इस दौरान पुतिन ने तीन मार्च को जपोरिजिया परमाणु पावर प्लांट पर हुए हादसे के लिए यूक्रेनी उग्रवादियों को जिम्मेदार ठहराया। क्रेमलिन के मुताबिक, मैक्रों ने पुतिन से फोन वार्ता के दौरान यूरोप के सबसे बड़े परमाणु संयंत्र पर लगी आग के बारे में पूछा था। पुतिन ने उन्हें उस इलाके में यूक्रेनी उग्रवादियों की ओर से उकसावे के बारे में बताया। उन्होंने यह आरोप भी लगाया कि यूक्रेन नागरिकों को मारियुपोल से निकलने नहीं दे रहा है।
इस बीच पुतिन ने यूक्रेन के परमाणु संयंत्रों की सुरक्षा पर चर्चा करने के लिए अंतरराष्ट्रीय परमाणु एजेंसी (आईएईए), रूस और यूक्रेन की त्रिपक्षीय बैठक के आयोजन के विचार का स्वागत किया। उन्होंने इसे उपयोगी बताते हुए कहा कि इसका आयोजन वीडियो लिंक के जरिए या किसी तीसरे देश में किया जा सकता है। रूस अपने कथित विशेष सैन्य अभियान के तहत यूक्रेन में जपोरिजिया और चेर्नोबिल परमाणु संयंत्रों पर कब्जा कर चुका है।
तुर्की के राष्ट्रपति से भी हुई बात
इससे पहले रूसी राष्ट्रपति पुतिन ने तुर्की के राष्ट्रपति रेसप तैयप अर्दोआन से फोन पर बात की। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूक्रेन लड़ना बंद कर दे तो रूस का अभियान रूक सकता है, अन्यथा अभियान योजना के अनुसार चलता रहेगा। पुतिन ने कहा कि वह यूक्रेन और विदेशी साझेदारों से बात करने के लिए तैयार थे, लेकिन समझौते के प्रयास सफल नहीं हुए। बातचीत में अर्दोआन ने पुतिन से तत्काल युद्धविराम संधि पर हस्ताक्षर करने की अपील की।
इस बीच, रूस ने कम से कम 8 रॉकेटों से हमला कर मध्य-पश्चिमी क्षेत्र की राजधानी विनित्सिया के नागरिक हवाईअड्डे को तबाह कर दिया है। वहीं यूक्रेन ने 11 हजार से अधिक रूसी सैनिकों को मारने का दावा किया है।
जेलेंस्की ने किया यह दावा
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने यह जानकारी देते हुए दावा किया कि रूसी सेना एक अन्य दक्षिणी शहर ओडेसा पर रॉकेट हमले की योजना बना रही है। विनिस्तिया यूक्रेन के बीच में है और यूक्रेन तथा विदेश दोनों जगह नागरिकों और सामान की ढुलाई का महत्वपूर्ण केंद्र है। दूसरी ओर रूस ने दावा किया है कि उसने रविवार सुबह यूक्रेन के स्टारोकोस्तियान्तिनीव सैन्य बेस पर लंबी दूरी तक मार करने वाले हथियारों से हमला किया है और इस बेस को अक्षम बना दिया है।
रूसी रक्षा मंत्रालय कि प्रवक्ता इगोर कोनाशेंकोव ने यह जानकारी दी। उन्होंने यह दावा भी किया कि यूक्रेन के एक एस-300 एंटी मिसाइल सिस्टम को भी रूस ने नष्ट कर दिया है। पिछले 24 घंटे में यूक्रेन के 10 विमान और हेलिकॉप्टर मार गिराए गए हैं।
बेनेट ने की मध्यस्थता की पहल
इस्राइल के प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट ने शनिवार को अचानक मॉस्को का दौरा किया और पुतिन से मिले। बाद में उन्होंने बर्लिन में जर्मन चांसलर ओलाफ स्कूल्ज से भी मुलाकात की। दोनों मुलाकातों के बाद बेनेट ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की। बेनेट ने दोनों युद्धरत देशों के बीच मध्यस्थता का प्रस्ताव दिया है। उन्होंने इस बात का खुलासा नहीं किया कि इन सभी नेताओं से क्या बातचीत हुई। पुतिन ने रविवार को ही फिर से फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों से भी बात की।
तीसरे परमाणु संयंत्र पर रूस की नजर
राष्ट्रपति जेलेंस्की ने आरोप लगाया है कि चेर्नोबिल और जैपोरिझिया के बाद रूस की निगाह अब देश के एक अन्य परमाणु संयंत्र यूझनोक्रेंस्क पर है। उन्होंने एक बार फिर पश्चिमी देशों से कहा कि यूक्रेन के आसमान को सुरक्षित रखने के लिए उन्हें युद्धक विमानों की जरूरत है। दूसरी ओर, चेर्निहीव शहर के अधिकारियों ने आरोप लगाया है कि रूस नागरिक इलाके में बड़े बम बरसा रहा है। अधिकारियों ने बिना फटे हुए एक बम की तस्वीरें पोस्ट की है जिसका वजन 500 किलोग्राम है। इसका नाम एफएबी-500 है। आमतौर पर इसका इस्तेमाल सैन्य-औद्योगिक प्रतिष्ठानों को नष्ट करने के लिए किया जाता है।
यूक्रेन के 16 गैस वितरण केंद्र बंद
रूस की भीषण गोलाबारी के कारण यूक्रेन के छह प्रशासनिक क्षेत्रों के 16 गैस वितरण केंद्रों को बंद करना पड़ा है। खारकीव, मायकोलीव, जैपोरिझिया, कीव, लुहांस्क और डोनेस्क प्रशासनिक क्षेत्रों में ये केंद्र बंद किए गए हैं।
नागरिकों को निकालने की योजना फिर विफल
रूस की भारी बमबारी के कारण बंदरगाह शहर मैरियूपोल से नागरिको को निकालने का प्रयास लगातार दूसरे दिन नाकाम रहा। शहर के अधिकारियों ने बताया कि रविवार को उन्होंने 4 लाख नागरिकों को निकालने की योजना बनाई थी लेकिन सफल नहीं हो सके। दोनों पक्षों ने इसके लिए एक-दूसरे पर आरोप लगाए हैं।
रूस-यूक्रेन के बीच वार्ता का तीसरा दौर आज
रूसी समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने दावा किया है रूस और यूक्रेन के बीच वार्ता का तीसरा दौर सोमवार को होगा। चार मार्च को वार्ता के दूसरे दौर में नागरिकों को युद्ध क्षेत्र से निकालने के लिए सुरक्षित गलियारा बनाने पर सहमति हुई थी हालांकि अब तक इसपर अमल नहीं हो सका है। तीसरे दौर की वार्ता की जगह का खुलासा नहीं किया गया है।