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समझौता: फेनी नदी पर जल शोधन संयंत्र बनाने पर भारत-बांग्लादेश में बनी सहमति, पढ़िए पूरी खबर

न्यूज डेस्क अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: शिव शरण शुक्ला
Updated Sat, 19 Feb 2022 10:52 PM IST

सार

भारत-बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बहने वाली फेनी नदी पर जल शोधन संयंत्र बनाने को लेकर भारत और बांग्लादेश के बीच सहमति बन गई है। दक्षिण त्रिपुरा के डीएम साजू वहीद ने बताया कि कुछ दिनों में इस पर काम शुरू हो जाएगा।

फेनी नदी पर जल शोधन संयंत्र को लेकर भारत-बांगलादेश सहमत
– फोटो : ANI

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विस्तार

भारत-बांग्लादेश की अंतरराष्ट्रीय सीमा पर बहने वाली फेनी नदी के पानी को लेकर लंबे समय से चल रहे गतिरोध को हल कर लिया गया है। पिछले शनिवार को दोनों देशों के उच्चाधिकारियों मे इस क्षेत्र का निरीक्षण भी किया। दक्षिण त्रिपुरा के डीएम साजू वहीद ने शनिवार को बताया कि दोनों देशों के उच्चाधिकारियों ने नदी के किनारे के कुछ हिस्सों में कटाव को रोकने का संकल्प लिया है।

भारतीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य और दक्षिण त्रिपुरा के डीएम साजू वहीद ने नदी तट पर स्वीकृत परियोजनाओं का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि संयुक्त यात्रा हर तरह से सफल रही क्योंकि अगले दो से तीन सप्ताह के भीतर योजनाओं पर काम शुरू होने की उम्मीद है। .

उन्होंने कहा यह एक बड़ी सफलता है। पिछले 12 वर्षों से इन परियोजनाओं में कोई विकास नहीं हुआ है। जबकि दोनों देशों ने बहुत पहले ही जल संबंधों को लेकर मंजूरी दे दी थी। अप्रत्याशित कारणों से भूमि की पहचान, क्षेत्र का निरीक्षण और अन्य निर्माण कार्यों में देरी हो रही थी। उन्होंने उम्मीद जताई कि अगले दो से तीन सप्ताह में चयनित स्थानों पर  कार्य प्रारंभ हो जाएगा।

उन्होंने बताया कि यहां दो महत्वपूर्ण परियोजनाओं पर काम होना है, जो नदी के किनारे रहने वालों के लिए बहुत जरूरी हैं। डीएम साजू वहीद ने बताया कि सबसे पहले, नदी पर एक इनटेक वेल का निर्माण होना है, जो सबरूम में जल शोधन संयंत्र को पानी देगा। इस परियोजना का उद्देश्य पूरे नागरिक क्षेत्र को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराना है।

दूसरी परियोजना के तहत नदी के पानी को संरक्षित किया जाएगा और मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए व्यापक उपाय किए जाएंगे। उन्होंने बताया कि भारतीय क्षेत्र में 19 ऐसे स्थान हैं जहां मिट्टी का कटाव हो रहा है और बांग्लादेश की सीमा में नौ जगहों पर मिट्टी कटने की जानकारी मिली है। ऐसे में दोनों देश मिल कर मिट्टी के कटाव को रोकने के लिए काम करेंगे।जल शोधन संयंत्र के लिए फेनी नदी से भारत द्वारा कुल 1.8 क्यूसेक पानी लिया जाएगा. यह जानकारी भी अधिकारियों ने दी।

हवाई मार्ग के जरिये ढाका और चिटगांव से जुड़ेगा अगरतला: देब

त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने शनिवार को कहा कि अगरतला को वायुमार्ग से बांग्लादेश के शहर ढाका और चिटगांव से जोड़ा जाएगा। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया, अगरतला-ढाका और अगरतला-चिटगांव के बीच अंतरराष्ट्रीय फ्लाइट्स अगले छह माह में शुरू हो सकती है। 

नागरिक उड्डयन मंत्रालय शीघ्र ही इस संबंध में निजी एयरलाइन कंपनियों से निविदाएं आमंत्रित करेगा। मुख्यमंत्री देब ने ट्वीट किया, अंतत: अगरतला स्थित एमबीबी हवाई अड्डा ढाका और चिटगांव के लिए अंतरराष्ट्रीय उड़ान भरने को तैयार हो गया है। उन्होंने इसके लिए ट्वीट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और नागरिक उड्डयन मंत्री सिंधिया का अभार जताया।

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