भारत के स्टार शटलर लक्ष्य सेन बीडब्ल्यूएफ वर्ल्ड रैंकिंग में टॉप-10 में पहुंच गए हैं। ऑल इंग्लैंड बैडमिंटन चैंपियनशिप के फाइनल में हारने वाले लक्ष्य को रजत पदक से संतोष करना पड़ा था। फाइनल तक का सफर तय करने के कारण लक्ष्य को रैंकिंग में फायदा हुआ। मंगलवार (22 मार्च) को जारी ताजा रैंकिंग में त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की जोड़ी को भी फायदा हुआ है। दोनों ने करियर की बेस्ट रैंकिंग हासिल की है।
उत्तराखंड के रहने वाले 10 वर्षीय लक्ष्य ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने वाले पांचवें भारतीय बने थे। वे अगर खिताब जीत लेते तो टूर्नामेंट में चैंपियन बनने वाले तीसरे भारतीय खिलाड़ी बन जाते। लक्ष्य को रैंकिंग में दो स्थानों का फायदा हुआ है। वे 11वें से नौवें नंबर पर पहुंच गए हैं।
लक्ष्य के खाते में 74,786 अंक हैं। उन्होंने मौजूदा वर्ल्ड चैंपियन सिंगापुर के लो कीन यू को पीछे छोड़ दिया। सेन को ऑल इंग्लैंड के फाइनल में ओलंपिक चैंपियन और दुनिया के नंबर एक खिलाड़ी डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेमों में हार का सामना करना पड़ा।
पूर्व वर्ल्ड जूनियर नंबर एक खिलाड़ी लक्ष्य सेन भारत के नंबर एक पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी हैं। उन्होंने हाल ही में किदांबी श्रीकांत को पीछे छोड़ा था। श्रीकांत 12वें स्थान पर खिसक गए थे। सेन ने स्विस ओपन से अपना नाम वापस ले लिया है। उन्होंने थकान के कारण टूर्नामेंट में नहीं खेलने का फैसला किया।
त्रिसा जॉली और गायत्री गोपीचंद की महिला युगल जोड़ी को 12 स्थानों का फायदा हुआ। दोनों अब 34वें स्थान पर पहुंच गई हैं। यह उनके करियर की सर्वश्रेष्ठ रैंकिंग है। त्रिसा और गायत्री ने पहली बार ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में अपना स्थान बनाया था। दोनों को रिजर्व लिस्ट से मुख्य ड्रॉ में जगह दी गई थी। त्रिसा और जॉली ने क्वार्टरफाइनल में दूसरी वरीयता प्राप्त कोरियाई जोड़ी ली सोही और शिन सेउंगचेन को हराकर सनसनी मचा दिया था।