वर्ल्ड डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: सुरेंद्र जोशी
Updated Mon, 10 Jan 2022 09:12 AM IST
सार
साइप्रस यूनिवर्सिटी में जैव प्रौद्योगिकी और मॉलिक्यूलर वायरोलॉजी की प्रयोगशाला के प्रमुख डॉ. लियोनडिओस कोस्ट्रिक्स ने डेल्टाक्रॉन को खोजा है। उनका कहना है कि यह बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन का स्थान ले सकता है।
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विस्तार
ओमिक्रॉन को कोरोना का अब तक का सबसे तेजी से फैलने वाला वैरिएंट बताया गया है, लेकिन साइप्रस में इसका व दूसरी लहर में कहर बरपाने वाले डेल्टा का मिश्रित रूप ‘डेल्टाक्रॉन’ सामने आया है। ऐसे में जानना जरूरी है कि डेल्टाक्रॉन कितना घातक हो सकता है?
साइप्रस यूनिवर्सिटी में जैव प्रौद्योगिकी और मॉलिक्यूलर वायरोलॉजी की प्रयोगशाला के प्रमुख डॉ. लियोनडिओस कोस्ट्रिक्स ने डेल्टाक्रॉन को खोजा है। उनका कहना है कि यह बेहद संक्रामक ओमिक्रॉन का स्थान ले सकता है।