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Corona Vaccine: बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन 'कोवोवैक्स' को मंजूरी देने की सिफारिश, एसआईआई ने तैयार किया है यह टीका

पीटीआई, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Tue, 28 Dec 2021 12:01 AM IST

सार

कंपनी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को आपात स्थिति में सीमित रूप से कोवोवैक्स बेचने की इजाजत देने के लिए अक्तूबर में अर्जी दायर की थी। 

कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन दे चुका है मंजूरी
– फोटो : self

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देश में बच्चों की एक और वैक्सीन को जल्द मंजूरी मिल सकती है। सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी की एक विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा तैयार की गई बच्चों की वैक्सीन कोवोवैक्स को कुछ शर्तों के साथ आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की सिफारिश की है। 

आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सीरम इंस्टीट्यूट के सरकारी व नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को आपात स्थिति में सीमित रूप से कोवोवैक्स बेचने की इजाजत देने के लिए अक्तूबर में अर्जी दायर की थी। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सेंट्रल ड्र्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (CDSCO) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ कमेटी (SEC) ने आपात इस्तेमाल की इजाजत (EUA) के आवेदन पर सोमवार को दूसरी बार विचार किया। विस्तृत विचार विमर्श के बाद एसईसी ने कोवोवैक्स के आपात इस्तेमाल की अनुमति देने की सिफारिश की है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन दे चुका है मंजूरी
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से आपात इस्तेमाल की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। अब दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) से हरी झंडी के बाद इस वैक्सीन को भारतीय बाजार में उतारा जाएगा। 

अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स से लाइसेंस लेकर तैयार की
सीरम ने अमेरिकी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी नोवावैक्स से कोवोवेक्स के उत्पादन का लाइसेंस लेकर भारत में इसका उत्पादन शुरू किया है। कंपनी की ओर से क्लीनिकल ट्रायल बैच काफी समय से सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी (सीडीएल) कसौली भेजे जा रहे थे। वर्तमान में सीडीएल से तीन बैच पास किए जा चुके हैं। सीरम इंस्टीट्यूट पहले से ही कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है। भारत में अब तक कोविशील्ड के करीब 153.13 करोड़ डोज जारी हो चुके हैं। 

बाजू पर लगेगा कोवोवैक्स टीका
कोवोवैक्स वैक्सीन अन्य वैरिएंट पर भी असरदार मानी जा रही है। कोवोवैक्स का टीका अन्य टीकों की तरह बाजू पर लगेगा। इसमें स्पाइक नैनो पार्टिकल के साथ सोपबार्क के पौधे से लिए गए एक्सट्रैक्ट का मिश्रण होगा। इंजेक्शन लगने के साथ ही शरीर में रोग प्रतिरोधक तंत्र कोशिकाएं नैनो पार्टिकल को पहचान कर काम शुरू कर देंगी। 

इंडोनेशिया को दो करोड़ खुराक के निर्यात की अनुमति
आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सरकार ने हाल ही में सीरम द्वारा भारत में उत्पादित कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स की 2 करोड़ खुराक इंडोनेशिया को निर्यात करने की अनुमति दी थी। हालांकि इसे अभी तक भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। डीसीजीआई कार्यालय ने 17 मई को एसआईआई को कोवोवैक्स के निर्माण और स्टॉक की अनुमति दी थी। इसके बाद पुणे स्थित इस कंपनी ने इस वैक्सीन की खुराक का निर्माण और स्टॉक कर रही है। 

विस्तार

देश में बच्चों की एक और वैक्सीन को जल्द मंजूरी मिल सकती है। सेंट्रल ड्रग अथॉरिटी की एक विशेषज्ञ समिति ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) द्वारा तैयार की गई बच्चों की वैक्सीन कोवोवैक्स को कुछ शर्तों के साथ आपात इस्तेमाल के लिए मंजूरी देने की सिफारिश की है। 

आधिकारिक सूत्रों ने सोमवार को यह जानकारी दी। सीरम इंस्टीट्यूट के सरकारी व नियामक मामलों के निदेशक प्रकाश कुमार सिंह ने बताया कि कंपनी ने ड्रग कंट्रोलर जनरल आफ इंडिया (DCGI) को आपात स्थिति में सीमित रूप से कोवोवैक्स बेचने की इजाजत देने के लिए अक्तूबर में अर्जी दायर की थी। 

आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि सेंट्रल ड्र्रग्स स्टैंडर्ड कंट्रोल आर्गनाइजेशन (CDSCO) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ कमेटी (SEC) ने आपात इस्तेमाल की इजाजत (EUA) के आवेदन पर सोमवार को दूसरी बार विचार किया। विस्तृत विचार विमर्श के बाद एसईसी ने कोवोवैक्स के आपात इस्तेमाल की अनुमति देने की सिफारिश की है। 

विश्व स्वास्थ्य संगठन दे चुका है मंजूरी

सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) की कोवोवैक्स को विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) से आपात इस्तेमाल की मंजूरी पहले ही मिल चुकी है। अब दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) से हरी झंडी के बाद इस वैक्सीन को भारतीय बाजार में उतारा जाएगा। 

अमेरिकी कंपनी नोवावैक्स से लाइसेंस लेकर तैयार की

सीरम ने अमेरिकी जैव प्रौद्योगिकी कंपनी नोवावैक्स से कोवोवेक्स के उत्पादन का लाइसेंस लेकर भारत में इसका उत्पादन शुरू किया है। कंपनी की ओर से क्लीनिकल ट्रायल बैच काफी समय से सेंट्रल ड्रग्स लेबोरेटरी (सीडीएल) कसौली भेजे जा रहे थे। वर्तमान में सीडीएल से तीन बैच पास किए जा चुके हैं। सीरम इंस्टीट्यूट पहले से ही कोविशील्ड का उत्पादन कर रही है। भारत में अब तक कोविशील्ड के करीब 153.13 करोड़ डोज जारी हो चुके हैं। 

बाजू पर लगेगा कोवोवैक्स टीका

कोवोवैक्स वैक्सीन अन्य वैरिएंट पर भी असरदार मानी जा रही है। कोवोवैक्स का टीका अन्य टीकों की तरह बाजू पर लगेगा। इसमें स्पाइक नैनो पार्टिकल के साथ सोपबार्क के पौधे से लिए गए एक्सट्रैक्ट का मिश्रण होगा। इंजेक्शन लगने के साथ ही शरीर में रोग प्रतिरोधक तंत्र कोशिकाएं नैनो पार्टिकल को पहचान कर काम शुरू कर देंगी। 

इंडोनेशिया को दो करोड़ खुराक के निर्यात की अनुमति

आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि सरकार ने हाल ही में सीरम द्वारा भारत में उत्पादित कोविड-19 वैक्सीन कोवोवैक्स की 2 करोड़ खुराक इंडोनेशिया को निर्यात करने की अनुमति दी थी। हालांकि इसे अभी तक भारत में आपातकालीन उपयोग के लिए मंजूरी नहीं दी गई थी। डीसीजीआई कार्यालय ने 17 मई को एसआईआई को कोवोवैक्स के निर्माण और स्टॉक की अनुमति दी थी। इसके बाद पुणे स्थित इस कंपनी ने इस वैक्सीन की खुराक का निर्माण और स्टॉक कर रही है। 

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