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फैसला: बॉक्सर अरुंधति को दिल्ली हाईकोर्ट से मिली राहत, अब विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए लवलीना से होगा ट्रायल

स्पोर्ट्स डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली
Published by: ओम. प्रकाश
Updated Sat, 11 Dec 2021 09:54 AM IST

सार

दिल्ली हाईकोर्ट ने महिला बॉक्सर अरुंधति चौधरी को ब़ड़ी राहत दी है। अरुंधति ने बीएफआई के उस फैसले के खिलाफ अदालत का दरवाजा खटखटाया था जिसमें संघ ने बिना ट्रायल के लवलीना बोरगोहेन के विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए भारतीय टीम में शामिल किया।  

मुक्केबाज अरुंधति चौधरी
– फोटो : सोशल मीडिया

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देश की उभरती हुई बॉक्सर अरुंधति चौधऱी को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। भारतीय मुक्केबाजी संघ ने बिना ट्रायल के तुर्की में होने वाली विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए लवलीना बोरगोहेन को शामिल कर लिया था। जिसके बाद राजस्थान के कोटा की बॉक्सर अरुंधति चौधरी ने भारतीय मुक्केबाजी संघ के इस फैसले को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 

कोर्ट ने अरुंधति के पक्ष में दिया फैसला

वहीं, इस मामले पर सुनवाई होने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने अरुंधति के पक्ष में फैसला दिया। कोर्ट ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से लवलीना और अरुंधति के बीच में ट्रायल करवाने को कहा है। दोनों के बीच  होने वाले ट्रायल में जो जीतेगा उसी का 70 किग्रा भारवर्ग के लिए टीम में चयन होगा। अरुधंति अगर यह ट्रायल जीतने में सफल रहीं तो उन्हें  विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका मिल सकता है। 

हाईकोर्ट के फैसले के बाद बैकफुट पर आया संघ

दिल्ली हाई कोर्ट को इस फैसले के बाद भारतायी मुक्केबाजी संघ पूरी तरह बैकफुट पर आ गया है। क्योंकि बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बिना ट्रॉयल के लवलीना को वर्ल्ड महिला चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए भारतीय टीम में शामिल कर लिया था। जिसके बाद अरुंधति ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने बीएफआई को अपना पक्ष रखने को कहा जिस पर मंगलवार को इस मामले में सुनवाई हुई। 

ट्रायल के लिए तैयार अरुंधति

बॉक्सर अरुंधति चौधरी ट्रायल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह एशिया की बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी जीत चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने तीन अंतरराष्ट्रीय पदक अपने नाम किए हैं। हाल ही में उन्होंने नेशनल यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग वुमेन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 

क्या है पूरा मामला

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बीते महीने टर्की में आयोजित होने वाली विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए कोटा की अरुंधति चौधरी को नजरंदाज करते हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन को 70 किग्रा भारवर्ग के लिए टीम में शामिल किया था। उस समय अरुंधति ने मीडिया से बात  करते हुए कहा  था कि बीएफआई ने जिस लवलीना को विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए टीम में शामिल किया है उसे मैंने हमेशा ट्रायल में हराया है। अरुंधति का कहना था कि मैं विश्व चैंपियनशिप में हर तरह से भाग लेने के काबिल हूं। उन्होंने यह भी कहा था कि बीएफआई ने मेरा चयन न कर के मेरे साथ अन्याय किया है। 
 

विस्तार

देश की उभरती हुई बॉक्सर अरुंधति चौधऱी को दिल्ली हाईकोर्ट से बड़ी राहत मिली है। भारतीय मुक्केबाजी संघ ने बिना ट्रायल के तुर्की में होने वाली विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए लवलीना बोरगोहेन को शामिल कर लिया था। जिसके बाद राजस्थान के कोटा की बॉक्सर अरुंधति चौधरी ने भारतीय मुक्केबाजी संघ के इस फैसले को चुनौती देते हुए दिल्ली हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया था। 

कोर्ट ने अरुंधति के पक्ष में दिया फैसला

वहीं, इस मामले पर सुनवाई होने के बाद दिल्ली हाई कोर्ट ने अरुंधति के पक्ष में फैसला दिया। कोर्ट ने बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया से लवलीना और अरुंधति के बीच में ट्रायल करवाने को कहा है। दोनों के बीच  होने वाले ट्रायल में जो जीतेगा उसी का 70 किग्रा भारवर्ग के लिए टीम में चयन होगा। अरुधंति अगर यह ट्रायल जीतने में सफल रहीं तो उन्हें  विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप में भाग लेने का मौका मिल सकता है। 

हाईकोर्ट के फैसले के बाद बैकफुट पर आया संघ

दिल्ली हाई कोर्ट को इस फैसले के बाद भारतायी मुक्केबाजी संघ पूरी तरह बैकफुट पर आ गया है। क्योंकि बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बिना ट्रॉयल के लवलीना को वर्ल्ड महिला चैंपियनशिप में भाग लेने के लिए भारतीय टीम में शामिल कर लिया था। जिसके बाद अरुंधति ने कोर्ट में याचिका दायर की थी। दिल्ली हाईकोर्ट ने बीएफआई को अपना पक्ष रखने को कहा जिस पर मंगलवार को इस मामले में सुनवाई हुई। 

ट्रायल के लिए तैयार अरुंधति

बॉक्सर अरुंधति चौधरी ट्रायल के लिए पूरी तरह तैयार हैं। वह एशिया की बेस्ट बॉक्सर का खिताब भी जीत चुकी हैं। इसके अलावा उन्होंने तीन अंतरराष्ट्रीय पदक अपने नाम किए हैं। हाल ही में उन्होंने नेशनल यूथ वर्ल्ड बॉक्सिंग वुमेन चैंपियनशिप में स्वर्ण पदक अपने नाम किया। 

क्या है पूरा मामला

बॉक्सिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने बीते महीने टर्की में आयोजित होने वाली विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए कोटा की अरुंधति चौधरी को नजरंदाज करते हुए टोक्यो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली लवलीना बोरगोहेन को 70 किग्रा भारवर्ग के लिए टीम में शामिल किया था। उस समय अरुंधति ने मीडिया से बात  करते हुए कहा  था कि बीएफआई ने जिस लवलीना को विश्व मुक्केबाजी महिला चैंपियनशिप के लिए टीम में शामिल किया है उसे मैंने हमेशा ट्रायल में हराया है। अरुंधति का कहना था कि मैं विश्व चैंपियनशिप में हर तरह से भाग लेने के काबिल हूं। उन्होंने यह भी कहा था कि बीएफआई ने मेरा चयन न कर के मेरे साथ अन्याय किया है। 

 

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