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शतरंज विश्व चैंपियनशिप : मैग्नस कार्लसन लगातार दूसरी बार बने विश्व चैंपियन, इयान को 4 अंक के फासले से हराया

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नार्वे
Published by: Kuldeep Singh
Updated Sat, 11 Dec 2021 05:49 AM IST

सार

नॉर्वे के शतरंज मास्टर्स मैग्नस कार्लसन ने फिडे विश्व चैंपियनशिप का खिताब अपने नाम कर लिया है। कार्लसन का यह पांचवां विश्व खिताब है। उन्होंने सात अंकों की सीमा को पार करने के लिए आवश्यक एक अंक हासिल करते हुए नेपोमनियाच्ची को हराया।
 

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एक बार चीजें ठीक हुई तो सब कुछ मेरे मुताबिक होने लगा। वैसे भी आप विश्व चैंपियनशिप में आसान जीत की उम्मीद नहीं करते हैं। – मैग्नस कार्लसन 

मैग्नस ने इयान को हराकर जीती विश्व चैंपियनशिप की ट्रॉफी 
नॉर्वे के शतरंज मास्टर्स मैग्नस कार्लसन ने फिडे विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। उन्होंने रूस के इयान नेपोमनियाच्ची को 7.5-3.5 से हराकर अपनी ट्रॉफी का बचाव किया। उन्होंने कार्लसन का यह पांचवां विश्व खिताब है। उन्होंने सात अंकों की सीमा को पार करने के लिए आवश्यक एक अंक हासिल करते हुए नेपोमनियाच्ची को हराया।

4 अंक के फासले से जीत पिछले 100 साल में सबसे बड़ी जीत है 
बेस्ट ऑफ 14 गेम की सीरीज की 11वीं बाजी कार्लसन ने तीन घंटे और 20 मिनट में जीती। कार्लसन ने एक के बाद एक कई गेम के ड्रॉ होने के बाद नेपामनियाच्ची की गलती का फायदा उठाते हुए रोमांचक जीत दर्ज की। कार्लसन ने चैंपियनशिप द्वारा पेश किए गए करीब 17.13 करोड़ रुपये (दो मिलियन यूरो) के पुरस्कार का 60 फीसद अपने नाम किया।

नेपोम्नियाचची ने हार के बाद कहा कि वह यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि उनसे कहा गलती हुई। उन्होंने कहा कि जो चीजें यहां मेरे साथ हुईं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। अपने कॅरिअर में मैंने कुछ बड़ी गलतियां की है।

136 चाल में खत्म हुई थी छठी बाजी
पहले पांच दौर ड्रॉ पर छूटे जबकि आठ घंटे तक चले छठे दौर का मुकाबला कार्लसन ने जीता। उन्होंने 136 चाल के बाद जीत दर्ज की जो विश्व चैंपियनशिप के इतिहास की सबसे लंबी बाजी रही।

विस्तार

एक बार चीजें ठीक हुई तो सब कुछ मेरे मुताबिक होने लगा। वैसे भी आप विश्व चैंपियनशिप में आसान जीत की उम्मीद नहीं करते हैं। – मैग्नस कार्लसन 

मैग्नस ने इयान को हराकर जीती विश्व चैंपियनशिप की ट्रॉफी 

नॉर्वे के शतरंज मास्टर्स मैग्नस कार्लसन ने फिडे विश्व चैंपियनशिप का खिताब जीत लिया। उन्होंने रूस के इयान नेपोमनियाच्ची को 7.5-3.5 से हराकर अपनी ट्रॉफी का बचाव किया। उन्होंने कार्लसन का यह पांचवां विश्व खिताब है। उन्होंने सात अंकों की सीमा को पार करने के लिए आवश्यक एक अंक हासिल करते हुए नेपोमनियाच्ची को हराया।

4 अंक के फासले से जीत पिछले 100 साल में सबसे बड़ी जीत है 

बेस्ट ऑफ 14 गेम की सीरीज की 11वीं बाजी कार्लसन ने तीन घंटे और 20 मिनट में जीती। कार्लसन ने एक के बाद एक कई गेम के ड्रॉ होने के बाद नेपामनियाच्ची की गलती का फायदा उठाते हुए रोमांचक जीत दर्ज की। कार्लसन ने चैंपियनशिप द्वारा पेश किए गए करीब 17.13 करोड़ रुपये (दो मिलियन यूरो) के पुरस्कार का 60 फीसद अपने नाम किया।

नेपोम्नियाचची ने हार के बाद कहा कि वह यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि उनसे कहा गलती हुई। उन्होंने कहा कि जो चीजें यहां मेरे साथ हुईं, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। अपने कॅरिअर में मैंने कुछ बड़ी गलतियां की है।

136 चाल में खत्म हुई थी छठी बाजी

पहले पांच दौर ड्रॉ पर छूटे जबकि आठ घंटे तक चले छठे दौर का मुकाबला कार्लसन ने जीता। उन्होंने 136 चाल के बाद जीत दर्ज की जो विश्व चैंपियनशिप के इतिहास की सबसे लंबी बाजी रही।

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