वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, दावोस
Published by: गौरव पाण्डेय
Updated Mon, 17 Jan 2022 05:26 PM IST
सार
चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने कोरोना वायरस से जंग को जीतने के लिए संयुक्त रूप से कदम उठाने को एकमात्र रास्ता बताया है।
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग
– फोटो : पीटीआई (फाइल)
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से उबरने के लिए एकमात्र रास्ता संयुक्त रूप से कोशिश करना है। इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक स्तर पर टीका वितरण और टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। यह बात उन्होंने विश्व आर्थिक मंच के ऑनलाइन माध्यम से हो रहे दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन के पहले दिन ‘विश्व की स्थिति’ पर एक विशेष संबोधन में कही।
जिनपिंग ने कहा कि मानवता निश्चित रूप से आगे बढ़ेगी लेकिन वर्तमान में दुनिया को इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए संयुक्त रूप से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के खुलने और बढ़ते सहयोग का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘हमें दीवारें नहीं खड़ी करनी चाहिए और अवरोधों को हटाने का काम करना चाहिए।’ इस शिखर सम्मेलन को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित करेंगे।
‘चीन आर्थिक और बाजार सुधारों के लिए प्रतिबद्ध’
शी जिनपिंग ने कहा कि कुछ विकासशील देश कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से दोबारा गरीबी में चले गए हैं जबकि कुछ विकसित देशों को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन आर्थिक और बाजार सुधारों को लेकर प्रतिबद्ध है। विकसित देशों को जिम्मेदार आर्थिक नीतियों की जरूरत है। उन्हें ऐसी नीतियों से बचना चाहिए जो विकासशील देशों पर गलत प्रभाव डाल सकती हैं।’
इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल अर्थव्यवस्ता पर वैश्विक नियमों की भी वकालत की और कहा कि पूरी दुनिया में बड़े स्तर पर सूचनाएं साझा करने के तंत्र की आवश्यकता है। जिनपिंग ने कहा, ‘दुनिया इस समय बड़े बदलावों के दौर से गुजर रही है, एक शताब्दी में नहीं देखे गए हैं। वैश्विक महामारी को कैसे हराना है और कोविड के बाद की दुनिया कैसी होगी, यह अब पूरी दुनिया में लोगों के लिए विचार का एक आम विषय हो गया है।’
विस्तार
चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने सोमवार को कहा कि कोविड-19 महामारी से उबरने के लिए एकमात्र रास्ता संयुक्त रूप से कोशिश करना है। इसके साथ ही उन्होंने वैश्विक स्तर पर टीका वितरण और टीकाकरण कार्यक्रम आयोजित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। यह बात उन्होंने विश्व आर्थिक मंच के ऑनलाइन माध्यम से हो रहे दावोस एजेंडा शिखर सम्मेलन के पहले दिन ‘विश्व की स्थिति’ पर एक विशेष संबोधन में कही।
जिनपिंग ने कहा कि मानवता निश्चित रूप से आगे बढ़ेगी लेकिन वर्तमान में दुनिया को इस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए संयुक्त रूप से प्रयास करने की जरूरत है। उन्होंने वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं के खुलने और बढ़ते सहयोग का भी समर्थन किया। उन्होंने कहा, ‘हमें दीवारें नहीं खड़ी करनी चाहिए और अवरोधों को हटाने का काम करना चाहिए।’ इस शिखर सम्मेलन को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी संबोधित करेंगे।
‘चीन आर्थिक और बाजार सुधारों के लिए प्रतिबद्ध’
शी जिनपिंग ने कहा कि कुछ विकासशील देश कोरोना वायरस वैश्विक महामारी की वजह से दोबारा गरीबी में चले गए हैं जबकि कुछ विकसित देशों को भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। चीनी राष्ट्रपति ने कहा कि चीन आर्थिक और बाजार सुधारों को लेकर प्रतिबद्ध है। विकसित देशों को जिम्मेदार आर्थिक नीतियों की जरूरत है। उन्हें ऐसी नीतियों से बचना चाहिए जो विकासशील देशों पर गलत प्रभाव डाल सकती हैं।’
इसके साथ ही उन्होंने डिजिटल अर्थव्यवस्ता पर वैश्विक नियमों की भी वकालत की और कहा कि पूरी दुनिया में बड़े स्तर पर सूचनाएं साझा करने के तंत्र की आवश्यकता है। जिनपिंग ने कहा, ‘दुनिया इस समय बड़े बदलावों के दौर से गुजर रही है, एक शताब्दी में नहीं देखे गए हैं। वैश्विक महामारी को कैसे हराना है और कोविड के बाद की दुनिया कैसी होगी, यह अब पूरी दुनिया में लोगों के लिए विचार का एक आम विषय हो गया है।’
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