कारण कर्नाटक से बाहर आना चाहती हैं।
मैंने अन्य राज्यों को बदनाम नहीं किया
कर्नाटक के मुख्यमंत्री ने कहा कि, दूसरे राज्यों की आलोचना करके निवेशकों को आमंत्रित करने की आवश्यकता नहीं है। मैंने कभी तमिलनाडु या तेलंगाना के निवेशकों को यहां आने के लिए नहीं कहा। यही हमारी ताकत है। हमें निवेशक मिल रहे हैं। उन्होंने कहा कि, राज्य बड़े प्रस्तावों के लिए तैयार है। हम कभी भी तेलंगाना या तमिलनाडु के विकास के विरोध में नहीं रहे हैं।