Movie Review
गहराइयां
कलाकार
दीपिका पादुकोण
,
सिद्धांत चतुर्वेदी
,
अनन्या पांडे
,
धैर्य करवा
,
नसीरुद्दीन शाह
और
रजत कपूर
लेखक
आयशा देवित्रे
,
सुमित रॉय
,
यश सहाय
और
शकुन बत्रा
निर्देशक
शकुन बत्रा
निर्माता
धर्मा प्रोडक्शंस
,
वॉयकॉम 18 स्टूडियोज
और
जोउस्का फिल्म्स
शांतिप्रिया अब अलीशा होना चाहती है। बशीर बद्र के पैमाने से देखें तो उसकी आंखों में धूल भरी है और लिपटकर रोने के लिए उसे एक सूखे पेड़ की तलाश है। अच्छा होना दुनिया में आसान नहीं होता। आपके साथ रहने वाला जब घर का कचरा तक सही जगह न पहुंचा पाए तो मन में एक हूक उठती है। दिल बार बार सवाल पूछता है। पर चेहरा मुस्कुराता रहता है। बशीर बद्र की इसी गजल के शेर की तरह कि, ‘मैंने दरिया से सीखी है पानी की परदादारी, ऊपर ऊपर हंसते रहना गहराई में रो लेना’। दीपिका पादुकोण की नई फिल्म ‘गहराइयां’ देखते समय पता नहीं चलता कि दीपिका ही अलीशा है या अलीशा ही दीपिका है। दीपिका पादुकोण 36 साल की हो चुकी हैं। फिल्म में उनके साथ हैं 31 के धैर्य करवा, 28 के सिद्धांत चतुर्वेदी और 23 साल की अनन्या पांडे। दो जोड़ों की प्रेम कहानियों के किसी चौराहे पर आकर मिल जाने की कहानियां लव ट्राएंगल नहीं होतीं। ये वे कहानियां है जिनमें त्रिकोण से ज्यादा कोण हैं। महेश भट्ट से लेकर विनोद पांडे और यश चोपड़ा तक ने इन प्रेम चतुष्कोणों को आयताकार से वर्गाकार करने की कोशिशें बहुत कीं लेकिन प्रेमियों की भुजाएं सम पर कहां आ पाती हैं? वे तो आसमान समेटना चाहती हैं। टूटकर किसी से प्यार करना चाहती हैं। बिना ये जाने कि बाहों में जो है, उसकी धड़कन कहीं और है और इरादा भी उसका ईमानदारी का नहीं है।
