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साहस: सोलो साइकिलिंग में आर्मी ऑफीसर की गिनीज रिकॉर्ड बनाने की तमन्ना, लेह से मनाली तक का सफर करेगा सेना का जवान

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ओम. प्रकाश
Updated Sun, 26 Sep 2021 01:01 PM IST

सार

भारतीय सेना के एक अधिकारी लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम सोलो साइकिलिंग में गिनीज रिकॉर्ड बनाने के लिए लेह से मनाली तक की यात्रा कर रहे हैं। यह जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी। 

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भारतीय सेना के एक अधिकारी सबसे तेज एक साइकिलिंग (पुरुष वर्ग) में गिनीज बुक में  रिकॉर्ड दर्ज करान के लिए लेह से मनाली तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं। जिसके जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी। प्रवक्ता ने कहा, 25 सितंबर को सुबह 4 बजे ब्रिगेडियर आरके ठाकुर ने स्ट्राइकर्स डिवीजन के लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम को अपने मिशन के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

472 किमी की यात्रा

रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक, सोलो साइकिलिंग के दौरान सेना अधिकारी श्रीपद श्रीराम 472 किमी की दूरी तय करेंगे। इस मार्ग में विषम मौसम परिस्थितियों वाले पांच मुख्य दर्रों से भी गुजरेंगे। प्रवक्ता ने आगे कहा कि अधिकारी के 26 सितंबर दोपहर तक हिमाचल प्रदेश के मनाली पहुंचने की उम्मीद है। उनके मुताबिक, यह कार्यक्रम बहुत खास है क्योंकि यह स्वर्णिम विजय वर्ष का हिस्सा है और 195वें गनर्स डे के अवसर पर आयोजित किया गया है। भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जीत की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है। 

विस्तार

भारतीय सेना के एक अधिकारी सबसे तेज एक साइकिलिंग (पुरुष वर्ग) में गिनीज बुक में  रिकॉर्ड दर्ज करान के लिए लेह से मनाली तक साइकिल यात्रा कर रहे हैं। जिसके जानकारी एक रक्षा प्रवक्ता ने दी। प्रवक्ता ने कहा, 25 सितंबर को सुबह 4 बजे ब्रिगेडियर आरके ठाकुर ने स्ट्राइकर्स डिवीजन के लेफ्टिनेंट कर्नल श्रीपद श्रीराम को अपने मिशन के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। 

472 किमी की यात्रा

रक्षा प्रवक्ता के मुताबिक, सोलो साइकिलिंग के दौरान सेना अधिकारी श्रीपद श्रीराम 472 किमी की दूरी तय करेंगे। इस मार्ग में विषम मौसम परिस्थितियों वाले पांच मुख्य दर्रों से भी गुजरेंगे। प्रवक्ता ने आगे कहा कि अधिकारी के 26 सितंबर दोपहर तक हिमाचल प्रदेश के मनाली पहुंचने की उम्मीद है। उनके मुताबिक, यह कार्यक्रम बहुत खास है क्योंकि यह स्वर्णिम विजय वर्ष का हिस्सा है और 195वें गनर्स डे के अवसर पर आयोजित किया गया है। भारत 1971 के युद्ध में पाकिस्तान के खिलाफ अपनी जीत की 50वीं वर्षगांठ के मौके पर स्वर्णिम विजय वर्ष मना रहा है। 

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