बिजनेस डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: दीपक चतुर्वेदी
Updated Mon, 29 Nov 2021 10:52 AM IST
सार
government sovereign gold bond scheme 2021: सरकार आपको सस्ते में सोना खरीदने का मौका दे रही है। इसके लिए सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम 2021-22 आज से खुल गई है। यह स्कीम तीन दिसंबर तक चालू रहेगी।
सोना (प्रतीकात्मक तस्वीर)
– फोटो : pixabay
ख़बर सुनें
विस्तार
ऑनलाइन खरीद पर मिलेगी अतिरिक्त छूट
भारत सरकार ने आरबीआई की सलाह से उन निवेशकों को नॉमिनल वैल्यू पर 50 रुपये प्रति ग्राम की छूट देने का भी फैसला किया है, जो ऑनलाइन आवेदन करेंगे और आवेदन के लिए पेमेंट डिजिटल मोड के माध्यम से करेंगे। ऐसे निवेशकों के लिए गोल्ड बॉन्ड का इश्यू प्राइस 4,741 रुपये प्रति ग्राम सोना रखा गया है। बता दें कि सीरीज VII का इश्यू प्राइस 4,761 रुपये प्रति ग्राम सोना था।
यहां से खरीद सकते हैं गोल्ड बॉन्ड
आरबीआई भारत सरकार की ओर से ये गोल्ड बॉन्ड जारी करता है। ये बॉन्ड बैंकों (स्मॉल फाइनेंस बैंकों और पेमेंट बैंकों को छोड़कर), स्टॉक होल्डिंग कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया लिमिटेड, नॉमिनेटेड डाकघरों और मान्यता प्राप्त स्टॉक एक्सचेंजों जैसे नेशनल स्टॉक एक्सचेंज ऑफ इंडिया लिमिटेड और बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज लिमिटेड के माध्यम से खरीदे जा सकते हैं।
2015 में शुरू की गई थी यह स्कीम
गौरतलब है कि एसजीबी स्कीम नवंबर 2015 में शुरू की गई थी। इस स्कीम शुरू करने का उद्देश्य फिजिकल गोल्ड की मांग को कम करना था। बॉन्ड के दाम सब्सक्रिप्शन अवधि से पहले के सप्ताह के अंतिम 3 कार्य दिवसों के लिए इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड की तरफ से जारी किए गए 999 शुद्धता वाले सोने के बंद भाव के सिम्पल एवरेज के आधार पर तय की जाती है।
गोल्ड बॉन्ड की अवधि आठ साल
बता दें कि गोल्ड बॉन्ड की अवधि आठ सालों की होगी। खरीदारों को 5वें साल के बाद एग्जिट ऑप्शन मिलेगा, जिसे अगली ब्याज के भुगतान की तारीख पर इस्तेमाल किया जा सकता है। निवेशकों को सालाना 2.50 फीसदी की तय दर पर ब्याज मिलेगी, जिसका भुगतान साल में दो बार किया जाएगा।
एक ग्राम सोने का निवेश कर सकेंगे
सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड स्कीम में एक वित्तीय वर्ष में एक व्यक्ति अधिकतम 500 ग्राम गोल्ड बॉन्ड खरीद सकता है। जबकि खरीदार कम से कम एक ग्राम सोने का निवेश कर सकता है। इसके साथ हिंदू अनडिवाइडेड फैमिली या HUF 4 किलोग्राम और ट्रस्ट और समान इकाई अप्रैल से मार्च तक हर वित्त वर्ष 20 किलोग्राम का निवेश कर सकते हैं। गौरतलब है कि ये गोल्ड बॉन्ड भारत सरकार की ओर से आरबीआई जारी करता है।