स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: Rajeev Rai
Updated Fri, 25 Feb 2022 06:29 PM IST
सार
भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम शनिवार को एफआईएच प्रो लीग में स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरेगी। ऐसे में अपने से कम रैंकिंग वाली स्पेन की टीम के खिलाफ पुरुष टीम अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की कोशिश करेगी जबकि महिला टीम इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए मैदान पर उतरेगी।
भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम शनिवार को एफआईएच प्रो लीग में स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरेगी। ऐसे में अपने से कम रैंकिंग वाली स्पेन की टीम के खिलाफ पुरुष टीम अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की कोशिश करेगी जबकि महिला टीम इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए मैदान पर उतरेगी।
टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारत ने प्रो लीग में फ्रांस को 5-0 से हराकर शानदार शुरुआत की थी लेकिन अगले मैच में फ्रांसीसी टीम के हाथों उसे 5-2 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों में भारत ने समान 10-2 के अंतर से जीत दर्ज की थी। ये मैच दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफ्सट्रूम में खेले गए थे।
लेकिन फ्रांस के खिलाफ दूसरे मैच में हार भारत के लिए चौंकाने वाली थी जिससे भारतीय टीम सतर्क भी हो गई और अब वह किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी। दक्षिण अफ्रीका में टीम के इस प्रदर्शन पर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी हॉकी इंडिया से जवाब मांगा था।
इसलिए जब भारतीय टीम स्पेन का सामना करेगी तो मुख्य कोच ग्राहम रीड की अगुवाई वाले कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों पर अच्छा प्रदर्शन करने का काफी दबाव होगा। किसी भी तरह का विपरीत परिणाम भारत के इस साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों की तैयारियों पर भी प्रतिकूल असर डाल सकता है। स्पेन के खिलाफ भारत अपनी कमजोरियों को दूर करने की कोशिश करेगा। रक्षापंक्ति के खिलाड़ियों को दबाव में अच्छा खेल दिखाने की जरूरत होगी। भारत हालांकि इस मैच में जीत के दावेदार के रूप में उतरेगा। स्पेन पहले चरण के अपने मुकाबलों में इंग्लैंड से 1-6 और 2-3 से हार गया था।
भारतीय महिला टीम की बात करें तो उसने प्रो लीग में अपने अभियान की शानदार शुरुआत की थी और वह विश्व में सातवें नंबर के स्पेन के खिलाफ भी विजय क्रम जारी रखने में कोई कसर नहीं छोड़ेगी। पहली बार इस टूर्नामेंट में खेल रही भारतीय महिला टीम ने ओमान के मस्कट में इस साल के शुरू में चीन को 7-1 और 2-1 से हराया था।
भारतीय कप्तान सविता ने कहा कि प्रो लीग में शीर्ष टीमों के खिलाफ खेलने से उन्हें विश्व कप, एशियाई खेल और राष्ट्रमंडल खेलों से पहले अपने खेल का आकलन करने का मौका मिलेगा।
एफआईएच प्रो लीग की अंक तालिका में भारतीय पुरुष टीम पांचवें और महिला टीम छह अंक के साथ तीसरे स्थान पर है।
विस्तार
भारतीय पुरुष और महिला हॉकी टीम शनिवार को एफआईएच प्रो लीग में स्पेन के खिलाफ मैदान में उतरेगी। ऐसे में अपने से कम रैंकिंग वाली स्पेन की टीम के खिलाफ पुरुष टीम अपने प्रदर्शन में निरंतरता लाने की कोशिश करेगी जबकि महिला टीम इसी प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ अपना विजय अभियान जारी रखने के लिए मैदान पर उतरेगी।
टोक्यो ओलंपिक के कांस्य पदक विजेता भारत ने प्रो लीग में फ्रांस को 5-0 से हराकर शानदार शुरुआत की थी लेकिन अगले मैच में फ्रांसीसी टीम के हाथों उसे 5-2 से हार का सामना करना पड़ा। हालांकि, इसके बाद दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ दो मैचों में भारत ने समान 10-2 के अंतर से जीत दर्ज की थी। ये मैच दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफ्सट्रूम में खेले गए थे।
लेकिन फ्रांस के खिलाफ दूसरे मैच में हार भारत के लिए चौंकाने वाली थी जिससे भारतीय टीम सतर्क भी हो गई और अब वह किसी भी प्रतिद्वंद्वी को हल्के में लेने की भूल नहीं करेगी। दक्षिण अफ्रीका में टीम के इस प्रदर्शन पर भारतीय ओलंपिक संघ (आईओए) और अंतरराष्ट्रीय हॉकी महासंघ (एफआईएच) के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने भी हॉकी इंडिया से जवाब मांगा था।
इसलिए जब भारतीय टीम स्पेन का सामना करेगी तो मुख्य कोच ग्राहम रीड की अगुवाई वाले कोचिंग स्टाफ और खिलाड़ियों पर अच्छा प्रदर्शन करने का काफी दबाव होगा। किसी भी तरह का विपरीत परिणाम भारत के इस साल होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों और एशियाई खेलों की तैयारियों पर भी प्रतिकूल असर डाल सकता है। स्पेन के खिलाफ भारत अपनी कमजोरियों को दूर करने की कोशिश करेगा। रक्षापंक्ति के खिलाड़ियों को दबाव में अच्छा खेल दिखाने की जरूरत होगी। भारत हालांकि इस मैच में जीत के दावेदार के रूप में उतरेगा। स्पेन पहले चरण के अपने मुकाबलों में इंग्लैंड से 1-6 और 2-3 से हार गया था।
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