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Russia Ukraine Crisis: जंग टालने के लिए बाइडन-पुतिन कर सकते हैं शिखर बैठक, बनी सशर्त 'सैद्धांतिक सहमति'

वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, वॉशिंगटन
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Mon, 21 Feb 2022 07:28 AM IST

सार

दोनों नेताओं के बीच रविवार को हुई बातचीत में यूक्रेन सीमा के निकट रूसी सेना का जमावड़ा और बढ़ने और टकराव टालने के लिए जारी कूटनीतिक प्रयासों पर मंथन हुआ।अमेरिकी खुफिया विभाग के सूत्रों ने दावा किया है कि रूसी टैंक यूक्रेन की ओर बढ़ने लगे हैं।

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रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर हमले का आदेश देने के अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के दावे के बीच जंग टालने के प्रयास नए सिरे से तेज हो गए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की। इसके बाद मैक्रों के दफ्तर ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति बाइडन के बीच यूक्रेन संकट को लेकर शिखर बैठक आयोजित करने पर सशर्त ‘सैद्धांतिक सहमति’ बन गई है।

सोमवार अल सुबह फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान जारी कर यह बात कही। बयान में यह बात कही गई है कि शिखर बैठक तभी होगी जब रूस पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा। बयान में कहा गया है कि मैक्रों ने दोनों नेताओं को यूरोप में सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता पर एक शिखर सम्मेलन करने का प्रस्ताव दिया था। राष्ट्रपति बाइडन और पुतिन दोनों ने इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया है। बयान में कहा गया है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो ऐसी बैठक असंभव होगी क्योंकि पश्चिमी देशों को डर है कि रूस हमले की योजना बना रहा है। हालांकि फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय के इस बयान पर अभी व्हाइट हाउस से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। 

इससे पहले बाइडन व मैक्रों के बीच रविवार को हुई बातचीत में यूक्रेन सीमा के निकट रूसी सेना का जमावड़ा और बढ़ने और टकराव टालने के लिए जारी कूटनीतिक प्रयासों पर मंथन हुआ।चर्चा के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर यह जानकारी दी। इसके पहले 6 फरवरी को भी अमेरिका व फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस मामले में बात की थी। 6 फरवरी की बातचीत के बाद बाइडन व मैक्रों ने कहा था कि वे यूक्रेन की संप्रभुता व अखंडता कायम रखने में मदद के प्रति वचनबद्ध हैं। 

बाइडन ने रविवार को यूक्रेन के आसपास के हालात को लेकर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक भी की। बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ एनएससी के अन्य सदस्य मौजूद थे। उधर, मास्को में क्रेमलिन ने रविवार को  बयान जारी कर कहा कि मैक्रों और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के आसपास के घटनाक्रम के साथ-साथ रूस के लिए दीर्घकालिक कानूनी सुरक्षा गारंटी के बारे में गहन चर्चा की। 

जी-7 देशों के नेताओं से बात करेंगे बाइडन
अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन इसी सप्ताह जी-7 देश के नेताओं से भी यूक्रेन संकट पर बात करेंगे। जी-7 का जर्मनी अध्यक्ष है। उसकी मेजबानी में संगठन की वर्चुअल बैठक होगी। बाइडन भी यूक्रेन संकट पर सहयोगी नेताओं के साथ परामर्श करेंगे। 

इस बीच, अमेरिकी खुफिया विभाग के सूत्रों ने दावा किया है कि रूसी टैंक यूक्रेन की ओर बढ़ने लगे हैं। इन सूत्रों के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी बलों को यूक्रेन पर हमले का आदेश दे दिया है और अब हमले की अंतिम योजना पर काम चल रहा है। इस योजना के तहत रूस, मिसाइल और हवाई हमले से पहले साइबर हमले से शुरुआत करेगा और अंत में जमीनी टुकड़ियां यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करेंगी। रूस की अग्रिम पंक्ति की सेना के वाहनों, टैंकों पर पेंट से जेड अक्षर बनाया गया है और ये टैंक यूक्रेन सीमा की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।

