सार
अगला वित्त वर्ष यानी 2022-23 शुरू होने से पहले ही अपनी वित्तीय योजना बना लें ताकि पूरे साल भर उसके मुताबिक कमाई का प्रबंधन किया जा सके। अपनी कमाई के प्रबंधन के लिए नए वित्त वर्ष में ये पांच तरीके अपना सकते हैं।
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इससे लोगों को वित्तीय रूप से दिक्कतें झेलनी पड़ीं। हालांकि, पिछले दो वर्षों ने लोगों को वित्तीय योजना के महत्व का अहसास भी कराया है। ऐसे में अगला वित्त वर्ष यानी 2022-23 शुरू होने से पहले ही अपनी वित्तीय योजना बना लें ताकि पूरे साल भर उसके मुताबिक कमाई का प्रबंधन किया जा सके। अपनी कमाई के प्रबंधन के लिए नए वित्त वर्ष में ये पांच तरीके अपना सकते हैं।
जरूर बनाएं बजट
अपने खर्चों का हिसाब रखना वित्तीय योजना के लिए पहला कदम है। इससे पता चलता है कि आप कहां और कितना खर्च कर रहे हैं। आप यह भी जान जाते हैं कि खर्च में कहां कटौती करने की ज़रूरत है। इसका रिकॉर्ड रखने के लिए आप एप की मदद ले सकते हैं, जो आपके सारे लेनदेन का रिकॉर्ड रखेगा। इससे आप अपने खर्च की प्राथमिकता भी तय कर सकते हैं।
करते रहें लक्ष्यों की समीक्षा
वित्तीय लक्ष्यों की समीक्षा जरूर करें। हर व्यक्ति अपनी कमाई की एक निश्चित राशि खास लक्ष्य के साथ बचत, निवेश के लिए रखता है। जैसे ही नया साल शुरू हो, आप चाहें तो उन लक्ष्यों पर दोबारा विचार कर सकते हैं। इससे हो सकता है नए साल के लिए नया लक्ष्य जोड़ना चाहें।
मान लीजिए, पहले आप 10 वर्षों के बाद मकान खरीदने की योजना बना रहे थे, लेकिन अपनी बढ़ी आमदनी के कारण आप उसे और पहले हासिल कर लेंगे. इसलिए घर खरीदने के लिए जो मासिक राशि आवंटित कर रहे थे, उसे बढ़ा सकते हैं।
निवेश पोर्टफोलियो की समीक्षा
अगर आप पहले से निवेश नहीं कर रहे हैं तो निवेश शुरू करने और एक मजबूत निवेश पोर्टफोलियो बनाने का यह बढ़िया समय है। हालांकि, अगर आपके पास पहले ही कोई पोर्टफोलियो है तो उसकी समीक्षा कर सकते हैं। समय-समय पर अपने पोर्टफोलियो का ट्रैक देखते रहें। इससे निवेश के प्रदर्शन की जानकारी मिलती रहेगी।
बीमा कवर
आपात स्थिति में बीमा बड़े मददगार साबित होते हैं। स्वास्थ्य और जीवन बीमा हर व्यक्ति एवं परिवार के मुखिया के लिए जरूरी है। ऐसे में अगर आपका बीमा खत्म हो रहा है तो यह उसके नवीकरण का समय है। अगर आपका परिवार शादी या बच्चों के जन्म के कारण हाल में बढ़ा है तो बीमा में संशोधन करना भी महत्वपूर्ण होगा।
टैक्स योजना
वित्तीय योजना का महत्वपूर्ण हिस्सा है टैक्स प्लानिंग। अगर आप वित्त वर्ष की शुरुआत में ही योजना बना लेते हैं तो आपको निवेश की गणना करने और अधिकतम कर बचाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाता है। इससे आप साल भर उचित तरीके से निवेश कर सकते हैं।