न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: प्रांजुल श्रीवास्तव
Updated Tue, 28 Dec 2021 08:40 AM IST
सार
जसविंदर सिंह मुल्तानी लुधियाना में हुए कोर्ट ब्लास्ट में भी शामिल था।
जसविंदर सिंह मुल्तानी
– फोटो : सोशल मीडिया
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विस्तार
जसविंदर सिंह मुल्तानी की गिरफ्तारी पर जर्मनी व भारत के राजनयिकों का कहना है कि भारत सरकार ने जर्मनी की सरकार से उन खालिस्तान समर्थक कट्टरपंथियों को गिरफ्तार करने का आग्रह किया था, जिनके संबंध सीधे पाकिस्तान से थे और सीमा पार से वह पंजाब में हथियारों व गोला-बारूद की तस्करी में शामिल थे। मोदी सरकार के आग्रह के बाद ही जर्मन पुलिस ने मुल्तानी को गिरफ्तार किया है।
लुधियाना कोर्ट ब्लास्ट में एक व्यक्ति की हुई थी मौत
लुधियाना कोर्ट में 23 दिसंबर को हुए ब्लास्ट में एक व्यक्ति की मौत हो गई थी तो वहीं छह लोग घायल हो गए थे। हमलावरों का इरादा कोर्ट में बड़ा धमाका करने और ज्यादा से ज्यादा नुकसान पहुंचाने का था, लेकिन जब हमलावर बम को सक्रिय कर रहा था, तभी उसमें धमाका हो गया।
सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था मुल्तानी
अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान की मदद से मुल्तानी सीमा पार से विस्फोटक, हथगोले, पिस्तौल व अन्य हथियारों की तस्करी को अंजाम दे रहा था, जिसके चलते पिछले कई दिनों से वह सुरक्षा एजेंसियों के रडार पर था। अधिकारियों का कहना है कि मुल्तानी इन हथियारों के जरिए पंजाब में बड़े आतंकवादी हमले की योजना बना रहा था।
किसान नेता की हत्या की भी रची थी साजिश
जसविंदर सिंह मुल्तानी ने ही सिंघु बॉर्डर पर किसान नेता बलवीर सिंह राजेवाल की हत्या की साजिश रची थी। इसके लिए उसने जीवन सिंह नाम के शख्स को हथियार उपलब्ध कराए थे। हालांकि, दिल्ली पुलिस ने पहले ही जीवन सिंह को गिरफ्तार कर लिया था।
