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युद्ध का 56वां दिन : रूस ने यूक्रेन में झोंके और सैनिक, यूरोप के 31 राजनयिक निष्कासित, अमेरिका 635 रूसियों पर लगाएगा वीजा प्रतिबंध

सार

दोनबास के तबाह बंदरगाह शहर मैरियूपोल में रूसी सेना ने विशाल इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया है और सैकड़ों लोगों द्वारा पनाह लिए गए अस्पताल को भी निशाना बनाया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने भी यूक्रेनी सैन्य ठिकानों समेत ‘मिसाइल वारहेड स्टोरेज डिपो’ में रूसी सेना के हमलों की पुष्टि की है। दोनों पक्षों के लिए यह युद्ध का एक नया चरण है। 

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यूक्रेन युद्ध के 56वें दिन रूस ने पूर्वी यूक्रेनी औद्योगिक क्षेत्र में कोयला खदानों व कारखानों पर कब्जे के लिए हमले बढ़ा दिए। यूक्रेन को दो भागों में बांटने की कोशिश में रूस ने अपने और सैनिक दोनबास क्षेत्र में झोंके और कई शहरों व कस्बों के पास सैकड़ों मील लंबे मोर्चे को निशाना बनाया। उधर, तीन यूरोपीय देशों के 31 राजनयिकों को रूस निष्कासित करने जा रहा है। जबकि अमेरिका ने कहा है कि वह 635 रूसी नागरिकों और तीन रूसी अफसरों के खिलाफ वीजा प्रतिबंध लगाने जा रहा है। 

यूक्रेन के पूर्वी शहर खारकीव और क्रामातोर्त्स्क पहले ही घातक हमलों की चपेट में हैं। ऐसे में पूर्वी हिस्से पर दबाव बढ़ाने के मकसद से रूस ने मैरियूपोल पर हमले तेज कर दिए हैं। रूस ने कहा, उसने दोनबास के पश्चिम में जपोरिझिया व निप्रो क्षेत्रों पर मिसाइल हमले किए हैं। कीव में नाकामी के बाद रूस का मुख्य लक्ष्य पूर्वी दोनबास पर कब्जा है। मायकोलीव में बुधवार तड़के कई धमाके हुए।

बशतांका शहर के एक अस्पताल में गोलीबारी भी हुई। उधर, रूस के खिलाफ अमेरिका व यूरोपीय देशों के थोपे गए प्रतिबंधों को देखते हुए रूस भी तीन यूरोपीय देशों (नीदरलैंड, बेल्जियम और ऑस्ट्रिया) के 31 राजनयिक निष्कासित करने जा रहा है। नीदरलैंड के 15 राजनयिकों को दो सप्ताह का समय दिया गया है जबकि बेल्जियम के 12 व ऑस्ट्रिया के चार राजनयिकों को रविवार तक का समय दिया है।

अमेरिका ने 635 रूसी नागरिकों, तीन अधिकारियों पर लगा रहा वीजा प्रतिबंध
संयुक्त राज्य अमेरिका 635 रूसी नागरिकों और तीन अफसर पर वीजा प्रतिबंध लगाने जा रहा है। वित्त विभाग की ओर से इस फैसले की वजह बताते हुए बुधवार को कहा गया है कि उक्त सभी नागरिक कथित तौर पर यूक्रेन को धमकी देने, जबकि तीनों अफसर दोनबास में मानवाधिकारी हनन जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। 

एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमेरिका 635 रूसी नागरिकों पर वीजा प्रतिबंध लगा रहा है जो रूस और विदेशों में असंतोष को दबाने में शामिल हैं, जो ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं जो यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हैं, और यूक्रेन के दोनबास क्षेत्र के रूस-नियंत्रित इलाके में अनौपचारिक हिरासत वाली जेलों में मानवाधिकारों के हनन में शामिल हैं।

यूक्रेनी सैन्य ठिकानों को बनाया निशाना
दोनबास के तबाह बंदरगाह शहर मैरियूपोल में रूसी सेना ने विशाल इस्पात संयंत्र को नष्ट कर दिया है और सैकड़ों लोगों द्वारा पनाह लिए गए अस्पताल को भी निशाना बनाया है। रूसी रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता मेजर जनरल इगोर कोनाशेनकोव ने भी यूक्रेनी सैन्य ठिकानों समेत ‘मिसाइल वारहेड स्टोरेज डिपो’ में रूसी सेना के हमलों की पुष्टि की है। दोनों पक्षों के लिए यह युद्ध का एक नया चरण है। 

एटमी हथियार नहीं चलाएगा रूस, कहा- संकट के लिए अमेरिका जिम्मेदार
रूस के विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने यूक्रेन के खिलाफ एटमी हथियारों के इस्तेमाल की आशंकाएं खारिज कर दी हैं। उन्होंने कहा- हम यूक्रेन के खिलाफ सिर्फ पारंपरिक हथियारों का ही इस्तेमाल करेंगे। रूसी विदेश मंत्री ने कहा, यूक्रेन में आज जो कुछ भी रहा है उसके पीछे अमेरिका और पश्चिमी देशों की पूरी दुनिया पर राज करने की सोच है। ये सभी देश मिलकर यूक्रेन को भड़का रहे हैं। इन्होंने यूक्रेन में हथियारों के ढेर लगा दिए हैं। ये देश नाटो का विस्तार न करने के 1992 में किए वादे को भी तोड़ चुके हैं और यूक्रेन को भड़काते हैं।

