Movie Review
अरण्यक
कलाकार
रवीना टंडन
,
परमब्रत चट्टोपाध्याय
,
जाकिर हुसैन
,
मेघना मलिक
,
तनीषा जोशी
,
तेजस्वी देव
और
आशुतोष राणा
लेखक
चारुदत्त आचार्य
निर्देशक
रमेश सिप्पी
और
सिद्धार्थ रॉय कपूर
निर्माता
विनय वाइकुल
ओटीटी
नेटफ्लिक्स
भारत में ओटीटी की दुनिया आने से हिंदी सिनेमा में दिवाली है। कलाकार खुश हैं कि खूब काम मिल रहा है। बॉक्स ऑफिस या टीआरपी का कोई दबाव उन पर नहीं बचा है। निर्माता खुश हैं कि जिनकी फिल्मों के खरीदार नहीं मिल रहे थे, वे भी अब ओटीटी पर अपने नाम का सिक्का खूब चला रहे हैं। आधा दर्जन पैसे वाले ओटीटी हैं। एक के लिए साल में एक सीरीज भी बनाओ और वह ना भी चले तो उसके पास लौटकर दोबारा आने में पांच साल बीच में और हैं। इन पांच सालों में पांच अलग अलग जगह दुकानें और जमाई जा सकती हैं। ओटीटी के अलबमरदार भी इन दिनों चालीस पार की हर हीरोइन में केट विंस्लेट ही तलाश रहे हैं। लेकिन, ‘आर्या’ की कामयाबी इसकी ओरीजनल डच सीरीज है। ‘अरण्यक’ की नाकामी इसके भारत को न समझ पाने में है। रोहन सिप्पी नेटफ्लिक्स की वेब सीरीज ‘अरण्यक’ के शो रनर हैं। हरियाणा सी बोली बोलते किसी पहाड़ी गांव में बसे लोगों की कहानी उन्होंने टेलीविजन के धाकड़ लेखक कहलाने वाले चारुदत्त आचार्य से लिखवाई है। टेलीविजन और सिनेमा के बीच के नए क्षितिज ओटीटी पर उनकी पकड़ बननी अभी बाकी है।