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आईएसए : भारत की मौजूदगी में अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन से जुड़े एंटीगुआ और बारबुडा

एजेंसी, जॉर्जटाउन।
Published by: योगेश साहू
Updated Thu, 06 Jan 2022 01:36 AM IST

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अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने वाला 102वां देश एंटीगुआ और बारबुडा बन गया है। गुयाना में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी और फ्रेमवर्क समझौते पर दस्तखत किए। भारतीय उच्चायुक्त डॉ. केजे श्रीनिवास की मौजूदगी में एंटीगुआ और बारबुडा अंतरराष्ट्रीय सौर ढांचे में शामिल हुए। 

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) अपने सदस्य देशों में ऊर्जा पहुंच लाने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऊर्जा संक्रमण को चलाने के साधन के रूप में सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की बढ़ती तैनाती के लिए यह एक सहयोगी मंच है। 

ऊर्जा पहुंच, सुरक्षा और संक्रमण की सुविधा के लिए इसे 2015 में भारत और फ्रांस ने शुरू किया था। आईएसए स्वच्छ ऊर्जा अनुप्रयोगों को बढ़ावा देकर सौर ऊर्जा के लाभों का दोहन करने के लिए एक वैश्विक बाजार प्रणाली बना रहा है। भारत की इन कोशिशों की संयुक्त राष्ट्र और विकसित देशों ने काफी तारीफ भी की। 

यूएन में भारत के दूत ने संभाली आतंकरोधी समिति की अध्यक्षता
यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने 2022 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) की अध्यक्षता संभाली। भारत अभी 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसके दो साल का कार्यकाल 31 दिसंबर 2022 को समाप्त होगा। पद संभालने की पूर्व संध्या पर भारत ने आतंक रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय के कार्यक्षेत्र के नवीनीकरण के प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया था।

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) में शामिल होने वाला 102वां देश एंटीगुआ और बारबुडा बन गया है। गुयाना में भारतीय उच्चायोग ने ट्वीट करते हुए यह जानकारी दी और फ्रेमवर्क समझौते पर दस्तखत किए। भारतीय उच्चायुक्त डॉ. केजे श्रीनिवास की मौजूदगी में एंटीगुआ और बारबुडा अंतरराष्ट्रीय सौर ढांचे में शामिल हुए। 

अंतरराष्ट्रीय सौर गठबंधन (आईएसए) अपने सदस्य देशों में ऊर्जा पहुंच लाने, ऊर्जा सुरक्षा सुनिश्चित करने और ऊर्जा संक्रमण को चलाने के साधन के रूप में सौर ऊर्जा प्रौद्योगिकियों की बढ़ती तैनाती के लिए यह एक सहयोगी मंच है। 

ऊर्जा पहुंच, सुरक्षा और संक्रमण की सुविधा के लिए इसे 2015 में भारत और फ्रांस ने शुरू किया था। आईएसए स्वच्छ ऊर्जा अनुप्रयोगों को बढ़ावा देकर सौर ऊर्जा के लाभों का दोहन करने के लिए एक वैश्विक बाजार प्रणाली बना रहा है। भारत की इन कोशिशों की संयुक्त राष्ट्र और विकसित देशों ने काफी तारीफ भी की। 

यूएन में भारत के दूत ने संभाली आतंकरोधी समिति की अध्यक्षता

यूएन में भारत के स्थायी प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति ने 2022 के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आतंकवाद रोधी समिति (सीटीसी) की अध्यक्षता संभाली। भारत अभी 15 सदस्यीय सुरक्षा परिषद का अस्थायी सदस्य है और उसके दो साल का कार्यकाल 31 दिसंबर 2022 को समाप्त होगा। पद संभालने की पूर्व संध्या पर भारत ने आतंक रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय के कार्यक्षेत्र के नवीनीकरण के प्रस्ताव के पक्ष में वोट दिया था। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने इस प्रस्ताव को पारित कर दिया था।

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