विस्तार

रूस के राष्ट्रपति ब्लादिमीर पुतिन द्वारा यूक्रेन पर हमले का आदेश देने के अमेरिकी खुफिया एजेंसियों के दावे के बीच जंग टालने के प्रयास नए सिरे से तेज हो गए हैं। राष्ट्रपति जो बाइडन ने फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से फोन पर बात की। इसके बाद मैक्रों के दफ्तर ने कहा कि राष्ट्रपति पुतिन और राष्ट्रपति बाइडन के बीच यूक्रेन संकट को लेकर शिखर बैठक आयोजित करने पर सशर्त ‘सैद्धांतिक सहमति’ बन गई है।

सोमवार अल सुबह फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के कार्यालय ने एक बयान जारी कर यह बात कही। बयान में यह बात कही गई है कि शिखर बैठक तभी होगी जब रूस पड़ोसी देश यूक्रेन पर हमला नहीं करेगा। बयान में कहा गया है कि मैक्रों ने दोनों नेताओं को यूरोप में सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता पर एक शिखर सम्मेलन करने का प्रस्ताव दिया था। राष्ट्रपति बाइडन और पुतिन दोनों ने इसे सैद्धांतिक रूप से स्वीकार कर लिया है। बयान में कहा गया है कि अगर रूस ने यूक्रेन पर हमला किया तो ऐसी बैठक असंभव होगी क्योंकि पश्चिमी देशों को डर है कि रूस हमले की योजना बना रहा है। हालांकि फ्रांस के राष्ट्रपति कार्यालय के इस बयान पर अभी व्हाइट हाउस से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली है। 

इससे पहले बाइडन व मैक्रों के बीच रविवार को हुई बातचीत में यूक्रेन सीमा के निकट रूसी सेना का जमावड़ा और बढ़ने और टकराव टालने के लिए जारी कूटनीतिक प्रयासों पर मंथन हुआ।चर्चा के बाद व्हाइट हाउस ने बयान जारी कर यह जानकारी दी। इसके पहले 6 फरवरी को भी अमेरिका व फ्रांस के राष्ट्रपति ने इस मामले में बात की थी। 6 फरवरी की बातचीत के बाद बाइडन व मैक्रों ने कहा था कि वे यूक्रेन की संप्रभुता व अखंडता कायम रखने में मदद के प्रति वचनबद्ध हैं। 

बाइडन ने रविवार को यूक्रेन के आसपास के हालात को लेकर अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की बैठक भी की। बैठक में अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन, रक्षा सचिव लॉयड ऑस्टिन के साथ एनएससी के अन्य सदस्य मौजूद थे। उधर, मास्को में क्रेमलिन ने रविवार को  बयान जारी कर कहा कि मैक्रों और रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने यूक्रेन के आसपास के घटनाक्रम के साथ-साथ रूस के लिए दीर्घकालिक कानूनी सुरक्षा गारंटी के बारे में गहन चर्चा की। 

जी-7 देशों के नेताओं से बात करेंगे बाइडन

अमेरिकी राष्ट्रपति बाइडन इसी सप्ताह जी-7 देश के नेताओं से भी यूक्रेन संकट पर बात करेंगे। जी-7 का जर्मनी अध्यक्ष है। उसकी मेजबानी में संगठन की वर्चुअल बैठक होगी। बाइडन भी यूक्रेन संकट पर सहयोगी नेताओं के साथ परामर्श करेंगे। 

इस बीच, अमेरिकी खुफिया विभाग के सूत्रों ने दावा किया है कि रूसी टैंक यूक्रेन की ओर बढ़ने लगे हैं। इन सूत्रों के अनुसार रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने रूसी बलों को यूक्रेन पर हमले का आदेश दे दिया है और अब हमले की अंतिम योजना पर काम चल रहा है। इस योजना के तहत रूस, मिसाइल और हवाई हमले से पहले साइबर हमले से शुरुआत करेगा और अंत में जमीनी टुकड़ियां यूक्रेन के शहरों पर कब्जा करेंगी। रूस की अग्रिम पंक्ति की सेना के वाहनों, टैंकों पर पेंट से जेड अक्षर बनाया गया है और ये टैंक यूक्रेन सीमा की ओर बढ़ते दिख रहे हैं।

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