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विंबलडन: टूर्नामेंट से बाहर होंगे रूसी और बेलारूसी टेनिस खिलाड़ी, रूस के यूक्रेन पर हमले के विरोध में लिया गया फैसला

सार

पुरुषों में विश्व नंबर दो मेदवेदेव और विश्व नंबर आठ रुबलेव विंबलडन नहीं खेल पाएंगे। वहीं, महिलाओं में विश्व नंबर चार सबालेंका प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम में नहीं खेलेंगी।

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पुरुषों में विश्व के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी रूस के डेनिल मेदवेदेव, विश्व नंबर आठ आंद्रे रुबलेव और बेलारूस की विश्व नंबर चार आर्यन सबालेंका दुनिया के प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम विंबलडन में नहीं खेल पाएंगे। रूस के यूक्रेन पर हमले के विरोध में विंबलडन के आयोजक ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने 27 जून से 10 जुलाई के बीच होने वाले इस ग्रैंड स्लैम से रूस और बेलारूस के टेनिस खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया है। ब्रिटिश मीडिया का दावा है कि आयोजक ने फैसला ले लिया है और वे इसकी घोषणा करने जा रहे हैं। मेदवेदेव तीन सप्ताह के लिए इस वर्ष नोवाक जोकोविच को रिप्लेस कर दुनिया के नंबर एक भी बने हैं।
मेदवेदेव, सबालेंका थे विंबलडन जीतने के दावेदार
सबालेंका बीते वर्ष इस टूर्नामेंट के सेमीफाइनल में पहुंची थीं, जबकि मेदवेदेव ने चौथे दौर में जगह बनाई थी। मेदवेदेव और सबालेंका को इस वर्ष विंबलडन जीतने का दावेदार माना जा रहा था। हालांकि, रूसी और बेलारूसी खिलाड़ियों को टेनिस टूर्नामेंटों में उनके देश के झंडे के बिना खेलने की अनुमति दे रखी गई है, लेकिन आयोजकों ने इस माह की शुरुआत में साफ कर दिया था कि वे इन देशों के खिलाड़ियों के खिलाफ बड़ा कदम उठाने जा रहे हैं। यूक्रेन पर रूसी हमले कम होने की बजाय इनके लगातार बढ़ने पर विंबलडन ने आखिरकार इन दोनों देशों के खिलाड़ियों को प्रतिबंधित करने का कदम उठा लिया। इसके लिए उसने ब्रिटिश खेल मंत्री नाइजल हडल्टस्टन से भी बात की थी।  
दुनिया के शीर्ष 40 में आठ रुसी खिलाड़ी
इस कदम से सिर्फ मेदवेदेव और सबालेंका ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि रूस की विश्व नंबर 15 एनेस्तासिया पाव्ल्यूशेंकोवा (महिला), जो युद्ध को बंद करने की भी मांग कर चुकी है, के अलावा विश्व नंबर 18 विक्टोरिया अजारेंका (महिला), विश्व नंबर आठ आंद्रे रुबलेव (पुरुष), नंबर 26 कारेन खाचानोव (पुरुष) भी नहीं खेल पाएंगे। इस वक्त रुस के शीर्ष 40 में आठ खिलाड़ी शामिल हैं। हालांकि अगले माह पेरिस में शुरु होने वाले फ्रेंच ओपन में रूसी और बेलारूसी खिलाड़ी खेलेंगे।

टेनिस की हर संस्था लगा चुकी है रूस पर प्रतिबंध
इससे पहले रूस को डेविस कप और बिली जीन किंग कप के अपने टीम खिताब की रक्षा करने से रोका जा चुका है। बेलारूस ने रूस के यूक्रेन के खिलाफ मिलेट्री आपरेशन को समर्थन दे रखा है। बिली जीन किंग कप में यूक्रेन की कप्तान ओल्गा सवाचुक ने बीते सप्ताह अमेरिका के खिलाफ खेलने के दौरान कहा था कि सभी रूसी खिलाड़ियों को टूर्नामेंटों में खेलने से रोका जाना चाहिए।
यूक्रेन के पूर्व विश्व नंबर 13 अलेक्जेंडर डोलगोपोलोव ने दुनिया के सामने एक उदाहरण रखने वाला कदम उठाने के लिए विंबलडन का धन्यवाद किया है। उन्होंने कहा कि उनका मानना है कि रूस को पूरी तरह से अलग-थलग कर देना चाहिए। महिला टेनिस एसोसिएशन (डब्लूटीए) और पुरुष टेनिस एसोसिएशन (एटीपी) ने मास्को में अक्तूबर में होने वाली कंबाइंड इवेंट को भी निलंबित कर दी थी।

कई खेलों में रूस पर लग चुका है प्रतिबंध
अंतरराष्ट्रीय टेनिस फेडरेशन (आईटीएफ) भी रूस में अपनी इवेंट रद्द कर चुकी है। टेनिस के अलावा फुटबॉल, रग्बी, फार्मूला-1, साइकिलिंग, रोइंग टूर्नामेंटों में खेलने पर रूसी खिलाड़ियों पर प्रतिबंध लग चुका है। विश्व ताईक्वांडो रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मानद ब्लैक बेल्ट छीन चुकी है।

विस्तार

पुरुषों में विश्व के नंबर दो टेनिस खिलाड़ी रूस के डेनिल मेदवेदेव, विश्व नंबर आठ आंद्रे रुबलेव और बेलारूस की विश्व नंबर चार आर्यन सबालेंका दुनिया के प्रतिष्ठित ग्रैंड स्लैम विंबलडन में नहीं खेल पाएंगे। रूस के यूक्रेन पर हमले के विरोध में विंबलडन के आयोजक ऑल इंग्लैंड लॉन टेनिस क्लब ने 27 जून से 10 जुलाई के बीच होने वाले इस ग्रैंड स्लैम से रूस और बेलारूस के टेनिस खिलाड़ियों को प्रतिबंधित कर दिया है। ब्रिटिश मीडिया का दावा है कि आयोजक ने फैसला ले लिया है और वे इसकी घोषणा करने जा रहे हैं। मेदवेदेव तीन सप्ताह के लिए इस वर्ष नोवाक जोकोविच को रिप्लेस कर दुनिया के नंबर एक भी बने हैं।

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