वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, जकार्ता
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Thu, 10 Mar 2022 08:26 AM IST
सार
माउंट मेरापी इंडोनेशिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है। 2,968 मीटर ऊंचा यह ज्वालामुखी प्राचीन शहर योग्याकार्टा के निकट घनी आबादी वाले जावा द्वीप पर है।
प्रतीकात्मक तस्वीर
– फोटो : पीटीआई
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इंडोनेशिया के माउंट मेरापी ज्वालामुखी में बुधवार को रातभर विस्फोट हुए। इसके चलते बने गर्म बादलों से हिमस्खलन हुआ। आसपास के गांवों व कस्बों में राख की चादर बिछ गई है।
समाचार एजेंसी एपी ने खबर दी है कि करीब 250 निवासियों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। माउंट मेरापी इंडोनेशिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है। 2,968 मीटर ऊंचा यह ज्वालामुखी प्राचीन शहर योग्याकार्टा (Yogyakarta) के निकट घनी आबादी वाले जावा द्वीप पर है। इसमें 1548 के बाद से लगातार विस्फोट हो रहा है। यह दक्षिणी जावा में ज्वालामुखियों का सबसे छोटा समूह है जो इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट और सुंडा प्लेट के एक उप-क्षेत्र जोन में स्थित है।
विस्तार
इंडोनेशिया के माउंट मेरापी ज्वालामुखी में बुधवार को रातभर विस्फोट हुए। इसके चलते बने गर्म बादलों से हिमस्खलन हुआ। आसपास के गांवों व कस्बों में राख की चादर बिछ गई है।
समाचार एजेंसी एपी ने खबर दी है कि करीब 250 निवासियों को भागने के लिए मजबूर होना पड़ा। अभी किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है। माउंट मेरापी इंडोनेशिया का सबसे सक्रिय ज्वालामुखी माना जाता है। 2,968 मीटर ऊंचा यह ज्वालामुखी प्राचीन शहर योग्याकार्टा (Yogyakarta) के निकट घनी आबादी वाले जावा द्वीप पर है। इसमें 1548 के बाद से लगातार विस्फोट हो रहा है। यह दक्षिणी जावा में ज्वालामुखियों का सबसे छोटा समूह है जो इंडो-ऑस्ट्रेलियन प्लेट और सुंडा प्लेट के एक उप-क्षेत्र जोन में स्थित है।