Desh

Air India CEO: एअर इंडिया के नए सीईओ की पृष्ठभूमि की ‘बारीकी’ से जांच करेगा गृह मंत्रालय

एजेंसी, नई दिल्ली।
Published by: Jeet Kumar
Updated Mon, 21 Feb 2022 04:47 AM IST

सार

सूत्रों का कहना है कि जब भी किसी भारतीय कंपनी में अहम पदों पर विदेशी नागरिक की नियुक्ति की जाती है तो गृहमंत्रालय उन सभी की ‘बारीकी’ से जांच करता है।

ख़बर सुनें

केंद्रीय गृह मंत्रालय एअर इंडिया के नवनियुक्त सीईओ और एमडी इल्कर आयसी की पृष्ठभूमि की ‘बारीकी’ से जांच करेगा। अधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सरकार से एअर इंडिया का अधिग्रहण करने वाले टाटा समूह ने हाल ही में तुर्की के नागरिक आयसी की नियुक्ति की घोषणा की थी।
 
सूत्रों का कहना है कि जब भी किसी भारतीय कंपनी में अहम पदों पर विदेशी नागरिक की नियुक्ति की जाती है तो गृहमंत्रालय उन सभी की ‘बारीकी’ से जांच करता है। यह प्रक्रिया नवनियुक्त सीईओ और एमडी पर भी लागू होगी।

उनका कहना है कि गृहमंत्रालय को अभी न तो आयसी की ओर से और न ही टाटा समूह या नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। सूचना मिलने पर सुरक्षा मंजूरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

तुर्की के नागरिक होने के चलते आयसी की पृष्ठभूमि की जांच के लिए गृहमंत्रालय रॉ की मदद ले सकता है। तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रेशेप तैयप एर्दोआन जब 1994-1998 में इस्तांबुल के मेयर थे तो आयसी उनके सलाहकार थे। एर्दोआन अपने भारत विरोधी बयानों को लेकर अकसर सुर्खियों में रहते हैं। आयसी 2015 से 2022 तक तुर्किश एयरलाइंस के चेयरमैन भी रहे।

विस्तार

केंद्रीय गृह मंत्रालय एअर इंडिया के नवनियुक्त सीईओ और एमडी इल्कर आयसी की पृष्ठभूमि की ‘बारीकी’ से जांच करेगा। अधिकारिक सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। सरकार से एअर इंडिया का अधिग्रहण करने वाले टाटा समूह ने हाल ही में तुर्की के नागरिक आयसी की नियुक्ति की घोषणा की थी।

 

सूत्रों का कहना है कि जब भी किसी भारतीय कंपनी में अहम पदों पर विदेशी नागरिक की नियुक्ति की जाती है तो गृहमंत्रालय उन सभी की ‘बारीकी’ से जांच करता है। यह प्रक्रिया नवनियुक्त सीईओ और एमडी पर भी लागू होगी।

उनका कहना है कि गृहमंत्रालय को अभी न तो आयसी की ओर से और न ही टाटा समूह या नागरिक उड्डयन मंत्रालय की ओर से कोई सूचना नहीं मिली है। सूचना मिलने पर सुरक्षा मंजूरी की प्रक्रिया शुरू की जाएगी।

तुर्की के नागरिक होने के चलते आयसी की पृष्ठभूमि की जांच के लिए गृहमंत्रालय रॉ की मदद ले सकता है। तुर्की के मौजूदा राष्ट्रपति रेशेप तैयप एर्दोआन जब 1994-1998 में इस्तांबुल के मेयर थे तो आयसी उनके सलाहकार थे। एर्दोआन अपने भारत विरोधी बयानों को लेकर अकसर सुर्खियों में रहते हैं। आयसी 2015 से 2022 तक तुर्किश एयरलाइंस के चेयरमैन भी रहे।

Source link

Click to comment

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Most Popular

To Top
%d bloggers like this: