निरंतर होती तकनीकी उन्नति हमारी सभ्यता को नई ऊंचाइयों पर लेकर जा रही है। आज हम चौथी औद्योगिक क्रांति के मुहाने पर खड़े हैं, जहां विश्व के कई देश परंपरागत ढांचे को छोड़ अब डाटा और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के स्तर पर एक दूसरे से प्रतिस्पर्धा कर रहे हैं। स्मार्टफोन से लेकर स्मार्ट डिवाइसेस और गैजेट्स ने हमारे काम को काफी आसान बना दिया है। वैश्विक स्तर पर सूचना का प्रवाह काफी तेज हो गया है। रोजाना ऐसे कई इनोवेशन हो रहे हैं, जो आने वाले समय में भविष्य को एक नई दिशा देने का काम करेंगे। इसी कड़ी में आज हम बात करने वाले हैं वाई-फाई की। वाई-फाई की तकनीक से आप सभी लोग परिचित हैं। हम सभी लोग रोजाना अपने कार्यों के लिए इसका इस्तेमाल करते हैं। वहीं क्या आपको इस बारे में पता है कि वाई-फाई क्या है और ये काम कैसे करता है? अगर नहीं, तो आज हम आपको इसी के बारे में बताने वाले हैं। आइए जानते हैं –
क्या होता है वाई-फाई?
Wifi यानी Wireless fidelity एक ऐसी खास तकनीक है, जिसमें नेटवर्क कनेक्टिविटी को देने के लिए रेडियो वेब का इस्तेमाल किया जाता है। रेडियो वेब के द्वारा दी जा रही नेटवर्क कनेक्टिविटी के जरिए ही इंटरनेट का इस्तेमाल किया जाता है। वाईफाई का इस्तेमाल आज केवल वायरलेस इंटरनेट के लिए ही नहीं किया जा रहा बल्कि इसका बड़े स्तर पर प्रयोग वायरलेस डाटा भेजने के लिए भी हो रहा है।
इंटरनेट पर आपको ऐसे कई ऐप्स मिल जाएंगे, जिनके माध्यम से आप आसानी से अपनी फोटो, वीडियो, फोल्डर और फाइल्स को आसानी से किसी दूसरे व्यक्ति के कंप्यूटर या मोबाइल फोन में भेज सकते हैं।
वाई-फाई काम कैसे करता है?
इसमें हॉट-स्पॉट या वाई-फाई राउटर के जरिए एक वायरलेस सिग्नल को ट्रांसमिट किया जाता है। इसी की मदद से दो डिवाइस आपस में कम्युनिकेट करती हैं। इस कम्युनिकेशन में रेडियो फ्रिक्वेंसी का उपयोग किया जाता है। साधरणतया वाई-फाई फ्रिक्वेंसी बैंड 2.4 गीगाहर्ट्ज से लेकर 5 गीगाहर्ट्ज के बीच होती है।
आज बड़े पैमाने पर डाटा ट्रांसफर और इंटरनेट यूज के लिए वाईफाई का इस्तेमाल किया जा रहा है। इस तकनीक के आने से लोगों के कई काम आसान हो चुके हैं। बात अगर इंटरनेट स्पीड की करें, तो मोबाइल नेटवर्क की तुलना में वाईफाई की इंटरनेट स्पीड काफी ज्यादा होती है।
