Kali Haldi Ke Upay: हल्दी हमारी सेहत के लिए बेहद फायदेमंद है। इसे दर्द निवारक भी कह सकते हैं। गर्म दूध में मिला कर इसे पीने से शरीर का दर्द दूर हो जाता है। हल्दी एक ओर जहां सेहत के लिए अच्छी मानी जाती है। वहीं दूसरी ओर मांगलिक कार्यों में हल्दी का इस्तेमाल किया जाता है। विष्णु की पूजा में भी हल्दी का प्रयोग किया जाता है। शास्त्रों में इसे सुख और समृद्धि का कारक भी माना गया है। इसलिए इसका प्रयोग सभी शुभ कार्यों में किया जाता है। पीली हल्दी के महत्व के बारे में तो सभी जानते होंगे। लेकिन काली हल्दी के बारे में कम लोग ही जानते होंगे। दरअसल, पीली हल्दी अलावा काली हल्दी भी बेहद लाभकारी मानी गई है। ज्योतिष में काली हल्दी का विशेष महत्व बताय गया है। कई समस्याओं से छुटकारा पाने के लिए काली हल्दी के उपाय किए जाते हैं। आइए जानते हैं काली हल्दी के उपायों के बारे में…
फिजूलखर्ची से बचने के लिए करें ये उपाय
- फिजूलखर्ची से बचने के लिए किसी चांदी के डब्बे में काली हल्दी, नागकेसर और सिंदूर को एक साथ रखें और किसी लक्ष्मी मंदिर में जाकर मां लक्ष्मी के पैरों से स्पर्श कराएं। इसके बाद इसे अपने घर में जहां धन रखते हैं, उस स्थान पर रखें। इस उपाय को शुक्ल पक्ष के पहले शुक्रवार को करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से पैसा टिकता है और फिजूलखर्च नहीं होता है।
- मान्यताओं के अनुसार, आर्थिक तंगी से बचने के लिए किसी भी गणेश चतुर्दशी को जब अमावस्या और शुक्रवार का संयोग बने, तब पीले कपड़े में काली हल्दी और एक चांदी का सिक्का रखकर पूजा स्थल पर रखें और फिर इसके बाद तिजोरी में रख दें। इस उपाय को करने से पैसों की कमी नहीं होती। साथ ही आर्थिक तंगी से भी छुटकारा मिलता है।
- काली हल्दी पीसकर उसमें केसर या किसी पवित्र नदी का जल मिलाएं और इस पेस्ट को गल्ले या अन्य दूसरी जगहों पर स्वास्तिक का चिह्न बनाएं। ये उपाय माह के पहले बुधवार के दिन करें। कहा जाता है कि ऐसा करने से व्यापार में तरक्की के रास्ते खुलते हैं।
- काली हल्दी को सिंदूर के साथ लाल कपड़े में लपेट कर इसे गुरु-पुष्य नक्षत्र के संयोग पर पहले पूजा वाले स्थान पर रखें। फिर तिजोरी या धन स्थान पर रखें। मान्यता है कि ऐसा करने से धन में धन-वृद्धि होने लगती है।
