हैती में दो पत्रकारों को जिंदा जलाया
पोर्ट ऑफ प्रिंस के दक्षिण इलाके लाबूल में रिपोर्टिंग कर रहे दो पत्रकारों की एक गिरोह ने जिंदा जलाकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि मामला शुक्रवार का है। शवों पर ‘गोली के निशान भी मिले हैं, जिससे लगता है कि पहले दोनों को गोली मारी थी।
पुलिस के मुताबिक तीन पत्रकार वहां रिपोर्टिंग के लिए गए थे, उनमें से जॉन वेस्ले अमाडी और विल्गुएन्स लुइसेंट की स्थानीय गैंग ने हत्या कर दी, जबकि तीसरा भाग निकला। असल में वे लाबूल में गिरोहों की वजह से लोगों के लिए पैदा हुए खतरों की जानकारी दे रहे थे।
न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक घटना की निंदा करते हुए कहा कि इससे पता चलता है कि पत्रकार किस तरह के मुश्किल हालात का सामना करते हैं।
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री पुष्प कमल दहल कोरोना संक्रमित
नेपाल के पूर्व प्रधानमंत्री और सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ नेता पुष्प कमल दहल ‘प्रचंड’ कोरोना संक्रमित हो गए हैं। 67 वर्षीय प्रचंड के निजी सचिव गंगा दहल ने बताया कि सांस लेने में तकलीफ चलते शुक्रवार को आरटी-पीसीआर जांच में संक्रमित पाए गए। उन्होंने स्वयं को क्वारंटीन कर लिया है। फिलहाल उनकी हालत स्थिर है। उनके निजी सचिव रमेश मल्ला की जांच में भी संक्रमण की पुष्टि हुई है।
बिहार : एसएसपी के नाम से रजिस्टर्ड कार से शराब बरामद
बिहार के औरंगाबाद पटना एनएच पर एक कार से 310 लीटर शराब बरामद हुई है। जिस कार से शराब बरामद हुई वह कार हरियाणा के एक एसएसपी के नाम पर रजिस्टर्ड है। बताया जाता है कि एनएच 139 पर वलिदाद कब्रिस्तान के समीप शुक्रवार की देर रात एक कार दुर्घटनाग्रस्त हो गई।
उसके बाद स्थानीय लोगों ने पुलिस को सूचना दी। उसके बाद पुलिस ने दुर्घटनाग्रस्त कार से 310 लीटर अंग्रेजी शराब बरामद की। कार के नंबर से पता चला है कि यह कार हरियाणा पुलिस के एक एसएसपी के नाम पर रजिस्टर्ड है। अब पुलिस का कहना है कि धंधेबाज कई तरह का पैंतरा अपनाते हैं, इसलिए जब तक पूरी जांच नहीं होती, कुछ भी कहना संभव नहीं है।
एससीबीए अपनी शिकायतों को लेकर कैंडल मार्च निकालेगा
सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन (एससीबीए) ने शनिवार को कहा कि वह अपनी कई शिकायतों को उठाने के लिए राजपथ पर कैंडल मार्च निकालेगा। एससीबीए की शिकायतों में विभिन्न हाईकोर्ट में न्यायाधीशों के रूप में उसके सदस्यों के नामों पर विचार नहीं करना भी शामिल है।
एससीबीए ने कहा कि उसकी कार्यकारी समिति ने शुक्त्रस्वार को एक बैठक की और सर्वसम्मति से एससीबीएव केअध्यक्ष एवं वरिष्ठ वकील विकास सिंह द्वारा तय किए जाने वाले समय और तारीख पर एक कैंडल मार्च आयोजित करने का संकल्प लिया गया।
एससीबीए ने कहा कि शिकायतों को उठाने के लिए कैंडल मार्च निकाला जाएगा। उनकी शिकायतों में अदालत के कर्मचारियों द्वारा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के दौरान वकीलों को म्यूट और अनम्यूट किया जाना भी शामिल है। उसका कहना है कि यह संविधान के अनुच्छेद-145 में अनिवार्य रूप से खुली अदालत में सुनवाई की अवधारणा के खिलाफ है।
एससीबीए की शिकायतों में गैर-भेदभावपूर्ण आधार पर मामले को सूचीबद्ध नहीं किया जाना शामिल है। उसका कहना है कि याचिका दाखिल करने की तारीख के अनुसार मामले को सूचीबद्ध किया जाए। शिकायतों में चैम्बर के आवंटन के लिए वरिष्ठता सूची को अंतिम रूप देने में देरी भी शामिल है।