न्यूज डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: कीर्तिवर्धन मिश्र
Updated Tue, 08 Mar 2022 09:28 PM IST
सार
जनरल नरवणे ने कहा कि भविष्य के युद्ध अपने हथियारों से ही लड़े जाने हैं। इस संकट ने हमें दिखाया है कि युद्ध कभी भी हो सकते हैं और हमें हर वक्त इनका सामना करने के लिए तैयार रहना होगा।
थल सेना अध्यक्ष जनरल एमएम नरवणे
– फोटो : एएनआई
ख़बर सुनें
विस्तार
सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर अहम बयान दिए हैं। उन्होंने इस युद्ध से भारत को मिलने वाले कुछ सबक का भी जिक्र किया। उन्होंने कहा कि हमारे लिए सबसे बड़ी सीख यही है कि भविष्य के युद्ध हमें देश में बने हथियारों से लड़ने होंगे। हमें रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भर भारत को और तेजी से आगे बढ़ाना होगा।
जनरल नरवणे ने कहा कि भविष्य के युद्ध अपने हथियारों से ही लड़े जाने हैं। इस संकट ने हमें दिखाया है कि युद्ध कभी भी हो सकते हैं और हमें हर वक्त इनका सामना करने के लिए तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि युद्ध न सिर्फ गतिज होंगे, बल्कि भौतिक तौर पर भी लड़े जाएंगे।
एक कार्यक्रम से अलग एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि रूस और पूर्वी यूरोपीय देश के बीच युद्ध में सैनिकों का भौतिक रूप से आमना-सामना हो रहा है। उन्होंने हल्के अंदाज में कहा कि क्या युद्ध साइबर जगत में या वातानुकूलित कक्ष में लड़ा जा रहा है? उन्होंने कहा कि इस युद्ध ने प्रदर्शित किया है कि आगे परंपरागत युद्ध हो सकते हैं।
