ऋतिक रोशन
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
बॉलीवुड के हैंडसम हैंक ऋतिक रोशन का आज जन्मदिन है। ऋतिक आज 48 साल के हो गए हैं। साल 2000 में ‘कहो न प्यार है’ फिल्म से ऋततिक रोशन ने बॉलीवुड में डेब्यू किया। इस फिल्म ने सबसे ज्यादा अवॉर्ड बनाने का रिकॉर्ड बनाया। 21 सालों में ऋतिक रोशन ने बॉलीवुड में अलग पहचान बनाई है। उन्होंने एक से बढ़कर एक सुपरहिट फिल्में दीं। अपनी पहली फिल्म से कई अवॉर्ड्स जीतने वाले ऋतिक रोशन फोर्ब्स की लिस्ट में मोस्ट पॉपुलर शख्सियत रहे हैं। भले ही ऋतिक को अभिनय विरासत में मिली हो लेकिन इसके लिए उन्हें काफी मेहनत करनी पड़ी है।
ऋतिक रोशन
– फोटो : अमर उजाला, मुंबई
ऋतिक ने बहुत छोटी सी उम्र में ही अभिनेता बनने का निर्णय ले लिया था, लेकिन उनके पिता राकेश रोशन चाहते थे कि वह पहले अपनी पढ़ाई पूरी कर लें। ऋतिक अपने आप को दूसरों से अलग समझते थे, क्योंकि वह बढ़े हुए अंगूठे के साथ पैदा हुए थे। वह छह साल के थे तब तक हकलाते थे। स्कूल में उनके बोलने का मजाक न बने, इसलिए वह मौखिक परीक्षाओं से बीमारी का बहाना करके बचा करते थे। रोजाना की स्पीच थेरेपी ने उन्हें ठीक से बोलना सिखाया गया।
ऋतिक रोशन
– फोटो : instagram/hrithikroshan
लड़कियों में सबसे अधिक पॉपुलर हीरो ऋतिक रोशन दुनियाभर में कई फैंस है पर क्या आपको पता है कि इस हैंडसम हीरो का पूरा नाम ऋतिक राकेश नागरथ है। ऋतिक के पिता राकेश रोशन अभिनेता और निर्देशक हैं। मशहूर संगीतकार रोशनलाल नागरथ उनके दादा हैं। ऋतिक की मां पिंकी रोशन निर्माता-निर्देशक जे. ओम प्रकाश की बेटी हैं।
ऋतिक रोशन
– फोटो : सोशल मीडिया
1980 में ऋतिक जितेंद्र और रीना रॉय की फिल्म आशा के एक गाने में नजर आए। इसके लिए उनके नाना ने ऋतिक को मेहनताने के तौर पर 100 रुपये दिए। इसके बाद आई फिल्म ‘आप के दीवाने’ में ऋतिक ने अपने पिता के बचपन का किरदार निभाया। उन्होंने अपने पिता के साथ खुदगर्ज, किंग अंकल, करण अर्जुन और कोयला जैसी फिल्मों में सहायक निर्देशक बनकर काम किया। इसी दौरान अभिनय के अध्यापक किशोर नमित कपूर से उन्होंने अभिनय का प्रशिक्षण भी लिया।
कहो ना प्यार है
– फोटो : अमर उजाला आर्काइव, मुंबई
साल 2000 में ऋतिक रोशन ने रोमांटिक ड्रामा फिल्म ‘कहो ना प्यार है’ (2000) से डेब्यू किया। राकेश रोशन इस फिल्म के निर्देशक थे। फिल्म में ऋतिक के अपोजिट अमीषा पटेल थीं। यह 2000 की सबसे बड़ी बॉलीवुड कमर्शियल सफलता प्राप्त करने वाली फिल्म बन गई और यह बॉलीवुड की पहली फिल्म थी जिसने 102 पुरस्कार जीते।