Raveena Tandon
– फोटो : सोशल मीडिया
राम गोपाल वर्मा फिल्म ‘शूल’ में रवीना टंडन को बतौर हीरोइन कास्ट नहीं करना चाहते थे। इस बात का खुलासा स्वयं अभिनेत्री रवीना टंडन ने राजीव मसंद के शो ‘एक्टर्स राउंडटेबल 21’ में किया। अपनी डेब्यू वेब सीरीज ‘आरण्यक’ के प्रमोशन के लिए आई रवीना टंडन से जब पूछा गया कि क्या उन्होंने कभी किसी रोल के लिए लड़ाई लड़ी है। तब उन्होंने यह चौका देने वाला खुलासा किया। उन्होंने बताया कि जब मुझे इस बात का पता चला तब मैंने राम गोपाल वर्मा को मनाने की बहुत कोशिश की। और फाइनली उन्होंने मुझे इस फिल्म में लेने का निर्णय लिया।
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फिल्म के डायरेक्टर ने किसे मानते थे अपनी मंजरी
रवीना टंडन आगे बताती हैं कि फिल्म शूल में मनोज बाजपेयी का वाइफ मंजरी, बिहार की एक मिडल क्लास हाउसवाइफ रहती हैं, जो मांग में ऑरेंज सिंदूर लगाती हैं। इस फिल्म के डायरेक्टर ई-निवास पूरी तरह आश्वस्त थे कि मेरी मंजरी रवीना टंडन ही हैं। लेकिन फिल्म के लेखक और प्रोड्यूसर राम गोपाल वर्मा को मंजरी के रोल के लिए मुझपर डाउट था।
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राम गोपाल वर्मा ने इस वजह से रवीना को किया था रिजेक्ट
राम गोपाल वर्मा एक हाउसवाइफ के रोल में मुझे इमैजिन नहीं कर पा रहे थे। जब मैं उनसे इस रोल के लिए मिलने गई तो राम गोपाल वर्मा यही कहते रहते, ‘नहीं यार रवीना। मैं जब भी मंजरी के रोल के लिए तुम्हें इमैजिन करने के लिए आंखें बंद करता हूं तो मुझे तुम ‘अंखियों से गोली मारे’ में ही दिखती हो। फिर हम यह कैसे करेंगे?’
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ऐसे मिला मंजरी का रोल
रवीना आगे बताती हैं कि फिल्म की शूटिंग शुरू करने से फिल्म का बैनर शूट, पोस्टर शूट और पब्लिसिटी शूट पूरा हो गया था। तो मैंने फिल्म के डायरेक्टर ई-निवास से रिक्वेस्ट की कि वे मुझे बतौर मंजरी एक शॉट देने दें। ई-निवास मुझे मंजरी भाभी के रोल में एकदम परफेक्ट मानते थे। इसलिए वह आसानी से मान गए। मैं अपने मेकअप रूम में गई और मंजरी भाभी के लुक में तैयार हुई। मंजरी भाभी के गेटअप में मैं कॉरिडोर में घूमने निकली। तभी रामू जी (राम गोपाल वर्मा) सामने से आ रहे थे। मैंने उन्हें रोककर उनका हाल-चाल पूछा और कहा कि कैसे हो? हम सभी आपका इंतजार कर रहे हैं, हालांकि हमने शूटिंग पहले ही शुरू कर दी है।’
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ऐसे था राम गोपाल वर्मा का रिएक्शन
रवीना ने आगे बताया कि राम गोपाल वर्मा ने मेरी बातें सुनी लेकिन कोई जवाब नहीं दिया। मैं एक पल के लिए सोचने लगी कि क्या सच में राम गोपाल वर्मा ने मुझे नहीं पहचाना? लेकिन फिर मैं शूट में बिजी हो गई और राम जी से बात नहीं कर पाई। लगभग 5-7 मिनट बाद राम जी ने रिएक्ट किया और कहा ओह माय गॉड, रवीना वो तुम थीं?’ और इस तरह मुझे ये रोल मिला। बता दें कि फिल्म ‘शूल’ के बाद रवीना को कई फिल्में ऑफर होने लगीं और वह 90 के दशक की पॉप्युलर ऐक्ट्रेसेस में शामिल हो गईं। 1999 में रिलीज हुई इस फिल्म को बेस्ट फीचर फिल्म के लिए नेशनल अवॉर्ड भी मिला था।