न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Amit Mandal
Updated Thu, 20 Jan 2022 08:30 PM IST
सार
इस कंपनी ने जनता को धोखाधड़ी वाले मोबाइल ऐप के माध्यम से एक निश्चित राशि का निवेश करने का झांसा दिया था।
धोखाधड़ी में शख्स गिरफ्तार
– फोटो : social media
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने चीनी लिंक वाले एक भारतीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर धोखाधड़ी वाले मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए जमाकर्ताओं को 84 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। कुछ समय पहले चेन्नई पुलिस की अपराध शाखा सीआईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद अनस अहमद को चेन्नई के पुझल केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ईडी को गुरुवार को बेंगलुरु में पीएमएलए की एक विशेष अदालत ने अहमद की छह दिन की हिरासत दी थी। इस कंपनी ने जनता को धोखाधड़ी वाले मोबाइल ऐप के माध्यम से एक निश्चित राशि का निवेश करने के लिए दैनिक या साप्ताहिक आधार पर किए गए निवेश पर ब्याज देने का आश्वासन दिया था।
ईडी ने कहा कि आरोपी संस्थाओं ने भोले-भाले लोगों से भारी मात्रा में धन इकट्ठा करने के बाद अपना कारोबार बंद कर दिया और फरार हो गए। आरोपी कंपनियों ने न तो ब्याज का भुगतान किया और न ही मूल राशि वापस की।
अनस अहमद एच एंड एस वेंचर्स इंक और क्लिफोर्ड वेंचर्स जैसी दो आरोपी फर्मों में भागीदार है। ये दो साझेदारी फर्म जनता से लगभग 84 करोड़ रुपये जमा करने के लिए जिम्मेदार हैं। ईडी ने कहा कि अहमद के चीनी संबंध हैं और उसके पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड होने का संदेह है।
विस्तार
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने गुरुवार को कहा कि उसने चीनी लिंक वाले एक भारतीय व्यक्ति को गिरफ्तार किया है जिस पर धोखाधड़ी वाले मोबाइल एप्लिकेशन के जरिए जमाकर्ताओं को 84 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है। कुछ समय पहले चेन्नई पुलिस की अपराध शाखा सीआईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद अनस अहमद को चेन्नई के पुझल केंद्रीय कारागार में न्यायिक हिरासत में रखा गया था।
संघीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा कि ईडी को गुरुवार को बेंगलुरु में पीएमएलए की एक विशेष अदालत ने अहमद की छह दिन की हिरासत दी थी। इस कंपनी ने जनता को धोखाधड़ी वाले मोबाइल ऐप के माध्यम से एक निश्चित राशि का निवेश करने के लिए दैनिक या साप्ताहिक आधार पर किए गए निवेश पर ब्याज देने का आश्वासन दिया था।
ईडी ने कहा कि आरोपी संस्थाओं ने भोले-भाले लोगों से भारी मात्रा में धन इकट्ठा करने के बाद अपना कारोबार बंद कर दिया और फरार हो गए। आरोपी कंपनियों ने न तो ब्याज का भुगतान किया और न ही मूल राशि वापस की।
अनस अहमद एच एंड एस वेंचर्स इंक और क्लिफोर्ड वेंचर्स जैसी दो आरोपी फर्मों में भागीदार है। ये दो साझेदारी फर्म जनता से लगभग 84 करोड़ रुपये जमा करने के लिए जिम्मेदार हैं। ईडी ने कहा कि अहमद के चीनी संबंध हैं और उसके पूरे रैकेट का मास्टरमाइंड होने का संदेह है।
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