कनाडा का पुतिन की बेटियों व लावरोव की पत्नी पर प्रतिबंध
रूस को घेरने के लिए पश्चिमी देश रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के खिलाफ निजी कार्रवाई भी कर रहे हैं। इसके तहत कनाडा ने पुतिन की दोनों बेटियों समेत 14 लोगों पर प्रतिबंध लगा दिया है। त्रूदो सरकार की लगाई पाबंदी में रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव की पत्नी और कुछ रूसी अरबपति भी शामिल हैं। इस बीच, ब्रिटिश रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेन में भारी हमलों के बाद भी रूस को कुछ हासिल नहीं हुआ है।

तत्काल खत्म हो सैन्य संघर्ष : यूएन में भारत
भारत ने संयुक्त राष्ट्र में एक बार फिर यूक्रेन में तत्काल युद्ध खत्म करने की मांग दोहराई है। संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की बैठक में भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर, रवींद्र ने कहा, मानवीय कार्रवाई हमेशा मानवीय सहायता के सिद्धांतों द्वारा निर्देशित होनी चाहिए। उन्होंने कहा- मानवता, तटस्थता, निष्पक्षता और स्वतंत्रता का कभी भी राजनीतिकरण नहीं किया जाना चाहिए। रवींद्र ने यूक्रेन युद्ध के चलते बिगड़ रहे हालात पर चिंता जताई।

रूसी सेना दुनिया की सबसे बर्बर सेना : जेलेंस्की
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने रूस की सेना को दुनिया की सबसे बर्बर सेना करार दिया है। उन्होंने कहा, रूसी सैनिकों के पास जो भी हथियार उपलब्ध हैं, वे यूक्रेन के खिलाफ उनका इस्तेमाल कर रहे हैं। उन्होंने राष्ट्र के नाम संदेश में कहा, रूसी सैनिकों ने बर्बरता ही सारी हदें पार कर दी हैं। उन्होंने हर उस व्यक्ति और वस्तु को निशाना बनाया है, जो यूक्रेन के खिलाफ उनके संघर्ष का सामना करने में मददगार हैं।

विस्तार

यूक्रेन युद्ध के 56वें दिन रूस ने पूर्वी यूक्रेनी औद्योगिक क्षेत्र में कोयला खदानों व कारखानों पर कब्जे के लिए हमले बढ़ा दिए। यूक्रेन को दो भागों में बांटने की कोशिश में रूस ने अपने और सैनिक दोनबास क्षेत्र में झोंके और कई शहरों व कस्बों के पास सैकड़ों मील लंबे मोर्चे को निशाना बनाया। उधर, तीन यूरोपीय देशों के 31 राजनयिकों को रूस निष्कासित करने जा रहा है। जबकि अमेरिका ने कहा है कि वह 635 रूसी नागरिकों और तीन रूसी अफसरों के खिलाफ वीजा प्रतिबंध लगाने जा रहा है। 

यूक्रेन के पूर्वी शहर खारकीव और क्रामातोर्त्स्क पहले ही घातक हमलों की चपेट में हैं। ऐसे में पूर्वी हिस्से पर दबाव बढ़ाने के मकसद से रूस ने मैरियूपोल पर हमले तेज कर दिए हैं। रूस ने कहा, उसने दोनबास के पश्चिम में जपोरिझिया व निप्रो क्षेत्रों पर मिसाइल हमले किए हैं। कीव में नाकामी के बाद रूस का मुख्य लक्ष्य पूर्वी दोनबास पर कब्जा है। मायकोलीव में बुधवार तड़के कई धमाके हुए।

बशतांका शहर के एक अस्पताल में गोलीबारी भी हुई। उधर, रूस के खिलाफ अमेरिका व यूरोपीय देशों के थोपे गए प्रतिबंधों को देखते हुए रूस भी तीन यूरोपीय देशों (नीदरलैंड, बेल्जियम और ऑस्ट्रिया) के 31 राजनयिक निष्कासित करने जा रहा है। नीदरलैंड के 15 राजनयिकों को दो सप्ताह का समय दिया गया है जबकि बेल्जियम के 12 व ऑस्ट्रिया के चार राजनयिकों को रविवार तक का समय दिया है।

अमेरिका ने 635 रूसी नागरिकों, तीन अधिकारियों पर लगा रहा वीजा प्रतिबंध

संयुक्त राज्य अमेरिका 635 रूसी नागरिकों और तीन अफसर पर वीजा प्रतिबंध लगाने जा रहा है। वित्त विभाग की ओर से इस फैसले की वजह बताते हुए बुधवार को कहा गया है कि उक्त सभी नागरिक कथित तौर पर यूक्रेन को धमकी देने, जबकि तीनों अफसर दोनबास में मानवाधिकारी हनन जैसी गतिविधियों में शामिल रहे हैं। 

एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया है कि अमेरिका 635 रूसी नागरिकों पर वीजा प्रतिबंध लगा रहा है जो रूस और विदेशों में असंतोष को दबाने में शामिल हैं, जो ऐसी गतिविधियों में शामिल हैं जो यूक्रेन की क्षेत्रीय अखंडता के लिए खतरा हैं, और यूक्रेन के दोनबास क्षेत्र के रूस-नियंत्रित इलाके में अनौपचारिक हिरासत वाली जेलों में मानवाधिकारों के हनन में शामिल हैं।

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